Vocational Course kya Hai, योग्यता, दाखिला, फीस, नौकरी,सैलरी

यदि Vocational Course करना चाहते है तो आप बिलकुWपोस्ट में हम आपको Vocational Course Details in Hindi के बारे में रूबरू कराएंगे ताकि 10 वीं के बाद वोकेशनल कोर्स और 12वीं के बाद वोकेशनल कोर्स के बारे में आपको अच्छे से पता चले।

इसके अतिरिक्त हम जानेंगे कि वोकेशनल कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए, एडमिशन कैसे मिलेगा, कोर्स फीस कितनी होगी, स्कोप क्या क्या मिलेगा, नौकरी कौन सी मिलरगी, सैलरी कितना होगा, Vocational Course in Hindi इत्यादि में।

Vocational course kya hai,vocational in hindi
Vocational Course kya Hai

Vocational Course kya Hota Hai

वोकेशनल कोर्स एक ऐसी कोर्स है जो प्रैक्टिकल और ट्रेनिंग पर आधारित है। इस कोर्स में किताबी ज्ञान से ज्यादा प्रैक्टिकल और ट्रेनिंग प्रदान दी जाती है ताकि विद्यार्थी इस कोर्स को पूरा करने के पश्चात वह अपने आपको एक कुशल पेशेवर के रूप में प्रस्तुत कर सके।

इस कोर्स मुख्यतः तीन भागों में बंटा गया है सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, और बैचलर कोर्स। सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि छह माह से एक वर्ष तक होती है। वहीं डिप्लोमा कोर्स की अवधि छह माह से दो वर्ष तक और बैचलर की तीन वर्ष।

यह एक प्रोफेशनल कोर्स होने के नाते इसके डिग्री प्राप्त उम्मीदवारों को टेक्निकल तथा मेकैनिकल क्षेत्र में आसानी से जॉब प्राप्त होती है। वोकेशनल के अंतर्गत इंजीनियरिंग, फ़ूड प्रोसेसिंग, ट्रेवल एंड टूरिज्म, मैनेजमेंट, आदि कोर्स शामिल है।

वोकेशनल कोर्स ट्रेडिशनल कोर्स (बीए, बीएससी, बीकॉम) से थोड़ा अलग है। ट्रेडिशनल कोर्स में अक्सर थ्योरी के ऊपर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। परंतु वोकेशनल कोर्स में प्रैक्टिकल ज्ञान को महत्व दिया जाता है, इसके साथ इसमें हाथों हाथ ट्रेनिंग भी प्रदान की जाती है।

अगर आप कम समय मे किसी जॉब ओरिएंटेड कोर्स करना चाहते है तो वोकेशनल कोर्स एक शानदार ऑप्शन है। इन कोर्स का समयावधि ट्रेडिशनल कोर्स के तुलना में बहुत कम होती है परंतु इसमें स्किल्ड पेशेवरों का निर्माण किया जाता है ताकि कोर्स पूरा होने के बाद नौकरी पाने में कोई दिक्कत न हो।

इसके अलावा और भी कई सारे ट्रेड है वोकेशनल कोर्स के अंतर्गत, जिसके बारे में आपको आगे जानने को मिल जाएगा।

Vocational Course Eligibility (वोकेशनल कोर्स के लिए योग्यता)

वोकेशनल कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कुछ खास योग्यता होने की आवश्यकता नहीं है। यदि अपने 10वीं या 12वीं पास की है तो आप इस कोर्स के लिए योग्य है।

इसके अतिरिक्त इसमें आयु तथा शैक्षणिक नंबर की कोई सीमा निर्धारित नहीं है। हालांकि यदि आप किसी अच्छे इंस्टीटूट में दाखिला लेना चाहते है तो आपको अच्छे नंबर प्राप्त करना होगा।

Vocational Course में एडमिशन

वोकेशनल कोर्स में सामान्यतः दो तरीके से दाखिला मिलते है; डायरेक्ट एडमिशन और मेरिट के आधार पर एडमिशन। ज्यादातर इंस्टीट्यूट्स में डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है। इसके लिए आपको कॉलेज से संपर्क करके दाखिला लेना होता।

और जिन कॉलेज में मेरिट के आधार पर एडमिशन लिया जाता है वैसे कॉलेज में पहले आपको आवेदन करना होता। उसके बाद आपके द्वारा प्राप्त नंबर के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया जाता। अगर लिस्ट में नाम निकालता है तो एडमिशन फीस जमा करके एडमिशन लेना होता।

यह पढ़े:

वोकेशनल कोर्स की आवेदन प्रक्रिया

इन दिनों ज्यादातर इंस्टीट्यूट्स ऑनलाइन आवेदन ग्रहण करते है वोकेशनल कोर्स में दाखिला लेने के लिए। अगर आप ऑनलाइन आवेदन करेंगे तो पहले इंस्टीट्यूट की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा, वहां आपके नाम, ईमेल आईडी, और मोबाइल नंबर आदि दर्ज करके रजिस्ट्रेशन पूरा करना होगा।

इसके बाद यूजर आईडी और पासवर्ड मिलेगा जिसके जरिये लॉगिन करना है और उम्मीदवार का शैक्षणिक योग्यता, पहचान पत्र आदि की स्कैन कॉपी अपलोड करना है और कुछ रुपये आवेदन शुल्क जमा करके फॉर्म सबमिट कर देना है इससे आवेदन प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी।

आशा करते है Vocational course kya hota hai इसके बारे में आपको समझ आ गई होगी। अब आइए वोकेशनल कोर्स लिस्ट के बारे में जानते है।

10 वीं के बाद वोकेशनल कोर्स

10वीं के बाद बहुत से वोकेशनल कोर्स है जिसके माध्यम से आप अपने भविष्य को एक अलग दिशा प्रदान कर करके स्वनिर्भर बन सकते है अन्यथा प्राइवेट सेक्टर में काम कर सकते है।

• डेंटल असिस्टेंट

• जनरल ड्यूटी असिस्टेंट

• होम हेल्थ ऐड

कारपेन्टरी

• ब्यूटी कल्चर

• सोलर एनर्जी टेक्नीशियन

• वेल्डिंग टेक्नोलॉजी

• आईटी एसेंशियल

• जूट प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी

• बायोगैस एनर्जी टेक्नीशियन

• बेकरी एंड कंफेक्शनरी

• टाइपराइटिंग हिंदी/इंग्लिश

• सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस

• स्टेनोग्राफी

• सर्टिफिकेट इन लाइब्रेरी साइंस

• एग्रीकल्चर(हसबेंडरी एंड पोल्ट्री)

• कटिंग और टेलरिंग

• हाउस वायरिंग एंड इलेक्ट्रिकल एप्लायंस रिपेरिंग

प्लंबिंग

• एयर कंडीशनिंग

• सर्टिफिकेट इन योग

• सर्टिफिकेट इन सिक्योरिटी सर्विस

• मोटर और ट्रांसफार्मर रिवाइंडिंग

• लांड्री सर्विस

• कंप्यूटर हार्डवेयर असेंबली एंड मेंटेनेंस

12 वीं के बाद वोकेशनल कोर्स

12वीं के पश्चात आप इन वोकेशनल कोर्स को कर सकते है;

• टाइपराइटिंग

• स्टेनोग्राफी

• डिजिटल मर्केटिंग

• प्लांट प्रोटेक्शन

• फैशन डिजाइनिंग

• इलेक्ट्रो-प्लेटिंग

• ब्यूटीशियन

• वर्ड प्रोसेसिंग

• फ़ूड प्रोसेसिंग

फिटर

• वाटर मैनेजमेंट फ़ॉर क्रॉप प्रोडक्शन

• एग्रीकल्चर

• बायोमेडिकल

• सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस

• एनीमेशन

• फर्नीचर एंड कैबिनेट मेकिंग

• फोटोग्राफी

• वेब डिजाइनिंग

• कैटरिंग मैनेजमेंट

• ग्राफिक्स डिजाइनिंग

• हाउसकीपिंग

• पोल्ट्री फार्मिंग

वेल्डर

• मशरूम प्रोडक्शन

• प्ले सेंटर मैनेजमेंट

• कॉस्मेटोलॉजी

• सॉइल एंड फर्टिलाइजर मैनेजमेंट

• होटल फ्रंट आफिस ऑपरेशन

• फ्रूट एंड वेजिटेबल प्रेजर्वशन

• सर्टिफिकेट इन कंप्यूटर ऍप्लिकेशन्स

• सर्टिफिकेट इन कंप्यूटर हार्डवेयर असेंबली एंड मेंटेनेंस

• लाइब्रेरी क्लर्क कोर्स

मोटर व्हीकल मेकैनिक

• सिनेमेटोग्राफी

• पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन

Vocational Course ki fees

जैसे की हमने आपको बताया वोकेशनल कोर्स के अंतर्गत सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और बैचलर डिग्री होते। इसकी फीस कोर्स के अनुसार होती है। फिरभी यदि सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स की एवरेज फीस देखा जाए तो ₹5500 से ₹30,000 तक होती है। वहीं बैचलर डिग्री के लिए ₹10,000 से ₹2,00,000 तक होता।

ध्यान रहे, किसी भी कोर्स की फीस उस कोर्स की डिमांड, रेपुटेशन, प्लेसमेंट कैपेसिटी और कॉलेज के ऊपर आधारित होती है। हर कॉलेज अपने अपने हिसाब से फीस तय करते है। इसलिए यदि आप किसी कॉलेज का वास्तविक फीस जानना चाहते है तो उसके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते है।

वोकेशनल कोर्स स्टडी मूड

वोकेशनल कोर्स को रेगुलर मूड और डिस्टेंस मूड, दोनों ही माध्यम से किया जाता है। रेगुलर मूड में विद्यार्थियों को रोजाना क्लास करना पड़ता है परंतु डिस्टेंस मूड में ऐसा नहीं। लिहाजा रेगुलर माध्यम से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को अधिक एक्सपीरियंस मिलते है। क्योंकि ऐसे स्टूडेंट्स को हाथों हाथ प्रैक्टिकल तथा ट्रेनिंग की ज्ञान प्राप्त होते।

हालांकि यदि आप किसी काम के साथ युक्त है तो आप डिस्टेंस मूड से वोकेशनल कोर्स कर कर सकते है। इससे आपको रोजाना क्लास करने की जरूरत नहीं, आप छुट्टी के दिन में क्लास कर सकते है और एग्जाम के दिन एग्जाम देकर डिग्री हासिल कर सकते है।

Best Vocational Colleges in India

सरकारी तथा प्राइवेट इंस्टीट्यूट्स अलग अलग प्रकार के वोकेशनल कोर्स संचालित की जाती है। आप अपने जरूरत और पसंद के अनुसार किसी भी कॉलेज में दाखिला लेकर यह कोर्स कर सकते है। यहां हमने वोकेशनल कोर्स के लिए कुछ बेस्ट कॉलेज का नाम बताये है;

• बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी, उत्तर प्रदेश

• आई.एच.एम लखनऊ, उत्तर प्रदेश

• दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीटूट, आगरा, उत्तर प्रदेश

• कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस; पटना, बिहार

• इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, ग्वालियर, मध्य प्रदेश

• देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर, मध्य प्रदेश

• रोबिंद्र नाथ टैगोर यूनिवर्सिटी, भोपाल, मध्य प्रदेश

• इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली एनसीआर

• अग्रवाल पीजी कॉलेज, जयपुर, राजस्थान

• विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान

• सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई, महाराष्ट्र

• फर्ग्युसन कॉलेज, पुणे, महाराष्ट्र

• राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी, नागपुर, महाराष्ट्र

• गुजरात विद्यापीठ, अहमदाबाद, गुजरात

• सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची, झारखंड

इन कॉलेजों के अलावा और भी कई सारे वोकेशनल कॉलेज है जहां से आप इस कोर्स को कर सकते है।

Vocational Course के बाद क्या करे

वोकेशनल कोर्स जॉब ओरिएंटेड कोर्स होने के नाते इसके डिग्री धारकों को आसानी से जॉब मिल जाते है। ऐसे उम्मीदवारों का स्किल्स बहुत मजबूत होती है। इसलिए जॉब पाने में कोई दिक्कत नहीं होती।

वोकेशनल कोर्स के बाद स्कोप की बात करे तो आपके सामने दो ऑप्शन होते है; जॉब करने का और उच्च शिक्षा प्राप्त करने का। यदि आप जॉब करना चाहते है तो आपके कोर्स के अनुसार जॉब मिल जाते है और अगर हायर स्टडी करना चाहते है तो डिप्लोमा, बैचलर आदि कोर्स कर सकते है।

यहां हमने वोकेशनल कोर्स के बाद कुछ जॉब प्रोफाइल के नाम बताये है;

  • फिटर
  • वेल्डर
  • प्लम्बर
  • फ़ूड प्रोसेसिंग टेक्नीशियन
  • वेब डिज़ाइनर
  • एग्रीकल्चर टेक्नीशियन
  • ब्यूटीशियन
  • बायोमेडिकल टेक्नीशियन
  • एनीमेशन एक्सपर्ट
  • स्टेनोग्राफर
  • हाउसकीपर
  • टाइपराइटर
  • सिनेमेटोग्राफर
  • ग्राफिक्स डिज़ाइनर
  • कॉस्मेटोलॉजिस्ट
  • व्हीकल मैकेनिक

Vocational Course Salary

वोकेशनल कोर्स के बाद सैलरी की बात करे तो यह आपके कर्म क्षेत्र और आपके द्वारा की गई कोर्स पर आधारित होती है। आमतौर पर वोकेशनल कोर्स किये हुए पेशेवरों का सुरुआत सैलरी प्रति महीना ₹10,000 से ₹17,000 के बीच होती है। जैसे जैसे आपकी एक्सपीरियंस बढ़ेगी, सैलरी में भी बढ़ोतरी होगी।

वोकेशनल कोर्स और ट्रेडिशनल कोर्स में अंतर

वोकेशनल कोर्स और ट्रेडिशनल कोर्स में बहुत बड़ी अंतर है। ट्रेडिशनल कोर्स के अंदर बीए, बीएससी, बीकॉम, जैसे कोर्स आती है। इन कोर्स में सिध्दांत पाठ्यक्रम अधिक होती है व्यावहारिक ज्ञान के तुलना में।

परंतु किसी भी वोकेशनल कोर्स में सिद्धांत पाठ्यक्रम से अधिक व्यवहारिक ज्ञान और ट्रेनिंग दी जाती है। इससे विद्यार्थियों में जॉब से जुड़े स्किल्स निर्माण होती है, जिससे जॉब प्राप्त करने में आसानी होती है।

इसके अतिरिक्त ट्रेडिशनल कोर्स को पूरा करने में कम से कम तीन वर्ष की समय लगता है। परंतु वोकेशनल कोर्स का समयावधि छह माह से लेकर तीन वर्ष की होती है।

वोकेशनल कोर्स के फायदे

वोकेशनल कोर्स के कई सारे फायदे है जो आप नीचे बिंदु अनुसार देख सकते है;

  • वोकेशनल कोर्स एक जॉब ओरिएंटेड कोर्स है।
  • इस कोर्स में सिद्धांत पाठ्यक्रम से ज्यादा व्यवहारिक ज्ञान और ट्रेनिंग के ऊपर जोर दिया जाता है।
  • यह एक पेशेवर कोर्स होने के नाते इसके डिग्री धारकों को जॉब पाने में ज्यादा दिक्कत नहीं करनी पड़ती।
  • ट्रेडिशनल कोर्स के तुलना में इसमें कम समय लगते है।
  • इसमें वर्क स्किल्स के साथ लीडरशिप स्किल भी डेवलप होती है।
  • वोकेशनल कोर्स के पश्चात एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स डेवलप होता। इससे आप खुद के बिजनेस सुरु कर सकते है।

निष्कर्ष: आज की इस लेख में हमने Vocational Course kya Hai और वोकेशनल कोर्स के लिए योग्यता, वोकेशनल कोर्स की फीस, इसकी एडमिशन प्रक्रिया, वोकेशनल कोर्स की स्कोप, वोकेशनल कोर्स के बाद सैलरी, इत्यादि के बारे में विस्तार से चर्चा की है।

आशा करते है आपको Vocational Course in Hindi के बारे में आपको अच्छे से समझ आ गया होगा। आप अपना राय कमेंट करके दे सकते है।

कृपया आप इस लेख को अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि उन्हें भी वोकेशनल कोर्स के बारे में पता चले। ऐसे ही कोर्स और करियर से जुड़े जानकारी के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़े।

अवश्य पढ़ें:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *