Post graduation kya hota hai और इसकी स्कोप, सैलरी, फीस, एडमिशन प्रॉसेस क्या है?

आज के समय पढ़ाई को लेकर हर स्टूडेंट्स और उनके अभिभावक पहले के तुलना में बहुत ज्यादा सचेतन है फिरभी बहुत से स्टूडेंट्स यह पढ़ाई के दौरान कई सारे गलतियां करते है। जी की ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद post graduation नहीं करना।

ज्यादातर स्टूडेंट्स से यह चूक हो जाती है कि वह ग्रेजुएशन तो करती है पर पोस्ट ग्रेजुएशन नहीं करती जो करना चाहिए, क्योंकि किसी भी क्षेत्र में ग्रेजुएशन के डिग्री धारियों के तुलना में पोस्ट ग्रेजुएशन के डिग्री धारियों को अधिक प्राथमिकता दी जाती है।

अगर आप अभी ग्रेजुएशन कर रहे है या फिर स्कूल की पढ़ाई कर रहे है और आपके मन मे ग्रेजुएशन करने का इच्छा है तो आपको बता दे, ग्रेजुएशन के बाद आपको पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहिए, ताकि आपके योग्यताएं और भी मजबूत हो जाये जिससे नौकरी मिलने में सहायता मददगार साबित हो।

यदि पोस्ट ग्रेजुएशन के बारे में आपको अधिक जानकारी नहीं है तो इस पोस्ट की ओर आपके ध्यानाकर्षण करना चाहूंगा ताकि आपको पता चले, post graduation kya hota hai या पीजी कोर्स क्या है, इसकी पढ़ाई के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए, एडमिशन प्रॉसेस क्या है, कहां से करेंगे, स्कोप क्या है, सैलरी कितना मिलेगा, इत्यादि, post graduation in hindi में।

Post graduation kya hota hai (पीजी कोर्स क्या है)

Post graduation in hindi में मतलब होता है स्नातकोत्तर या परास्नातक, यह दोंनो शब्दों (post+graduation) के सम्मिलित रूप है जिसमे post का मतलब है “बाद में” और graduation का मतलब है “स्नातक” यानी ग्रेजुएशन के बाद में, जिसे हम स्नातकोत्तर या मास्टर डिग्री भी कहते।

यह दो साल की कोर्स है जिसे हायर स्टडी करना होता उनके लिए पोस्ट ग्रेजुएशन एक महत्वपूर्ण कोर्स माना जाता है। इंसमे किसी एक विषय के ऊपर विशेष ज्ञान प्रदान की जाती है ताकि उंसमे अभ्यर्थियों को निपुणता हासिल हो जाये। ध्यान रहे पोस्ट ग्रेजुएशन को शार्ट में पीजी कोर्स भी कहते है।

Post graduation kya hota hai, post graduation in hindi

हर पीजी कोर्स के समयावधि 2 साल की होती है जिसे ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद किया जाता। सभी सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन करने का अवसर रहता है। पोस्टग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए इंडिया में सैकड़ों यूनिवर्सिटीज है जहां से पढ़ाई करके मास्टर डिग्री पूरा किया।

Post graduation ki eligibility (पीजी कोर्स के पात्रता)

पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए यूजीसी ने कुछ मानदंड रखा है जिससे सभी को गुजरना होता। सबसे पहले उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज से ग्रेजुएशन कोर्स पूरा होगा किसी भी सब्जेक्ट लेकर कम से कम 45 प्रतिशत नंबर के साथ।

इस आप ऐसे समझे, अगर आप पोस्ट ग्रेजुएशन फिजिक्स लेकर करना चाहते है तो ग्रेजुएशन में आपका मैन सब्जेक्ट फिजिक्स होनी चाहिए नहीं तो आप फिजिक्स लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन नहीं कर सकते।

ध्यान रहे पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए किसी प्रकार की कोई न्यूनतम आयु नहीं है बस अभ्यर्थियों को ग्रेजुएशन की डिग्री पूरा करना होता, परंतु रेगुलर कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए अधिक से अधिक 30 साल कि होनी चाहिए, इससे अधिक होगा तो कोर्स में दाखिला नहीं मिलेगा।

याद रहे यह नियम ओपन यूनिवर्सिटीज के लिए लागू नहीं होता। डिस्टेंस पोस्ट ग्रेजुएशन में आयु की कोई लिमिट नहीं, कोई भी ग्रेजुएट यह कोर्स कर सकता है।

Post graduation ke admission process

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स की एडमिशन प्रक्रिया की बात की जाए तो, इंसमे मुख्यतः डायरेक्ट एडमिशन, मेरिट के आधार पर एडमिशन होता है, परंतु कुछ ऐसे कॉलेज है जो खुद से एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते है और उंसमे प्राप्त नंबर के हिसाब से एडमिशन करवाते।

डायरेक्ट एडमिशन के मामले में सीधा कॉलेज जाकर एप्लीकेशन फीस जमा करके फॉर्म भरना होता, इसके बाद ग्रेजुएशन के मार्कशीट, 12वी के एडमिट कार्ड, पहचानपत्र, आदि के ज़ेरॉक्स कॉपी के साथ सबमिट करके एडमिशन लेना होता।

एडमिशन के दौरान ही कोर्स के एडमिशन फीस जमा करना होता जो हर कॉलेज अपने हिसाब से लेते है, इसके बारे में हमने आगे चर्चा की है।

अब मेरिट के आधार पर जो एडमिशन लिया जाता है उसके लिए दो प्रॉसेस है, कुछ कॉलेज ग्रेजुएशन में प्राप्त नंबर के आधार पर मेरिट लिस्ट बनाते और कुछ कॉलेज एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट करवाते है और उंसमे प्राप्त नंबर के आधार पर ही मेरिट लिस्ट तैयार करते।

इसके बाद डॉक्यूमेंट्स की वेरिफिकेशन होता और आगे की प्रॉसेस सम्पन्न किया और लास्ट में एडमिशन फीस जमा करके कोर्स में दाखिला लेना होता।

यह पढ़े:

Post graduation Course ke application process

इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए पहले एप्लीकेशन करना होता। इसके लिए, आप जिस कॉलेज में दाखिला लेना चाहते है उसके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। वहां पर Apply online/Apply Now का बटन रहेगा उस पर क्लिक करके एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा।

फॉर्म भरते वक़्त आपके सारे डिटेल्स, क्वालिफिकेशन और उसके ज़ेरॉक्स कॉपी बगैरह अपलोड करना होगा और बाद में एप्लीकेशन फीस जमा करके फॉर्म सबमिट कर देना होगा। इसके बाद जो भी अपडेट आएगा उसके सारे जानकारी उसी वेबसाइट पर मिलते रहेंगे।

Post graduation Course Duration (पोस्ट ग्रेजुएशन कितने साल का होता है)

अगर आप सोच रहे है कि पोस्ट ग्रेजुएशन कितने साल का होता है तो बात दे, पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स की समयावधि मुख्यतः सब्जेक्ट के ऊपर निर्भर करती है, अलग अलग सब्जेक्ट के पीजी कोर्स अलग अलग समयावधि के होते। ज्यादातर पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री 2 साल का होता परंतु कुछ पीजी कोर्स है जो 1 साल से लेकर 3 साल के भी होता।

आज के समय बहुत से कॉलेज कुछ सब्जेक्ट्स में इंटेग्रेटेड पोस्ट ग्रेजुएशन करवाते है, जिसका समयावधि है पांच साल, इनमें से तीन साल की ग्रेजुएशन और बाकी के दो साल में पोस्ट ग्रेजुएशन करना होता।

कुछ पोत ग्रेजुएशन कोर्स के नाम

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज की बात करे तो बहुत से पीजी कोर्स है जिससे पोस्ट ग्रेजुएशन किया जा सकता है, लगभग जितने सब्जेक्ट्स है उन सभी मे पीजी किया जा सकता है। यहां हमने कुछ सब्जेक्ट्स के बारे में चर्चा की है:

MBA: एमबीए यानी मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन। इस कोर्स में बिजनेस मैनेजमेंट के बारे में सिखाया जाता है। एमबीए करने के लिए बीबीए कोर्स या किसी दूसरे सब्जेक्ट लेकर ग्रेजुएशन करना होता। यह 2 साल की कोर्स है।

MD: डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए एमडी कर सकते है। इसके लिए न्यूनतम योग्यता है एमबीबीएस जो किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से करना होगा।

इसके डायरेक्ट एडमिशन लिया जा सकता है परंतु कुछ कॉलेज उम्मीदवारों के क्वालिटी को पहचानने के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते है और उसके अधर पर ही एडमिशन लेते।

M Sc: एमएससी यानी मास्टर ऑफ साइंस। इसके अंतर्गत जितने भी विज्ञान से संबंधित विषय है वह सारे आ जाते  है(फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथेमेटिक्स, बायोलॉजी, इत्यादि) यह दो साल की कोर्स है। इसकी पढ़ाई के लिए विद्यार्थियों को न्यूनतम बीएससी पास करनी चाहिए, विज्ञान से जुड़े कोई विषय से।

M.A: MA का पूरा नाम है मास्टर ऑफ आर्ट्स। यह डिग्री उन स्टूडेंट्स के लिए है जो ग्रेजुएशन में किसी आर्ट्स सब्जेक्ट लेकर पढ़ाई की है या BA कोर्स की पढ़ाई की है। यह भी 2 साल की होती है जिसमे कुलमिलाकर चार सेमेस्टर देना होता।

M tech: एमटेक का मतलब है मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी, इंसमे टेक्नोलॉजी, सॉफ्टवेयर आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। इसकी पढ़ाई सिर्फ वह स्टूडेंट्स कर सकते है जिन्होंने ग्रेजुएशन में B.tech Course किये है किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से।

यह रहा कुछ पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स हालांकि इसके अंतर्गत बहुत से सब्जेक्ट्स आता है जिसके बारे में फिर कभी किसी अन्य आर्टिकल में चर्चा करेंगे अन्यथा यह आर्टिकल काफी बड़ा हो जाएगा।

Post graduation Course fees

किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पहले कोर्स का फीस स्टूडेंट्स के ऊपर एक असर डालता है क्योंकि, प्रत्येक छात्र के आर्थिक स्थिति एक जैसा नहीं होता। इसलिए किसी भी कोर्स करने से उसके कोर्स फीस अवश्य जान लेना चाहिए।

जैसे कि आपको पता चल गया होगा कि भिन्न सब्जेक्ट के लिए भिन्न तरह के पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री होते है जैसे, आर्ट्स स्टूडेंट्स के लिए एमए, इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए एमटेक, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के पढ़ाई करने वालो के लिए एमबीए, जैसे विभिन्न कोर्स होते है ठीक उसी प्रकार कोर्स फीस भी अलग होते।

आमतौर पर एमए या एमएससी करने में कम खर्च होता है परंतु दूसरे किसी पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में बहुत ज्यादा खर्च हो जाता। आमतौर पर एमए और कोर्स में लगभग ₹15,000 से ₹30,000 तक फीस लग जाते है।

एमएससी कोर्स की बात करे तो अलग अलग एमएससी कोर्स में फीस अलग होते है। यदि औसतन कोर्स फीस देखा जाए तो ₹25,000 से ₹2,50,000 तक होते है।

वही एमबीए या फिर एमडी, एलएलबी, एमटेक जैसे कोर्स की बात करे तो दूसरे पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के तुलना में अधिक फीस की आवश्यकता होगी, लगभग 1.5 लाख रुपये से 5 लाख रुपये, कुछ इंस्टीट्यूट में इससे ज्यादा फीस पे करना होता।

Post graduation kaise kare

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के एडमिशन प्रॉसेस के बारे में हमने पहले बात किये है। अब आइये जानते है कि पोस्ट ग्रेजुएशन कैसे करेंगे इसके बारे में।

पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए अभ्यर्थियों को सबसे पहले अपना मन चाह किसी विषय लेकर ग्रेजुएशन पूरा करना होगा किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से। इसके बाद ही पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए आवेदन कर सकते है।

पोस्ट ग्रेजुएशन करने के दो प्रॉसेस है, पहला आप रेगुलर कोर्स कर सकते है और दूसरा डिस्टेंस कोर्स यानी ओपन यूनिवर्सिटी से कोर्स कर सकते है। दोनों ही कोर्स का वैल्यू एक समान है। इंसमे सिर्फ एक ही अंतर है, रेगुलर कोर्स में हर दिन कॉलेज जाना होता परंतु डिस्टेंस कोर्स में रेगुलर कॉलेज जाने की आवश्यकता नहीं।

इसके अलावा रेगुलर कोर्स में दाखिला लेने के लिए ऐज लिमिट है परंतु डिस्टेंस पीजी कोर्स में आयु की कोई लिमिट नहीं है, किसी भी आयु के अभ्यर्थी इंसमे दाखिला ले सकते है।

Post graduation Colleges in India

इंडिया में पीजी कोर्स के लिए सैकड़ों सरकारी और प्राइवेट कॉलेज मिल जाएंगे परंतु किसी भी कॉलेज में दाखिला लेने से पहले उस कॉलेज UGC के मान्यता प्राप्त है कि नहीं इसके बारे में थोड़ा चेक कर लेना चाहिए।

यहां हमने बस कुछ ही कॉलेज और यूनिवर्सिटीज के नाम बताये है आप चाहे तो वहां से कर सकते है नहीं तो किसी अपने मन चाह किसी अच्छे इंस्टीट्यूट से भी कर सकते है।

• आईआईएम कोलकाता
• इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, दिल्ली
• ज़ेवियर लेबर रिसर्च इंस्टीट्यूट, जमशेदपुर
• टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज, मुंबई
• इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट, कोलकाता
• इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, ग़ाज़ियाबाद
• कलकत्ता यूनिवर्सिटी
• इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, दिल्ली

Post graduation ke Scope

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के स्कोप की बात करे तो, किसी भी क्षेत्र में नौकरी के लिए सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है पोस्टग्रेजुएट वालों को ही। इस कोर्स के बाद अभ्यर्थी चाहे तो सरकारी तथा निजी क्षेत्र में नौकरी की तैयारी कर सकते है अन्यथा हायर स्टडी भी कर सकते है, इसके लिए सबसे अच्छा है P.hd और अगर कोई शिक्षक बनने चाहते है तो B.ed कर सकते है।

कोई नौकरी करना चाहते तो उनके लिए भी नौकरी पाना दूसरे इंटरमीडिएट या ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स से थोड़ा आसान होता है। यहां पर सरकारी तथा प्राइवेट क्षेत्र के कुछ नौकरी के बारे में हने चर्चा की है।

पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद पब्लिक सेक्टर तथा सरकारी नौकरी: भारत मे हर स्टूडेंट्स सरकारी नौकरी के पीछे लगे हुए है। इसलिए इंसमे प्रतियोगिता काफी ज्यादा है परंतु अगर कोई सही तरीके तैयारी करते है तो नौकरी प्राप्त करना कोई बड़ी बात नहीं।

पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद आप IAS, IPS, PSC, SSC, Banking, Railway, School teacher, Police, Post service, LIC, IOC जैसे बड़े बड़े क्षेत्र में नौकरी कर सकते है।

पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी: हर स्टूडेंट का पसंद भिन्न हित है कोई सरकारी नौकरी करना चाहते तो कोई प्राइवेट क्षेत्र में। इसका मुख्य कारण, प्राइवेट क्षेत्र में करियर ग्रोथ और सैलरी पैकेज अच्छे मिलते है। प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी करने वालों के लिए यहां कुछ क्षेत्र के नाम चर्चा की गई है।

बैंकिंग क्षेत्र: अगर आप अपना पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई अकॉन्टेनस्य एंड फाइनेंस (accountancy & finance) लेकर किये है तो बैंकिंग आपके लिए एक अच्छे ऑप्शन हो सकता है नौकरी के लिए। बैंकिंग में आप लोन मैनेजर, ब्रांच मैनेजर, सेल्स एंड मार्केटिंग मैनेजर, कैशियर, क्लर्क बगैरह की नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है।

IT क्षेत्र: आज के समय हर जगह आईटी की बोलबाला है। ऐसे में अगर आप कंप्यूटर साइंस लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन किये है तो आप आईटी कंपनियों में सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, प्रोजेक्ट मैनेजर, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग मैनेजर जैसे पदों के लिए अप्लाई कर सकते है।

ह्यूमन रिसोर्स: अगर कोई ह्यूमन रिसोर्स लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन किये है किसी एमबीए इंस्टीट्यूशन से तो उनके लिए काफी डिमांड है। एक ह्यूमन रिसोर्स के डिग्री प्राप्त उम्मीदवार एचआर मैनेजर, रिक्रूटमेंट मैनेजर, ट्रेनिंग मैनेजर, सेल्स मैनेजर जैसे पदों के लिए काम कर सकते है। इन सभी कामों के अलावा और भी कई सारे काम है जिसे कर सकते है।

Post graduate ke Salary

अगर आप सोच रहे है कि पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद कितना सैलरी मिलेगा तो बात दे, कोर्स, योग्यता, काम के क्षेत्र, काम के पद जैसे बिंदु के ऊपर निर्भर करके सैलरी निर्धारण किया जाता। आमतौर पर इंडिया में पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद सालाना ₹ 1 लाख से ₹ 15 लाख तक सैलरी पैकेज मिल जाते है।

निष्कर्ष: इस पोस्ट में post graduation kya hota hai, पोस्ट ग्रेजुएशन कैसे करे, कोर्स की फीस कितना है, एडमिशन प्रॉसेस क्या है, स्कोप है, सैलरी कितना मिलेगा, इत्यादि post graduation in hindi के बारे में बारीकियों से चर्चा की है।

अगर आपके मन कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट सेक्शन पूछिये 24 घंटे के अंदर आपके सवाल का जवाब दिया जाएगा। आप हमारे ब्लॉग FutureBanaye.com को अपने दोस्तों से साझा कीजिये ताकि उन्हें भी इस कोर्स की बारीकियां पता चले।

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2 thoughts on “Post graduation kya hota hai और इसकी स्कोप, सैलरी, फीस, एडमिशन प्रॉसेस क्या है?”

  1. Maine graduation me honous paper ancient history me kiya h or mujhe post graduate kisi or subject me krna h

    1. यदि उस सब्जेक्ट के पात्रता में आपका ग्रेजुएशन का क्वालिफिकेशन फिट बैठता है तो आप अवश्य कर सकते है।

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