क्या आपका सपना 12वीं के बाद Pathology Course करके पैथोलोजिस्ट बनना है? परंतु Pathologist कैसे बने? या लैब टेक्नीशियन कैसे बने? इसके बारे में आपको डिटेल्स जानकारी नहीं है, तो आपको इसी क्षण से सारे चिंताओं को एक साइड में कर देना है।
क्योंकि, आज हम आपके इस परेशानी का हल करने वाले है और आपको बताने वाले है कि पैथोलॉजी कोर्स करके आप पैथोलोजिस्ट कैसे बन सकते है और पैथोलोजिस्ट बनने के लिए आपको कौन से मार्ग पर चलना चाहिए।
अगर आपको इन सभी बातों ज्ञात करना है तो आज की लेख आप ही के लिए है। आज हम जानेंगे पैथोलॉजी क्या है, पैथोलॉजी कोर्स के योग्यता, पैथोलॉजी कोर्स फीस, एडमिशन, सिलेबस, नौकरी, सैलरी, Pathology Course Details आदि के बारे में।
लेकिन पैथोलॉजी कोर्स के बारे में विस्तार से चर्चा करने से पहले हमारे कुछ दोस्तों को यह पता नहीं है कि पैथोलॉजी क्या है? ऐसे दोस्तों के लिए पैथोलॉजी के बारे में थोड़ा वर्णन दे दूं;
पैथोलॉजी क्या है
पैथोलॉजी चिकित्सा विज्ञान की एक ऐसी शाखा है जो रोगों का कारण, स्रोत, प्रकृति और दुष्प्रभाव के साथ जुड़ा है। इसके अध्ययन तथा निदान के लिए मनुष्य शरीर का विभिन्न अंगों, ऊतकों, शरीर मे मजूद तरल पदार्थों जैसे; रक्त, मल, मूत्र, थूक का परीक्षण किया जाता है।
आप अक्षर देखे होंगे किसी मरीज को जब भी कोई अंदरूनी बीमारी होती है तब उसकी निदान के लिए डॉक्टर कुछ पैथोलॉजिकल रिपोर्ट करने के लिए देते है जिसके आधार पर आगे की चिकित्सा प्रक्रिया आगे बढ़ाया जाता है।
ऐसे पैथोलॉजिकल रिपोर्ट सम्पन्न करने वाले यानी उत्तकों, रक्त, मल, मूत्र, थूक, का परीक्षण करने वाले पेशेवर व्यक्तियों को ही पैथोलोजिस्ट कहते है। ऐसे व्यक्ति कोई और नहीं, पैथोलॉजी कोर्स किये हुए एक्सपेरेंसड तथा स्किल्ड पेशेवर ही है।
ऐसे पेशेवर व्यक्तियों को जनरल पैथोलॉजी, एनाटॉमिकल पैथोलॉजी, क्लीनिकल पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, हेमेटोलॉजी, इम्यूनोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी जैसे सब्जेक्ट्स का अध्ययन करना होता।
आशा है आपको समझ आ गया होगा कि पैथोलॉजी क्या है और पैथोलोजिस्ट किसे किसे कहते है। अब आइए जानते है Pathology Course Details के बारे में।
Pathology Course Details in Hindi
जैसे कि हमने पहले ही बताये है, चिकित्सा विज्ञान की इस शाखा में रोगों का कारण, स्रोत, प्रकृति, दुष्प्रभाव, एबं उसके निदान के बारे में शिक्षा प्रदान किया जाता है। पैथोलॉजी कोर्स को कई भागों में बंटा गया है; डीएमएलटी, बीएमएलटी, बीएससी एमएलटी, एमएमएलटी, इत्यादि।
पैथोलॉजी, पैरामेडिकल के अंतर्गत आने वाले एक कोर्स है। जिसे डिजाइन करने का मुख्य उद्देश्य मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराना है। पैथोलॉजी कोर्स करने वाले उम्मीदवारों को 12वीं में साइंस लेकर पढ़ाई करनी पड़ती है जिसमे बायोलॉजी का विषय होना अनिवार्य है।
12वीं के पश्चात इस कोर्स में एडमिशन होने के लिए सरकारी तथा प्राइवेट कॉलेज उपलब्ध है। जिसमे मुख्यतः एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लिया जाता है। इसके औसतन फीस, कोर्स के लेवल के हिसाब से भिन्न होती है जिसे हमने डिटेल्स में आगे चर्चा की है।
आज के समय पैथोलॉजी कोर्स किये हुए पैथोलॉजिस्ट के मांग हमारे देश के अलावा विदेशों में काफी अधिक है। एक आंकड़े के मुताबिक, आने वाले समय में इस पेशे की मांग 27.5 प्रतिशत से बढ़ने वाले है।
ऐसे स्किल्ड और एक्सपेरेंसड उम्मीदवारों की मांग सरकारी तथा निजी अस्पताल, नर्सिंग होम, डायग्नोस्टिक सेंटर, डायग्नोस्टिक इंडस्ट्रीज, प्राइवेट क्लिनिक, आदि में काफी अधिक है। इसके अलावा पैथोलॉजी कोर्स किये हुए पैथोलॉजिस्ट खुद के पैथोलॉजी लैब भी खोल कर अपना भविष्य संवार सकते है।
अब आइए पैथोलॉजी कोर्स के टाइप और उसके योग्यता के बारे में बात करते है।
सर्टिफिकेट इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी: यह एक साल की सर्टिफिकेट कोर्स है जिसे 10वीं के पश्चात किया जाता है। यह कोर्स उन विद्यार्थी के लिए है जो पैथोलॉजी के कुछ प्राथमिक जानकारी प्राप्त करके असिस्टेंट लैब टेक्नीशियन के तौर पर प्राइवेट क्लिनिक में काम करना चाहते है।
सीएमएलटी कोर्स में सिर्फ डायरेक्ट एडमिशन ही लिया जाता है। इसके लिए आयु की कोई लिमिट नहीं है। इस कोर्स की फीस आमतौर कम होती है। इसके बारे में यहां क्लिक करके विस्तार से जाने CMLT Course Details.
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी: डीएमएलटी यानी डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी ढाई साल की डिप्लोमा कोर्स है, जिसमे छह महीने की इंटर्नशिप करना अनिवार्य है। इसके पहले दो साल में टोटल चार सेमेस्टर देने होते और बाकी के छह महीने इंटर्नशिप करने होते।
डीएमएलटी का कोर्स करने के लिए उम्मीदवारों को 12वीं में साइंस लेकर पढ़ाई करनी पड़ती है जिसमे फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी का विषय होना अनिवार्य है। और इन सभी विषयों में कम से कम 45 प्रतिशत नंबर प्राप्त करना आवश्यक है।
यह कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए श्रेष्ठ होगा जिन्हें किसी सरकारी तथा निजी अस्पतालों में लैब टेक्नीशियन के तौर पर नौकरी करना है परंतु उनके पास ज्यादा समय नहीं है बैचलर डिग्री के लिए।
अगर आपको डीएमएलटी कोर्स के बारे में विस्तार से जानना है तो इसके बारे में हमने एक डिटेल्स आर्टिकल लिख रखे है जिसे आप यहां क्लिक लरमे पढ़ सकते है DMLT Course Details
बैचलर इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी: बैचलर इन लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी को बीएमएलटी कोर्स के नाम से जाने जाते है। यह तीन साल की एक अंडर ग्रेजुएट कोर्स है, जिसमे छह सेमेस्टर आयोजित किया जाता है।
प्रत्येक सेमेस्टर के बीच छह महीने का समय मिलता है। इस कोर्स में एडमिशन के लिए विद्यार्थियों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी लेकर 12वीं पास करना होता।
12वीं के पश्चात एंट्रेंस एग्जाम तथा मेरिट के आधार कोर्स में एडमिशन मिलते है। तीन साल की कोर्स पूरा होने के बाद ऐसे उम्मीदवारों को सरकारी तथा निजी लेबोरेटरी में लैब तकनीशियन के रूप में काम करने का अवसर प्राप्त होती हैं।
बीएमएलटी कोर्स के बारे में हमने एक विस्तृत लेख लिख रखे है जिसे यहां क्लिक करके आप पढ़ सकते है BMLT Course Details
बैचलर ऑफ साइंस इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी: यह भी बीएमएलटी कोर्स की तरह तीन साल की ग्रेजुएशन कोर्स है, जिसमे हर छह यह के अंतराल में एक सेमेस्टर देने होते। इंसमे एंट्रेंस एग्जाम, मेरिट आधार पर एडमिशन तथा डायरेक्ट एडमिशन की सुविधाएं होती है।
इस कोर्स की औसतन फीस ₹300,000 से ₹600,00 की होती है। हालांकि सरकारी कॉलेजों में फीस इतनी नहीं होती। इंसमे एडमिशन के लिए 12वीं में कम से कम 45 प्रतिशत नंबर प्राप्त करना होता पीसीबी स्ट्रीम से।
परंतु यकीन मानिए, अगर आपको अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेना है तो 12वीं में ज्यादा से ज्यादा नंबर प्राप्त करना होगा तब जाकर आप मेरिट में दूसरे स्टूडेंट्स के साथ मुकाबले कर सकते है।
ध्यान रहे बीएमएलटी और बीएससी एमएलटी दोनों ही समकक्ष कोर्स है परंतु बीएससी एमएलटी में थोड़ा एडवांस लेवल की पढ़ाई करवाई जाती है। अगर आपको इस कोर्स के बारे में डिटेल्स लेख चाहिए तो कमेंट कीजिये, मैं एक डिटेल्स आर्टिकल लिख दूंगा।
मास्टर ऑफ मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी: मास्टर ऑफ मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी कोर्स को संक्षेप में एमएमएलटी कोर्स कहा जाता है। यह दो साल की पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है जसमे चार सेमेस्टर आयोजित किया जाता है।
इस कोर्स में दाखिल होने के लिए विद्यार्थियों को बैचलर डिग्री में न्यूनतम 50 फीसदी नंबर के साथ बीएमएलटी कोर्स करना पड़ता है। उसके बाद मेरिट के आधार पर इंसमे एडमिशन ले सकते है।
यह कोर्स उन विद्यार्थियों के लिए अच्छा है जो पैथोलॉजी की क्षेत्र में आगे चलकर रीसर्च करना चाहते है या फिर कॉलेज या यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर बनने का ख्वाइस रखते है। इस कोर्स की औसतन फीस ₹250,000 से ₹400,000 की होती है।
एमएससी एमएलटी: अगर अपने ग्रेजुएशन में बीएससी इन एमएलटी की कोर्स किये है तो पोस्ट ग्रेजुएशन में आप एमएससी एमएलटी की कोर्स कर सकते है। इस कोर्स में मुख्यतः बैचलर डिग्री में प्राप्त नंबर के आधार पर ही एडमिशन मिलता है।
दोस्तों यह रहा कुछ Pathology Course Details अब आइए जानते है कि पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए क्या करना होगा?
Pathologist kaise bane
आज के समय पैथोलॉजिस्ट के बिना मेडिकल क्षेत्र का कल्पना करना संभव ही नहीं नामुमकिन है। क्योंकि किसी भी रोगों का निदान करने में सबसे अहम भूमिका निभाते है पैथोलॉजिस्ट।
अगर आप पैथोलॉजिस्ट बनना चाहते है तो निम्नलिखित स्टेप को सही से पालन कीजिये, यकीन दिलाते है पैथोलॉजिस्ट बनने से आपको कोई नहीं रोक पायेगा।
- स्कूल की पढ़ाई पूरी करे: पैथोलॉजिस्ट बनने के लिए सबसे पहला चरण है साइंस लेकर 12वीं पूरा करना। 12वीं में न्यूनतम 45 फीसदी अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
ऐसे में बहुत से विद्यार्थियों के मन मे एक उलझन होती है। सिर्फ विद्यार्थियों के मन के ही नहीं इंटरनेट में ऐसे बहुत सारे वेबसाइट है जो कहती है 12वीं में पीसीबी लेकर पढ़ाई करने विद्यार्थी पैथोलॉजी का कोर्स कर सकते है। ऐसा नहीं है। सिर्फ और सिर्फ पीसीबी वाले ही पैथोलॉजी कोर्स करने के लिए योग्य है।
- मन पसंद पैथोलॉजी कोर्स चुने: जैसे कि हमने पहले ही बताये है पैथोलॉजी के अंतर्गत कई सारे कोर्स होते है जिनमे से एंट्री लेवल का कोर्स है डीएमएलटी, बीएमएलटी और बीएससी एमएलटी।
आप अपने आवश्यकतानुसार इन कोई भी एक पैथोलॉजी कोर्स चुन सकते है। अगर आपके पास पढ़ाई के लिए तीन साल है और आप आर्थिक रूप से आर्थिक रूप से स्वावलंबी है तो बीएमएलटी या बीएससी एमएलटी में से कोई भी एक कोर्स सेलेक्ट कर सकते है।
अन्यथा ढाई साल की डीएलएलटी कोर्स भी एक बेहतरीन ऑप्शन है जिसके माध्यम से आप किसी भी सरकारी अस्पताल के लेबोरेटरी में पैथोलॉजिस्ट के तौर पर काम कर सकते है।
- पैथोलॉजी कोर्स में एडमिशन: किसी भी पैथोलॉजी कोर्स में मुख्यतः एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लिया जाता है। हालांकि कुछ कॉलेज में 12बीं में प्राप्त नंबर के आधार पर भी एडमिशन मिलता है।
ऐसे में 12वीं के पश्चात विद्यार्थियों को एडमिशन के लिए फॉर्म भरना होता। इसके लिए कॉलेज या पैरामेडिकल काउंसिल के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होता।
फॉर्म भरने के लिए पहले विद्यार्थी का नाम, मोबाइल नंबर, डेट ऑफ बर्थ, आधार नंबर आदि दर्ज करके रजिस्ट्रेशन पूरा करना होता। इसके पश्चात यूजर आईडी और पासवर्ड के जरिये लॉगिन करके आवेदन करना होता।
आखिर में ऑनलाइन आवेदन शुल्क जमा करके आवेदन पत्र का प्रिंट कॉपी निकालकर अपने पास रख लेना है। अब अगर कॉलेज में एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लिया जाता है तो कुछ दिन बाद अधिकारी द्वारा एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा, एग्जाम में बैठने के लिए।
और जिन कॉलेज में 12वीं में प्राप्त नंबर के आधार पर एडमिशन लिया जाता है वैसे कॉलेज में आवेदन के पश्चात एक मेरिट लिस्ट जारी किया जाता है। अगर उंसमे नाम निकालता है तो काउंसलिंग में हिस्सा लेकर कोर्स में एडमिशन लेना होता।
- अच्छे से पढ़ाई करें: सपनों की कोर्स में एडमिशन लेने के पश्चात अब बारी है अपने को साकार करने की। इसके लिए आपको मेहनत करनी होगी और मन लगाकर पढ़ना होगा। कोर्स में थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल के ऊपर जोर देना है, इससे आपके कर्म जीवन में सहायता मिलेगी।
पैथोलॉजी कोर्स फीस
पैथोलॉजी कोर्स की फीस कोर्स के लेवल के अनुसार भिन्न होती है। इसके अलावा कॉलेज तथा राज्य के हिसाब से भी अलग अलग होती है। किसी सरकारी कॉलेज में कोर्स फीस न के बराबर होती पर प्राइवेट कॉलेज में कई गुना अधिक फीस देना होता।
यदि डीएमएलटी कोर्स की औसतन फीस देखा जाए तो औसतन ₹30,000 से ₹200,000तक होती है। वही बीएमएलटी तथा बीएससी एमएलटी कोर्स की फीस औसतन ₹300,000 से ₹8,00,000 तक होती है। ध्यान रहे यहां हमने औसतन फीस बताये है।
यदि किसी निर्दिष्ट कोर्स का वास्तविक फीस जानना है तो उसके कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर फीस स्ट्रक्चर के बारे में चेक कर सकते है।
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Pathology Course Scope (पैथोलॉजिस्ट क्या करे)
अगर आप सोच रहे है कि पैथोलॉजी कोर्स के बाद क्या करे तो आपको बता दे, आज के समय, मेडिकल क्षेत्र में पैथोलॉजी कोर्स किये हुए पैथोलॉजिस्ट की मांग तेजी से बढ़ रही है। ऐसे अनुभवी उम्मीदवारों की मांग हमारे देश के अलावा विदेशों में भी काफी अधिक है जहां हाई सैलरी पैकेज प्रदान करके पैथोलॉजिस्ट को नियुक्त किया जाता है।
पैथोलॉजी कोर्स के पश्चात आपके समक्ष उच्च शिक्षा और नौकरी के रूप में दो ऑप्शन रहती है। यदि आप डिप्लोमा किये है तो बैचलर, मास्टर तथा पीएचडी, एमफिल जैसे डिग्री कर सकते है अन्यथा निम्नलिखित क्षेत्र तथा पदों में नौकरी कर सकते है।
पैथोलॉजिस्ट के जॉब प्रोफाइल
- लैब टेक्नीशियन
- मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट
- मेडिकल एग्जामिनर
- बायोकेमिस्ट
- लैब एग्जीक्यूटिव
- क्लीनिकल पैथोलॉजिस्ट
- रिसर्च एनालिस्ट
- फॉरेंसिक पैथोलॉजिस्ट
- क्लीनिकल मैनेजर
- वेटरनरी पैथोलॉजिस्ट
- पैथोलॉजी प्रफेसर
पैथोलॉजिस्ट के लिए जॉब सेक्टर
- सरकारी अस्पताल
- निजी अस्पताल
- नर्सिंग होम
- डायग्नोस्टिक सेंटर
- प्राइवेट क्लिनिक
- खुद का डायग्नोस्टिक सेंटर
Pathologist Salary (पैथोलॉजिस्ट की सैलरी)
पैथोलॉजिस्ट की सैलरी देखा जाए तो उसने कौन सा कोर्स किये है और काम के तजुर्बे कितने है, काम का क्षेत्र कौन सा है, इन तीनों चिंजो के ऊपर निर्भर करती है। अमतौर पर नौकरी की शुरुआत में ₹25,500 से ₹33,000 के बीच सैलरी होती है। समय के साथ इंसमे बढ़ोतरी होती है।
निष्कर्ष: आज की इस महत्वपूर्ण लेख में हमने Pathology Course Details में चर्चा की है। यहां हमने बताये है कि पैथोलॉजी क्या है, पैथोलॉजिस्ट कैसे बने, पैथोलॉजी कोर्स के लिए योग्यता, पैथोलॉजी कोर्स फीस, एडमिशन प्रॉसेस, नौकरी और पैथोलॉजिस्ट की सैलरी, इत्यादि Pathology Course Details in Hindi में।
आशा करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। अगर पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में ज्यादा से ज्यादा शेयर करे गकी उन्हें भी पैथोलॉजी कोर्स के बारे में पता चले।
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