मेडिकल क्षेत्र में डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट के अलावा भी कई सारे लोगों का योगदान होता है, जिनके बिना चिकित्सा क्षेत्र की कल्पना भी नहीं कि जा सकती। ऐसे ही एक पेशा है Medical lab technician जिसे लैब टेक्नीशियन भी कहा जाता है।
यदि आप 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स करना चाहते है और अपना भविष्य इसी क्षेत्र बनाना चाहते है तो यह आर्टिकल ध्यानपूर्वक पढ़े यहां हमने Medical Lab technician Course Details के बारे में बारीकियों से जानकारी प्रदान करने वाले है।
ताकि आप लोगों को पता चले कि, लैब टेक्नीशियन क्या है, लैब टेक्नीशियन बनने के लिए योग्यता, लैब टेक्नीशियन कैसे बने, लैब टेक्नीशियन बनने के फीस, एडमिशन प्रॉसेस, स्कोप क्या है, सैलरी कितना मिलेगा, इत्यादि।
मेडिकल क्षेत्र में जितने भी पेशा है उनमें से लैब टेक्नीशियन एक ऐसा प्रोफेशन है जिसके मांग तेजी से बढ़ रहे है। क्योंकि, लैब तकनीशियन रोग निर्णय करके सही चिकित्सा करने में डॉक्टर को सहायता करती है।
आप लोग देखे होंगे रोग को लेकर जब कभी भो डॉक्टरों को दुविधा होती है तब मरीजों को तरह तरह के टेस्ट (रिपोर्ट) करने के लिए कहते है। और डॉक्टर के कहने से मरीज किसी डायग्नोसिस सेंटर में जाकर टेस्ट करवाते है।
उसके बाद रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद डॉक्टर उस रिपोर्ट के मुताबिक चिकित्सा करके मरीज को ठीक करते है। अब आइये जानते है कि लैब तकनीशियन कोर्स क्या है? लैब टेक्नीशियन किसे कहते है? लैब टेक्नीशियन का काम क्या है?
Lab Technician kya Hota Hai
लैब तकनीशियन वह लोग होते है जो डायग्नोसिस के माध्यम से डॉक्टरों को सहायता करते है रोग निर्णय करके चिकित्सा करने में। जब कभी की डॉक्टरों को रोग निर्धारण करने में दिक्कतें आती है तब कई तरह के रिपोर्ट करने के लिए कहते।
उसके बाद रिपोर्ट किसी डायग्नोसिस सेंटर में करना होता जिससे पता लग जाता कि शरीर में क्या क्या अंदरूनी समस्याएं है, और उसी रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर चिकित्सा सुरु करके मरीजों को ठीक करते है।
जो भी लोग डाइग्नोसिस सेंटर में डायग्नोसिस का काम करके रिपोर्ट तैयार करते है उन्हके ही लैब तकनीशियन या मेडिकल लैब तकनीशियन कहते। लैब तकनीशियन बनने के लिए सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स उपलब्ध है, जिसके बारे में आगे बताया गया है।
मेडिकल लैब तकनीशियन कोर्स (पैथोलॉजी लैब कोर्स)
मेडिकल लैब तकनीशियन बनने के लिए मुख्यतः चार तरह के पैरामेडिकल कोर्स मौजूद है; सीएमएलटी, डीएमएलटी, बीएमएलटी, और एमएमएलटी। जिसे 10 वी, 12 वी और ग्रेजुएशन के बाद किया जाता है।
इन कोर्स के समयावधि भिन्न है; सामान्यतः 6 माह से 3.5 साल (साढ़े तीन साल) की होती है। इस कोर्स में बायोकेमिस्ट्री, ह्यूमन एनाटोमी, ह्यूमन फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन लैब, इत्यादि सब्जेक्ट्स के बफे में पढ़ाया जाता है।
कोर्स पूरा होने के बाद, लैब तकनीशियन के तौर पर सरकारी और निजी अस्पतालों में नौकरी करने का अवसर मिलते है, इसके अलावा खुद की डायग्नोसिस सेंटर बगैरह खोल सकते है।
मेडिकल लैब तकनीशियन कैसे बने (lab technician kaise bane)
लैब तकनीशियन बनने के लिए निम्नलिखित कोर्स करना होगा:
• CMLT Course: अगर कोई 10 वी के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन के कोर्स करना चाहते तो उनके लिए सी.एम.एल.टी कोर्स सबसे अच्छा है। यह मुख्यतः 1 साल की कोर्स है, हालांकि कुछ इंस्टिट्यूट में इसे 6 में पूरा किया जाता है।
सी एम एल टी कोर्स में दाखिला लेने हेतु उम्मीदवारों को कम से कम 10 वी पास करना होगा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से या उसके समकक्ष योग्यता होनी चाहिए। इंस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आयु की कोई लिमिट नहीं है।
कोई भी चाहे तो पैरामेडिकल की यह सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते है। इंसमे नंबर की भी कोई लिमिट नहीं है। इस कोर्स के बारे में बारीकियों से यहां बताया गया है, CMLT Course Details.
• DMLT Course: डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी ढाई साल की एक डिप्लोमा कोर्स है जिसे 12 वी के बाद किया जाता। इसकी पढ़ाई के लिए 12 वी में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी होनी चाहिए।
डी एम एल टी कोर्स में दाखिला लेने के लिए कम से कम 17 साल की आयु होनी चाहिए और 12 वी में न्यूनतम 50 प्रतिशत नंबर प्राप्त करना होता, उसके बाद ही इस कोर्स में दाखिला मिलता।
इस कोर्स में कई तरीके से एडमिशन होता है; डायरेक्ट एडमिशन, एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन, और मेरिट के आधार पर एडमिशन। डायरेक्ट एडमिशन के मामले में कोई एग्जाम देने की आवश्यकता नहीं डायरेक्ट कॉलेज से संपर्क करके एडमिशन लेने होता।
और कुछ कॉलेज में एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लिया जाता है। हर राज्य में अलग अलग नाम से एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता उंसमे उत्तीर्ण होने के बाद काउंसलिंग में हिस्सा लेना होता उसके बाद ही कोर्स में दाखिला मिलते।
इस कोर्स के सिलेबस, एडमिशन, कोर्स फीस, ट्रेनिंग, बेस्ट कॉलेज, इत्यादि के बाटे में बारीकियों से जानने के लिए इसे पढ़े, DMLT Course Details.
• BMLT Course: बी एम एल टी की पूरा नाम है बैचलर इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी। एक साढ़े तीन साल (3.5 साल) की ग्रेजुएशन कोर्स है, इंसमे तीन साल की एकेडमिक पढ़ाई और बाकी छह महीने की इंटर्नशिप करना होता।
इंसमे दाखिला लेने हेतु न्यूनतम 12 वी पास करना होता किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट लेकर और इंसमे कम से कम 50 प्रतिशत नंबर होनी चाहिए।
आयु की बात करे तो न्यूनतम 17 साल है और सर्वाधिक आयु की कोई लिमिट नहीं है, हालांकि कुछ कॉलेज में सर्वाधिक 25 वर्ष के उम्मीदवारों को ही दाखिला मिलते।
बी.एम.एल.टी कोर्स के बारे के पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल को पढ़े, BMLT Course Details
• MMLT Course: एम एम एल टी 2 साल की पोस्ट ग्रेजुएशन पैरामेडिकल कोर्स है जिसे करने के लिए उम्मीदवारों को साढ़े तीन साल की बी एम एल टी कोर्स पूरा करना होता उसके बाद एम एम एल टी कोर्स में दाखिला मिलता।
मेडिकल लैब तकनीशियन एडमिशन प्रॉसेस
मेडिकल लैब तकनीशियन बनने के लिए मुख्यतः तीन तरीके से एडमिशन लिया जाता है; एंट्रेंस एग्जाम, मेरिट के आधार पर एडमिशन और डायरेक्ट एडमिशन।
• एंट्रेंस एग्जाम: ज्यादातर सरकारी कॉलेज में और कुछ बड़े बड़े प्राइवेट कॉलेज में भी एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है। इसके आवेदन प्रक्रिया 12 वी के फाइनल एग्जाम के बाद सुरु होता है। ध्यान रहे, अलग अलग राज्य में अलग अलग नाम से एंट्रेंस एग्जाम होता है।
कुछ एंट्रेंस एग्जाम के नाम है; SMFWB paramedical entrance exam, NIPER Joint entrance test, CPNET, IPU CET, इत्यादि। एग्जाम में उत्तीर्ण होने के बाद उम्मीदवारों का मेरिट लिस्ट बनाया जाता, जिसके आधार पर एडमिशन मिलता।
• मेरिट के आधार पर एडमिशन: कुछ कॉलेज में 12 वी में प्राप्त नंबर के आधार पर एडमिशन करवाते है। ऐसे में उम्मीदवारों को 12 वी के बाद कॉलेज/यूनिवर्सिटीज के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर एप्लीकेशन भरना होगा।
उसके बाद उम्मीदवारों द्वारा 12 वी में प्राप्त के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया जाता और उसी के आधार पर ही एडमिशन लिया जाता है।
• डायरेक्ट एडमिशन: इस तरह के एडमिशन सबसे आसान है, इंसमे किसी भी प्रकार के कोई एग्जाम देने की आवश्यकता नहीं होती। उम्मीदवार जिस कॉलेज में दाखिला लेना चाहते उस कॉलेज के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर एप्लीकेशन भरना होता।
उसके बाद सारे दस्तावेज और एडमिशन फीस लेकर सीधा कॉलेज जाकर एडमिशन फॉर्म भरकर एडमिशन लेना होता, हालांकि अभी कॉलेज में ऑनलाइन एडमिशन भी मिल जाता है।
लैब तकनीशियन कोर्स फीस
मेडिकल लैब तकनीशियन कोर्स फी की बात करे तो, भिन्न-भिन्न पैरामेडिकल कोर्स में फीस भिन्न होते है। यदि सी.एम.एल.टी कोर्स की बात करे तो, ₹ 7000 से ₹ 25,000 होते है, और डी.एम.एल.टी कोर्स में ₹ 30,000 से ₹ 2,50,000 फीस लग जायेगा।
वही बी.एम.एल.टी कोर्स की बात करे तो, साढ़े तीन साल में ₹ 2,00,000 से ₹ 4,00,000 तक फीस लग जायेगा। यह राशि कॉलेज के हिसाब से भिन्न हो सकता है।
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मेडिकल लैब टेक्नीशियन योग्यता
लैब तकनीशियन योग्यता कोर्स के हिसाब से भिन्न-भिन्न है।सी.एम.एल.टी कोर्स के लिए योग्यता की बात करे तो, कम से 10 वी पास करना चाहिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से, इंसमे आयु की कोई लिमिट नहीं है।
वही डी. एम.एल.टी कोर्स के योग्यता देखा जाए तो, किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर 12 वी पास करना होगा। 12वी में कम से कम 50 प्रतिशत नंबर होनी चाहिए जनरल वर्ग के छात्रों के लिए और एससी, और एसटी उम्मीदवारों के लिए 45 प्रतिशत नंबर चाहिए और कम से कम 17 की आयु होना चाहिए।
बी.एम.एल.टी कोर्स के योग्यता भी डी.एम.एल.टी कोर्स की तरह ही है। इंसमे भी 12 वी या उसके समकक्ष योग्यता हासिल करना होगा फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से। इन सब्जेक्ट्स में न्यूनतम 50 प्रतिशत नंबर चाहिए और उम्मीदवारों के आयु कम से कम 17 साल की होनी चाहिए।
लैब टेक्नीशियन कोर्स के बाद क्या करे
आज के समय मेडिकल क्षेत्र की डिमांड तेजी से बढ़ रहे है हर कोई चाहते अपना करियर मेडिकल क्षेत्र में बनाये। डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट की तरह ही लैब टेक्नीशियन के मांग बहुत ज्यादा है। ऐसे उम्मीदवारों का मांग विदेशों में भी काफी अधिक है, कोई चाहे तो वहां भी नौकरी कर सकते है जहां सलाभी अच्छा खासा मिलेगा।
लैब टेक्नीशियन कोर्स के बाद लैब टेक्नीशियन का डिग्री प्राप्त हो जाती है। उसके बाद कोई भी लैब टेक्नीशियन के रूप में नौकरी कर सकते है। यहां पर कुछ क्षेत्र और पद के नाम बताया गया है;
• सरकारी अस्पताल
• प्राइवेट अस्पताल
• प्राइवेट क्लिनिक
• प्राइवेट डायग्नोसिस सेंटर
• खुद के डायग्नोसिस सेंटर
• नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन
• डायग्नोसिस इंस्ट्रूमेंट्स कंपनी
• फार्मास्यूटिकल कंपनी
• पब्लिक सेक्टर कंपनी
मेडिकल लैब तकनीशियन सैलरी
मेडिकल लैब टेक्नीशियन कोर्स के बाद सैलरी बहुत से बिंदु पर निर्भर करके निर्धारित की जाती है; सबसे पहले शैक्षणिक योग्यता (सी.एम.एल.टी/डी.एम.एल.टी/बी.एम.एल.टी) नौकरी के पद, नौकरी के क्षेत्र, अनुभव, इत्यादि।
आमतौर पर लैब तकनीशियन के सैलरी सुरुवात में ₹ 12,000 से ₹ 30,000 तक होती है। परंतु जैसे जैसे काम के अनुभव बढ़ता है सैलरी बढ़ना भी सुरु हो जाते है।
निष्कर्ष: आज की इस आर्टिकल में लैब तकनीशियन कोर्स के बारे में बारीकियों से चर्चा की गई है। हमे आशा है आपको समझ आ गया होगा की lab technician क्या होता है, लैब तकनीशियन कोर्स के योग्यता, मेडिकल लैब तकनीशियन कोर्स फीस, लैब टेक्नीशियन के स्कोप, लैब टेक्नीशियन के सैलरी, इत्यादि।
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