यदि आप 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स करना चाहते है तो इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़े यहां हमने कुछ टॉप मेडिकल कोर्स के बारे में बताये है जिसे 12 वीं के बाद किया जाता है, इनमे से कुछ मेडिकल कोर्स में NEET Exam की जरूरत पड़ती है और कुछ में बिना NEET दिए एडमिशन लिया जाता है।
आज के समय मेडिकल क्षेत्र की स्कोप को देखते हुए ज्यादातर विद्यार्थी और उनके अभिभावकों का इच्छा होती है कि उनके बच्चे 12 वी के बाद मेडिकल कोर्स लेकर पढ़ाई करे ताकि आगे चलकर बच्चे की भविष्य उज्जवल बने।
अगर आप भी उन स्टूडेंट्स में से कोई है जिनका सपना है मेडिकल फील्ड में अपना जिंदगी सवांरना परंतु 12 वीं के बाद कौन कौन से मेडिकल कोर्स है उसके बारे में सही जानकारी नहीं है तो इस पोस्ट को सुरु से लेकर आखिरी तक अच्छे से पढ़े, आपको पता चल जाएगा कि आपको 12 वीं के बाद कौन सी मेडिकल कोर्स करनी चाहिए।
12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स (Medical Course after 12th)
• MBBS Course मेडिकल कोर्स: मेडिकल कोर्स में से सब की चहिते कोर्स है “बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी” (MBBS), परंतु MBBS करना सबकी बस की बात नहीं होती क्योंकि इंसमे कड़ी मेहनत और तपस्या लगती है, साथ आर्थिक स्थिति भी ठीक होनी चाहिए।
एमबीबीएस की पढ़ाई करने हेतु उम्मीदवारों को 12 वी में साइंस लेकर पढ़ाई करनी चाहिए जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी का विषय होना अनिवार्य है। इसके बाद नीट एग्जाम देना होता जिसके आधार पर एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन मिलते।
यह साढ़े पांच साल की कोर्स है जिसमे से साढ़े चार साल की एकेडमिक पढ़ाई करनी होती है और बाकी के एक साल की इंटर्नशिप करना होता, उसके बाद ही विद्यार्थियों को एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त होती है।
एमबीबीएस की डिग्री मिल जाने पर विद्यार्थी एमबीबीएस डॉक्टर बन जाते है उसके बाद सरकारी तथा निजी अस्पतालों में डॉक्टर बनने का अवसर मिलते है। इसके साथ कोई चाहे तो खुद का क्लीनिक खोलकर प्रैक्टिस भी कर सकते है।
अगर आपका सपना एमबीबीएस डॉक्टर बनना है तो इसे एक बाद अवश्य पढ़ें यहां MBBS Doctor कैसे बने उसके बारे में डिटेल्स में बताई गई है।
• BDS Course मेडिकल कोर्स: एमबीबीएस के बाद विद्यार्थियों का दूसरा सबसे पसंदीदा मेडिकल कोर्स है बीडीएस यानी बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी, यह पांच साल की ग्रेजुएशन कोर्स है जिसमे से चार साल की एकेडमिक पढ़ाई करनी होती और बाकी की एक साल इंटर्नशिप करना होता।
एमबीबीएस डिग्री की तरह बीडीएस कोर्स की इंटर्नशिप में हर महीने सैलरी प्रदान किये जाते है। एक साल की इंटर्नशिप पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को बीडीएस की डिग्री प्राप्त हो जाती है।
उसके बाद दांतो की डॉक्टर के रूप में सरकारी अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल, नर्सिंग होम, खुद की डेंटल क्लिनिक, आदि में काम कर सकते है।
इस कोर्स के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम 12 वी पास करना होता किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी लेकर, इन सभी सब्जेक्ट्स कम से कम 45 प्रतिशत नंबर होनी अनिवार्य है।
दांतो की डॉक्टर यानी BDS डॉक्टर कैसे बने, एडमिशन प्रॉसेस क्या है, कोर्स फीस कितना है, सिलेबस क्या है, स्कोप और नौकरी क्या मिलेगा और सैलरी कितनी होगी, इत्यादि के बारे यहां जाने > BDS Course Details
• BAMS मेडिकल कोर्स: 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स की लिस्ट में अगला कोर्स है बीएएमएस यानी बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी साढ़े पांच साल की मेडिकल कोर्स है इसे एंट्रेंस एग्जाम में उत्तीर्ण होने के बाद ही किया जाता है। इस कोर्स में आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट के बारे में बारीकियों से पढ़ाया जाता है।
साढ़े पांच साल की बीएएमएस कोर्स पूरा होने के बाद उम्मीदवारों को अस्पतालों में सरकारी नौकरी मिल जाता है, इसके अतिरिक्त नर्सिंग होम, खुद की क्लिनिक आदि में बीएएमएस डॉक्टर प्रैक्टिस कर सकते है।
BAMS डॉक्टर बनने के लिए इस कोर्स के बारे और भी अच्छे से जानना चाहिए ताकि आगे चलकर कोई दिक्कत न हो, अगर आपको डिटेल्स में जानना है तो यह पढ़े > BAMS Course Details
• BHMS Course मेडिकल कोर्स: बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी यानी बीएचएमएस कोर्स होमियोपैथी डॉक्टर बनने के लिए है। इस मेडिकल कोर्स में दाखिला लेने के लिए पहले उम्मीदवारों को नीट एग्जाम में उत्तीर्ण होना पड़ता है उसके बाद इंसमे दाखिला मिलते।
यह साढ़े पांच साल की बैचलर डिग्री है जिसमे साढ़े चार साल की पढ़ाई और आखिरी के एक साल की इंटर्नशिप करना होता किसी भी सरकारी अस्पताल से। इंटर्नशिप के बाद सफल उम्मीदवारों को ही बीएचएमएस की डिग्री प्राप्त होती है।
बीएचएमएस की कोर्स में दाखिल होने के लिए विद्यार्थियों का आयु कम से कम 17 साल की होनी चाहिए, और सर्वाधिक आयु की कोई सीमा नहीं है। इसके लिए नीट एग्जाम में अच्छे रैंक लाने होते तभी इंसमे दाखिला मिलने की संभावना होती।
अगर आपको बीएचएमएस कोर्स के बारे में बारीकियों से जानना है जैसे कि एडमिशन प्रॉसेस क्या है, एंट्रेंस एग्जाम, कोर्स फीस, सिलेबस, स्कोप, नौकरी, सैलरी इत्यादि तो इसे पढ़े > BHMS Course Details in Hindi
• BUMS Course मेडिकल कोर्स: बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी एक ग्रेजुएशन कोर्स है जिसकी समयावधि है साढ़े पांच साल; इनमे से साढ़े चार साल की क्लास पढ़ाई और एक साल की इंटर्नशिप है।
BUMS कोर्स लेकर पढ़ाई करने के लिए उम्मीदवारों को 12 वी में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर पढ़ाई करनी होती उसके बाद नीट एग्जाम उत्तीर्ण होना पड़ता, तभी बीयूएमएस कोर्स में एडमिशन मिल सकता है।
बीयूएमएस मेडिकल कोर्स की फीस आमतौर पर सरकारी कॉलेजों में बहुत कम होती है; ऐसे कॉलेज में नीट में प्राप्त नंबर के आधार पर काउंसलिंग होता उसके बाद एडमिशन मिलते, वही प्राइवेट कॉलेज में दाखिला भी नीट उत्तीर्ण होने के बाद मिलते है। प्राइवेट कॉलेज की फीस आमतौर पर 10 लाख से 15 लाख तक होती है।
अगर आपको बीयूएमएस कोर्स के बारे में डिटेल्स में जानना है तो यहां क्लिक करके इस लेख को पढ़े जहां हमने BUMS Course के बारे के बारीकियों से चर्चा की है।
• BNYS Course मेडिकल कोर्स: बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगा साइंस, चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा है जो शरीर की अपनी उपचार क्षमता पर केंद्रित होती है। इस चिकित्सा प्रणाली में बिना एलोपैथिक दवाई उपयोग करके शरीर की मरम्मत, स्व-सफाई, प्रतिरक्षा इत्यादि के बारे में बताता है।
मेडिकल की इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को 12 वी के बाद नीट एग्जाम पास करना होता उसके बाद इंसमे दाखिला मिलते। साढ़े पांच साल की कोर्स पूरा होने के बाद बीएनवाईएस डॉक्टर के रूप में नौकरी मिलते है। (यह पढ़े: Dialysis Course Details)
• BSMS Course मेडिकल कोर्स: बीएसएमएस की पूरा नाम है बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी। इस चिकित्सा विज्ञान के अनुसार मनुष्य शरीर के साइकोलॉजी और फिजियोलॉजी सात एलिमेंट द्वारा जैसे; प्लाज्मा, रक्त, फैट, मसल, नस, हड्डी तथा वीर्य कंट्रोल किया जाता है।
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवारों को नीट एग्जाम पास करना होता तभी इंसमे दाखिला मिलते। उसके बाद कोर्स पूरा होने के सरकारी तथा निजी चिकित्सा क्षेत्र में नौकरी मिलते है।
• B pharm मेडिकल कोर्स: बी फार्मा यानी बैचलर ऑफ फार्मेसी एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसकी समयावधि चार साल की है। इन चार सालों में विद्यार्थियों को दवाइयों से जुड़े जानकारी प्रदान की जाती है।
ताकि दवाइयों का रिसर्च, प्रोडक्शन, क्वालिटी एनालिसिस, पैकेजिंग, कंपाउंडिंग, डिस्पैनसिंग, इत्यादि के बारे में पेशेवर Pharmacist मिल सके और मरीजों को और भी अच्छे से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया किया जा सके।
बी फार्मा की पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थियों को 12 वी में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी/मैथेमेटिक्स लेकर पढ़ाई करनी होती है उसके बाद एंट्रेंस एग्जाम में हिस्सा लेकर कोर्स में दाखिला मिलता है।
अन्यथा अगर कोई विद्यार्थी डी फार्मा के बाद बी फार्मा करना चाहते है तो वैसे विद्यार्थियों के लिए बी फार्मा की दूसरे वर्ष में लेटरल एंट्री मिल जाता है यानी अगर कोई डी फार्मा के बाद बी फार्मा करते है तो उनके लिए बी फार्म तीन साल की है।
बी फार्म कोर्स के बारे में बारीकियों से स्टेप बाई स्टेप जानने के लिए इसे पढ़े > B pharm kya Hai और कैसे करे
• BMLT मेडिकल कोर्स: 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स की लिस्ट में अगला कोर्स है बीएमएलटी यानी बैचलर ऑफ मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी, यह एक पैरामेडिकल कोर्स है जिसकी मांग दिन प्रति दिन तेजी से बढ़ रहा।
पैरामेडिकल की एक कोर्स लड़के हो या लड़की कोई भी कर सकती है, सिर्फ उम्मीदवारों को 12 वी में किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर पास करनी होगी।
उसके बाद डायरेक्ट, मेरिट और एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से BMLT कोर्स में दाखिल हो सकते है। कोर्स पूरा होने के बाद विद्यार्थी रजिस्टर मेडिकल लैब टेक्नीशियन बन जाते है जिनके काम होता है रोगों की डायग्नोसिस करना।
इस कोर्स के फीस, एडमिशन प्रॉसेस, एंट्रेंस एग्जाम, बेस्ट कॉलेज, सिलेबस, स्कोप, नौकरी, इत्यादि डिटेल्स में जानने के इसे पढ़े > BMLT Course Details
• B sc Nursing मेडिकल कोर्स: अगर आप कोई लड़की है तो आपके लिए डॉक्टर बनने के अलावा सबसे अच्छा पेशा है बीएससी करके नर्स बनना। यह चार साल की एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमे आठ सेमेस्टर देने होते हर छह माह के बाद में।
बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ इंस्टिट्यूट नीट में उत्तीर्ण उम्मीदवारों को ही एलिजिबल मानते है परंतु ज्यादातर प्राइवेट कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन और मेरिट के आधार पर एडमिशन मिल जाता है।
बीएससी नर्सिंग के बारे में डिटेल्स में जानने के लिए इस आर्टिकल को पढ़े, यहां हमने बताये है कि > B sc Nursing kya Hai और कैसे, कोर्स फीस, एडमिशन प्रॉसेस, सिलेबस, सब्जेक्ट्स, बेस्ट कॉलेज, स्कोप, नौकरी, सैलरी, इत्यादि।
• BMRIT मेडिकल कोर्स: BMRIT यानी बैचलर ऑफ मेडिकल रेडियो डायग्नोसिस एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी इसे बीएससी मेडिकल रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी के नाम से भी जाने जाते है, यह साढ़े तीन साल की एक Radiology Course है जिसे 12 वी के बाद किया जाता है।
BMRIT करने वाले उम्मीदवारों को 12 वी में PCB स्ट्रीम लेकर पढ़ाई करनी चाहिए और उंसमे न्यूनतम 50 प्रतिशत नंबर लाना है। उसके बाद इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए योग्य बनते है।
इस मेडिकल कोर्स के भविष्य, कोर्स फीस, दाखिल होने की प्रॉसेस, स्कोप, सरकारी तथा प्राइवेट अवसर, सैलरी, इत्यादि के बारे जानने के लिए इसे पढ़े > BMRIT Course Details
• BPT मेडिकल कोर्स: 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स की लिस्ट में दूसरी कोर्स है बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी, यह साढ़े चार साल की अंडरग्रेजुएट कोर्स है। इंसमे आठ सेमेस्टर देने होते और आखिरी के छह महीने इंटर्नशिप करना होता।
बीपीटी की पढ़ाई करने के लिए इंडिया में सैकड़ों कॉलेज है जिसमे एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से, मेरिट के आधार पर, और डायरेक्ट एडमिशन लिया जाता है। इसके लिए सबसे पहले उम्मीदवारों को 12 वी पास करना होता PCB विभाग से।
साढ़े चार साल की बीपीटी कोर्स पूरा होने के बाद डिग्री धारकों को फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के रूप में मेडिकल क्षेत्र में अवसर मिलते है। ऐसे उम्मीदवारों की मांग हमारे देश के अलावा विदेशों में भी काफी अधिक है।
अगर आपको बीपीटी कोर्स के बारे में अच्छे से जानना है तो हमने पहले से एक डिटेल्स आर्टिकल लिख रखे जसमे बीपीटी कोर्स के बारे में बता रखे है उसे जानने के लिए इसे पढ़े > BPT Course Details
• BOT मेडिकल कोर्स: बैजेलोर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी एक मेडिकल कोर्स है जिसे 12 वी के बाद किया जाता है। कोर्स में दाखिल होने के लिए उम्मीदवारों को 12 वी फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर पढ़ाई करनी चाहिए।
इसके अलावा उम्मीदवारों का आयु न्यूनतम 17 साल की होना अनिवार्य है, एप्लीकेशन गरम भरते समय उम्मीदवार का आयु इससे कम नहीं होनी चाहिए।
साढ़े चार साल की BOT Course पूरा होने के पश्चात उम्मीदवारों के लिए मेडिकल क्षेत्र में नई नई द्वार खुल जाते है जहां बीओटो डिग्री धारक ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट के रूप में नौकरी कर सकते है।
• B sc in Dialysis Therapy मेडिकल कोर्स: बैचलर ऑफ साइंस इन डायलिसिस थेरेपी टेक्नोलॉजी एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसकी समयावधि 3-4 साल की होती है; कुछ कॉलेज में तीन साल लगते वही कुछ कॉलेज में एक्स्ट्रा एक साल की इंटर्नशिप करना पड़ता है।
इस कोर्स की पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थियों को किसी मान्यता बोर्ड से 12 वी पास करना होता फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी लेकर कम से कम 45 प्रतिशत नंबर से, उसके बाद कोर्स में दाखिला मिलते की योग्यता बनते है।
अन्यथा जो भी विद्यार्थी 12 वी के बाद डिप्लोमा इन डायलिसिस थेरेपी की कोर्स किये हुए है वह बीएससी इन डायलिसिस थेरेपी की दूसरे वर्ष में लेटरल एडमिशन ले सकते है, ऐसे मामले में उम्मीदवारों को कम से कम 45 प्रतिशत नंबर से डिप्लोमा इन डायलिसिस थेरेपी की कोर्स में उत्तीर्ण होना पड़ेगा।
• D pharma मेडिकल कोर्स: डिप्लोमा इन फार्मेसी एक एंट्री लेवल फार्मेसी कोर्स है जिसे 12 वी के बाद किया जाता है। इंसमे लड़के हो या लड़की कोई भी एडमिशन ले सकते है, परंतु उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वी पास करना होगा फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी या मैथेमेटिक्स से।
उसके बाद एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से कोर्स में एडमिशन ले सकते है, कुछ इंस्टीट्यूट में डायरेक्ट एडमिशन मिल जाते है वही कुछ इंस्टिट्यूट में डायरेक्ट एडमिशन।
डी फार्मा ढाई साल की कोर्स है। कोर्स पूरा होने के बाद उम्मीदवारों का नाम फार्मेसी काउंसिल द्वारा रजिस्टर कर लिया जाता है उसके बाद उम्मीदवार रजिस्टर फार्मासिस्ट बन जाते है।
डी फार्मा के बारे में डिटेल्स में जानने के लिए इसे पढ़े यहां हमने डी फार्मा कोर्स के बारे में अच्छे से बताये है > D pharma kya Hai और कैसे करे।
• GNM मेडिकल कोर्स: जनरल नर्सिंग मिडवाइफरी साढ़े तीन साल की एक डिप्लोमा कोर्स है जिसमे से तीन साल की एकेडमिक पढ़ाई और लास्ट छह महीने की इंटर्नशिप करनी होती। यह एकमात्र ऐसी मेडिकल कोर्स है जिसे 12 वी के बाद कोई भी विद्यार्थी कर सकते है।
जो भी विद्यार्थी किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वी या उसके समकक्ष कोई डिग्री हासिल किए है साइंस / आर्ट्स / कॉमर्स शाखा से वह इस कोर्स के लिए एलिजिबल है। जीएनएम कोर्स में पूरा होने के बाद उम्मीदवार मेडिकल क्षेत्र में नर्स के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर सकते हैं।
पहले GNM नर्सिंग की पढ़ाई सिर्फ लड़कियां कर सकती थी परंतु अभी लड़के हो या लड़की कोई भी इसकी पढ़ाई कर सकती है और आगे की जिंदगी नर्स के रूप में मेडिकल फील्ड में प्रतिष्ठा कर सकती है।
जीएनएम नर्सिंग कोर्स डिटेल्स के बारे में जानने के लिए इसे पढ़े यहां हमने जीएनएम कोर्स से जुड़े सारे जानकारी प्रदान की > GNM kya Hai और कैसे करे
• DMLT मेडिकल कोर्स: जिन उम्मीदवार BMLT कोर्स करके मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनना चाहते है परंतु किसी कारण से नहीं बन पा रहे है, वैसे स्टूडेंट्स के लिए सबसे अच्छा है कोर्स DMLT यानी डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी।
यह ढाई साल की एक पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्स है जिसे करने के लिए उम्मीदवारों को कम से कम 17 साल की होनी चाहिए और किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCB स्ट्रीम लेकर 12 वीं पास करनी चाहिए।
उसके बाद डीएमएलटी कोर्स के लिए आवेदन कर सकती है। इसके एडमिशन के तरीके से होती जिसके बारे में जानने के लिए इसे पढ़े यहां हमने डीएमएलटी कोर्स के बारे में बारीकियों से चर्चा की है > DMLT Course Details
• DOPT मेडिकल कोर्स: 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स की लिस्ट अगला कोर्स है DOPT यानी डिप्लोमा इन ऑप्थलमिक टेक्नोलॉजी, इसे DOT के नाम से भी जाने जाते है, यह एक डिप्लोमा कोर्स है।
जिसकी समयावधि है ढाई साल; इनमे से दो साल की शैक्षणिक पढ़ाई (थ्योरी+प्रैक्टिकल) और आखिरी के छह महीने की इंटर्नशिप करना होता किसी सरकारी अस्पताल से, उसके बाद इंटर्नशिप पूरा होते है डिप्लोमा इन ऑप्थलमिक की डिग्री मिल जाएगा।
अगर आपको इस कोर्स के बारे में जानना है तो इसे पढ़े > DOPT Course Details
• DPT मेडिकल कोर्स: अगर कोई कम समय और कम खर्च में फिजियोथेरेपी कोर्स करना चाहे तो डीपीटी सबसे अच्छा ऑप्शन। डीपीटी यानी डिप्लोमा इन फिजियोथेरेपी टेक्नोलॉजी ढाई साल की पैरामेडिकल कोर्स है।
इस कोर्स में मुख्यतः तीन तरीके से एडमिशन करवाया जाता है; एंट्रेंस एग्जाम, 12 वी में प्राप्त नंबर के आधार पर मेरिट एडमिशन और डायरेक्ट एडमिशन। डीपीटी कोर्स के बारे में डिटेल्स जानने के लिए इसे पढ़े > DPT Course Details
निष्कर्ष: इस लेख में हमने 12 वीं के बाद की जाने वाली मेडिकल कोर्स के बारे में बताये है ताकि जिन विद्यार्थियों को 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स करना है उन्हें मेडिकल कोर्स चुनने के कोई दिक्कत न हो।
यहां पर जितने भी मेडिकल कोर्स के बारे में बताया गया है उसके अलावा भी और कई सारे मेडिकल कोर्स है जिसे 12 वी के बाद किया जाता है। यहां हमने सिर्फ टॉप मेडिकल कोर्स के बारे में बताये है जिसके मांग तेजी बढब्राहि है।
आपको कौन सा मेडिकल कोर्स करना चाहते है वह कमेंट करके बताये और अगर किसी कोर्स के बारे में जानना है तो वह भी कमेंट सेक्शन में बताएं।
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12 th ke baad medical shop kab khol sakte hai or hame kya karna chahiya
फार्मेसी लेकर पढ़ाई करनी चाहिए।