Electronics and Communication Engineering in Hindi

यदि आप अभी स्कूल में पढ़ाई कर रहे है और आप का सपना है इंजीनियर बनना, परंतु इस बात से परेशान है कि इंजीनियरिंग में कौन सा ब्रांच चुनना चाहिए जिसकी मांग अभी है और आने वाले समय मे भी रहेगा।

तो आप बिलकुल सही जगह पर आए है, आज हम एक ऐसे इंजीनियरिंग ब्रांच के बारे में चर्चा करेंगे जिसकी मांग समय और विकास साथ साथ तेजी से बढ़ रही है।

जी हां, उस कोर्स का नाम है electronics & communication engineering. यह एक ऐसे इंजीनियरिंग शाखा है जिसकी मांग इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के साथ साथ ब्रॉडकास्टिंग से जुड़े क्षेत्र की डेवलपमेंट के ऊपर प्रत्यक्ष रूप से निर्भर करती है।

और हम निःसंदेह यह कह सकते है कि विश्वभर में इस आधुनिकीकरण और डिजिटलीकरण के चलते कई दशकों तक electronics and communication engineering कोर्स की डिमांड रहने वाली है।

अगर आप इस अवसर को देखते हुए इस फील्ड में आगे बढ़ना चाहते है तो इस लेख को ध्यान से पढ़े यहां Electronics and communication engineer kaise Bane उसके के बारे में हमने पूरी जानकारी दी है।

जैसे कि; electronics and communication engineering क्या है, इसके एडमिशन प्रॉसेस क्या है, कोर्स फीस कितना लगेगा, सिलेबस क्या है, बेस्ट कॉलेज कौन सी है, स्कोप क्या रहेगा, नौकरी कौन सी मिलेगी, सैलरी कितना होगा, इत्यादि।

Electronics & communication engineering in hindi

Electronics and communication engineering in hindi
Electronics & Communication Engineering

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट्स और ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम का रेसेरचिंग, डिज़ाइन, मैन्युफैक्चरिंग, और टेस्टिंग के बारे में सिखाया जाता है।

इंजीनियरिंग की इस शाखा में बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स, एनालॉग ट्रांसमिशन, एसएसडी, माइक्रोप्रोसेसर, डिजिटल एंड एनालॉग कम्युनिकेशन, सैटेलाइट कम्युनिकेशन, माइक्रोवेव इंजीनियरिंग, एंटेना, इत्यादि के बारे में विस्तार से शिक्षा प्रदान की जाती है।

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने हेतु उम्मीदवारों को डिप्लोमा / बीटेक / बिई में से किसी भी एक डिग्री करना पड़ता है। मुख्यतः इस कोर्स में एडमिशन लेने हेतु विद्यार्थियों को पीसीएम विभाग से इंटरमीडिएट पूरी करनी पड़ती है।

ज्यादातर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लेते है। जैसे कि अगर कोई IIT, IIITs जैसे बड़े बड़े इंस्टीट्यूट से एडमिशन लेना चाहें तो उसे JEE Main और JEE Advance जैसे एग्जाम से गुजरने होंगे।

कोर्स पूरा होने के पश्चात ऐसे उम्मीदवारों की मांग विश्वभर में काफी अच्छी है; यदि कोई चाहे तो हायर स्टडी कर सकते है अन्यथा सरकारी तथा निजी क्षेत्र में नौकरी कर सकते है।

Electronics and communication engineering के योग्यता

जैसे की आपको पहले ही बताया, इसके अंदर डिप्लोमा, बीटेक और बिई कि डिग्रीयां है। इन सभी डिग्रियों के लिए पात्रता भिन्न भिन्न होती है। यदि कोई डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की पॉलीटेक्निक इंजीनियरिंग करना चाहे तो उन्हें सिर्फ 10वी पास करना होगा।

अन्यथा यदि कोई बीटेक या बिई करना चाहे तो उन्हें साइंस लेकर 12वी पास करना होगा जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स का विषय होना अनिवार्य है। इन सभी सब्जेक्ट्स में उम्मीदवारों को कम से कम 45 प्रतिशत नंबर प्राप्त करनी चाहिए पात्र होने के लिए। आरक्षण वर्ग को नियमानुसार नंबर की छूट भी दी जाती है।

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Electronics and communication engineering Course

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की मुख्यतः तीन एंट्री लेवल की डिग्री है; पहला है, डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, दूसरा है, बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन और तीसरा बिई इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन।

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन: जो विद्यार्थी 10वी के पश्चात इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन के कोर्स करना चाहते है वह पॉलीटेक्निक की इस डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन ले सकते है या फिर जो विद्यार्थी आर्ट्स या कॉमर्स से 12वी पूरा की है वह भी इंसमे दाखिला ले सकते है।

बीटेक या बिई इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन: बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन या बिई इन इलेक्ट्रॉनिक्स कम्युनिकेशन चार साल की कोर्स है जिसे 12वी के पास पश्चात किया जाता है। 12वी के दौरान विद्यार्थियों को साइंस लेकर पढ़ाई करनी चाहिए जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स होना अनिवार्य है।

इसके अतिरिक्त जो विद्यार्थी डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की कोर्स किये है वह बीटेक या बिई इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन के दूसरे वर्ष में लेटरल एंट्री ले सकते है।

एमटेक या एमई इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन: एमटेक या एमई इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की कोर्स करने हेतु उम्मीदवारों को बीटेक या एमटेक करना होगा इस स्ट्रीम से तब जाकर मास्टर डिग्री करने में एलिजिबल होंगे। ऐसे में उम्मीदवारों को बीटेक या एमटेक में न्यूनतम 50 प्रतिशत नंबर प्राप्त करनी चाहिए।

Electronics and communication engineering Duration

जैसे कि आपको पता है इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग कोर्स को तीन भागों में बंटा गया है और तीनों ही कोर्स समयावधि भिन्न भिन्न है, जिसके बारे में आगे देख सकते है;

• पॉलीटेक्निक डिप्लोमा 3 साल की कोर्स है जिसमे कुओं छह सेमेस्टर देने पड़ते, इसके उम्मीदवारों को 10वी या 12वी पास करना पड़ता है किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से।

• बीटेक या बिई इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन 4 साल की बैचलर डिग्री है, जिसमे टोटल आठ सेमेस्टर देने होते। इसके लिए उम्मीदवारों को फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर किसी मान्यता बोर्ड से 12वी पास करना होता।

• एमटेक या एमई इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन 2 साल की मास्टर डिग्री है जिसमे 4 सेमेस्टर देने होते प्रत्येक छह माह के बाद। इसके लिए उम्मीदवारों को बीटेक या बिई करना पड़ता है इसी स्ट्रीम से।

Electronics and Communication Engineer kaise Bane

इस फील्ड में इंजीनियर बनने हेतु आपको धैर्य के साथ साथ कड़ी मेहनत करना पड़ेगा तब जाकर आप अपने मुकाम तक पहुंच सकते है। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर बनने के लिए यहां हमने कुछ महत्वपूर्ण स्टेप्स के बारे में चर्चा की है;

• इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर बनने हेतु उम्मीदवारों को पहले ही तय करना होगा कि वह कौन सा डिग्री (डिप्लोमा/बीटेक/बिई) करने जा रहे है। और उसी डिग्री के अनुसार तैयारी भी करनी होगी।

अगर कोई पॉलीटेक्निक करके डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर बनना चाहता है तो उन्हें 10वी की सिलेबस के अनुसार तैयारी करनी होगी अन्यथा जो बीटेक या बिई करेंगे उन्हें 12वी के सिलेबस के अनुसार फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स की तैयारी करनी होगी।

• डिग्री तय करने के पश्चात अब एंट्रेंस एग्जाम के लिए फॉर्म भरना होगा। कॉलेज और यूनिवर्सिटी के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर पहले अपना नाम डेट ऑफ बर्थ, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी डालकर रजिस्ट्रेशन करके यूजरनाम और पासवर्ड प्राप्त करना होगा।

अब यूजरनाम और पासवर्ड के जरिये लॉगिन करके अपना पिता माता के नाम, एड्रेस, शैक्षणिक योग्यता, बगैरह सही से भरना है, उसके बाद आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करके आवेदन शुल्क जमा करने के पश्चात फॉर्म सबमिट कर देना है और उसके प्रिंट कॉपी निकाल लेनी है।

यहां हमने कुछ नेशनल और स्टेट लेवल एंट्रेंस एग्जाम के नाम बताये जिसके जरिये आप इस कोर्स में एडमिशन ले सकते है; JEE Main, JEE Advanced, GATE, BCECE, UPSEE, AP EAMCET

• एग्जाम के कुछ दिन बाद एडमिट कार्ड डाउनलोड करके निर्धारित दिन, समय और जगह में एग्जाम देना है। एग्जाम के 10-15 दिन बाद रिजल्ट निकालता है, उसके बाद आपको काउंसलिंग में हिस्सा लेना है।

काउंसलिंग में हिस्सा लेने हेतु उम्मीदवारों को रजिस्ट्रेशन करना होता, इसी दौरान मन पसंद कॉलेज चुनने का ऑप्शन मिलता है जिसमे आप अपने अनुसार कॉलेज चुन सकते है। यदि आप अच्छे नंबर से पास करते है तो संभावना है कि आपको सरकारी कॉलेज मिल जाएगा अन्यथा निजी कॉलेज में सीट अलॉट हो सकता है।

• सीट अलॉट होने के बाद अब बारी है एडमिशन प्रॉसेस पूरा करने की। इसके लिए अलॉट हुए सीट पहले बुक करना पड़ता है कुछ फीस जमा करके उसके बाद दस्तावेजों की सत्यापन करके एडमिशन फीस जमा करके के एडमिशन लेना होता है।

Electronics and communication engineering fees

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग कोर्स की फीस अलग अलग होती है अलग अलग डिग्री के अनुसार। अगर डिप्लोमा की बात करे तो, ₹10,000 से ₹3,00,000 तक कोर्स फीस लगते है, बीटेक और बिई में औसतन ₹2,00,000 से ₹9,50,000 लग जाते है।

ध्यान रहे यहां हमने एक औसतन कोर्स फीस बताई है। प्रत्येक कॉलेज और यूनिवर्सिटीज अपने फैकल्टी, रेपुटेशन, प्लेसमेंट एबिलिटी जैसे बिंदु के अनुसार कोर्स फीस निर्धारित करते है।

ज्यादातर बड़े बड़े कॉलेज में स्कॉलरशिप की सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाती है। अगर कोई विद्यार्थी स्कॉलरशिप की क्राइटेरिया फूल फील करते है तो उसे स्कॉलरशिप पाने में कोई दिक्कत नहीं आती।

अब आइये electronics and communication engineering scope and salary के बारे में चर्चा कर लेते है ताकि विद्यार्थियों के मन मे कोई दुविधाएं न हो अपने भविष्य को लेकर।

Electronics and communication engineering scope

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर की मांग देश तथा विदेशों में काफी अधिक है। इसकी डिग्री धारकों के लिए दोनों क्षेत्र में नौकरी करने का अवसर प्राप्त होती है; पहला है टेलीकॉम इंडस्ट्रीज और दूसरा है सॉफ्टवेयर इंडस्ट्रीज।

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के पश्चात उम्मीदवारों को सरकारी तथा प्राइवेट सेक्टर में आसानी से नौकरी प्राप्त होती है। कोई भी इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर निम्नलिखित सेक्टर और पोस्ट में नौकरी कर सकते है;

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग जॉब सेक्टर

• एविएशन एंड एवियोनिक्स
• सैटेलाइट इंडस्ट्रीज
• इलेक्ट्रिक प्लांट्स
• कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स
• कंप्यूटर एप्लीकेशन
• मैन्युफैक्चरिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन
• रिसर्च एंड डेवलपमेंट
• रेडियो एंड टेलीविज़न
• एनालिटिकल इक्विपमेंट्स इंडस्ट्रीज

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग जॉब प्रोफाइल

• इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर
• इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नीशियन
• फील्ड टेस्ट इंजीनियर
• रिसर्च एंड डेवलपमेंट सॉफ्टवेयर इंजीनियर
• सर्विस इंजीनियर
• नेटवर्क प्लानिंग इंजीनियर
• कंज्यूमर सपोर्ट इंजीनियर
•टेक्निकल डिरेक्टर
• एसोसिएट फर्स्टलाइन टेक्नीशियन
• सीनियर सेल्स मैनेजर

Electronics and communication engineering salary

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के उम्मीदवारों का सैलरी पैकेज बहुत से चिंजो के ऊपर निर्भर करके तय किया जाता है। जिसमे से सबसे महत्वपूर्ण है उम्मीदवार का डिग्री (डिप्लोमा/बीटेक/एमटेक), उनके एक्सपीरियंस, इत्यादि।

आमतौर पर एक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर को इंडिया में सुरूवाती दौर में प्रति वर्ष ₹2,50,000 से ₹4,50,000 की सैलरी मिल जाता है। वही अगर विदेशों की बात करे तो प्रति वर्ष ₹35,00,000 से ₹55,00,000 की सैलरी पैकेज मिलता है।

निष्कर्ष: इस लेख में हम electronics and communication engineering course के बारे में विस्तार से चर्चा की है। आशा करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।

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