यदि आप डायलिसिस तकनीशियन बनना चाहते है परंतु आपको पता नहीं कि Dialysis Technician kaise Bane तो इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़े यहां हमने Dialysis Course Details in Hindi में विस्तार से चर्चा की है।
स्कूल में पढ़ाई के दौरान ज्यादातर विद्यार्थी आगे चलकर डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहते है परंतु इंसमे ज्यादा फीस और कड़ी मेहनत होने के वजह से सभी का सपना साकार नहीं हो पता। ऐसे में उन्हें दूसरे कोर्स की तलाश करना पड़ता है, जिसकी डिमांड आने वाले समय के साथ तेजी से बढ़ेगी।
अगर आप इस परेशानी में है कि कौन सा कोर्स चुनेंगे तो आपको बता दूं मेडिकल क्षेत्र में एक ऐसी कोर्स है जिसकी मांग कभी भी खत्म नहीं होगी, उस कोर्स का नाम है Dialysis Course.
जी हां, आज की लेख में हम चर्चा करेंगे कि, डायलिसिस कोर्स क्या है, Dialysis Technician कैसे बने, डायलिसिस तकनीशियन कोर्स फीस, इसकी एडमिशन प्रॉसेस, सिलेबस और सब्जेक्ट्स, डायलिसिस कोर्स के बाद क्या करे, कौन सा नौकरी मिलेगा, सैलरी कितनी होगी, इत्यादि Dialysis Course Details in Hindi में।
Dialysis Course Details in Hindi
डायलिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें रक्त से अतिरिक्त पानी, अन्य घुले हुए पदार्थ और विषाक्त पदार्थ निकाल दिए जाते हैं ताकि गुर्दे (किडनी) शरीर में अधिक सुचारू रूप से काम कर सकें। डायलिसिस का कार्य करने के लिए उम्मीदवारों को Dialysis Course में पढ़ाई करना होता तभी डायलिसिस करने में सक्षम हो पाते, और डायलिसिस करने वालों को ही Dialysis Technician कहते है।
आज के समय डायलिसिस टेक्नीशियन वालों की मांग हमारे देश के अलावा विदेशों में भी है। डायलिसिस तकनीशियन बनने के लिए Dialysis Course करना पड़ता है। इसके अंदर कई सारे डिग्रीयां है जिसके बारे में आगे चर्चा की गई है।
अब आइये जानते है कि डायलिसिस कोर्स क्या है एयर इसे कैसे करेंगे और इसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए।
डायलिसिस कोर्स क्या है
जैसे की आपको पहले ही बताया है, डायलिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे रक्त से अधिक जमा हुआ पानी, घुले हुए दूसरे विषाक्त पदार्थ को निकाला जाता है। इस कार्य को अच्छे से करने के लिए पेशेवर डायलिसिस टेक्नीशियन की जरूरत पड़ती है।
Dialysis Technician Course के अंदर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, बैचलर और मास्टर डिग्री होते है। इन कोर्स का समयावधि एक साल से तीन साल की होती है। डायलिसिस की अलग अलग कोर्स में 10वी तथा 12वी की विद्यार्थियों को एडमिशन लिया जाता है।
जो विद्यार्थी 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स में रुचि रखते है उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प है। इसे पूरा करने के बाद आप नेफ्रोलॉजिस्ट, डायलिसिस टेक्नीशियन, थेरप्यूटिक असिस्टेंट, प्रोफेसर, मेडिकल टेक्नीशियन जैसे पदों में अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लिनिक, डायग्नोस्टिक सेंटर, फार्मास्यूटिकल जैसे इंडस्ट्रीज में नौकरी कर सकते है।
Dialysis Course Details
आशा करते है आपको समझ आ गया होगा कि डायलिसिस कोर्स क्या है। अब आइये जानते है, डायलिसिस टेक्नीशियन कैसे बने और इसके लिए क्या पात्रता होनी चाहिए।
डायलिसिस एक पैरामेडिकल कोर्स है। इसके सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, पीएचडी, एमफिल जैसे कोर्स उपलब्ध है, जिसके बारे में आगे चर्चा की गई है।
• सर्टिफिकेट डायलिसिस कोर्स: डायलिसिस की सर्टिफिकेट कोर्स 6 महीने से 1 वर्ष की होती है। इसमें दाखिला लेने के लिए विद्यार्थियों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 10वी पास करना होता। तब जाकर इसमें एनरोल करने का योग्यता हासिल होगा।
इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही मूड में करने का सुविधा उपलब्ध है। ज्यादातर विदेशी इंस्टीट्यूट में यह कोर्स ऑनलाइन करवाई जाती है। इंसमे हेमोडायलिसिस मशीन को इस्तेमाल करके डायलिसिस कैसे करते है उसके प्रॉसेस को सिखाया जाता है। इसके साथ डायलिसिस की कार्य मे लगने वाली मेडिकल डिवाइस के बारे में भी बेसिक जानकारी दी जाती है।
• डिप्लोमा इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी कोर्स: डिप्लोमा इन डायलिसिस 2.5 साल की एक डिप्लोमा कोर्स है, जिसमे कुल 4 सेमेस्टर देने होते, और फाइनल एग्जाम के पश्चात 6 माह का इंटर्नशिप करना होता किसी सरकारी अस्पताल से।
डिप्लोमा इन डायलिसिस टेक्नीशियन कोर्स को डिज़ाइन किया गया है पेशेवर डायलिसिस टेक्नीशियन बनाने के लिए जो अस्पताल, नर्सिंग होम, डायलिसिस सेंटर, पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट जैसे क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके।
इस कोर्स में दाखिला लेने हेतु उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी पास करना होता फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय लेकर या इसके समकक्ष कोई डिग्री करना होता।
जनरल वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 12वी में कम से कम 45 प्रतिशत नंबर प्राप्त करना अनिवार्य है। वहिं आरक्षण वर्ग के विद्यार्थियों के लिए नंबर में 5 प्रतिशत छूट मिलती है। इसके साथ विद्यार्थियों की आयु न्यूनतम 17 वर्ष का होना अनिवार्य है और सर्वाधिक आयु में कोई लिमिट नहीं है।
• बीएससी इन डायलिसिस कोर्स: बीएससी इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी कोर्स को बीएससी इन रेनल डायलिसिस टेक्नोलॉजी कोर्स भी कहा जाता है। इसकी समयावधि है 3 साल; जो 6 सेमेस्टर में बंटा गया है। प्रत्येक सेमेस्टर छह माह के अंतराल में आयोजित किया जाता है।
इस कोर्स में कोई भी विद्यार्थी जिन्होंने फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर 12वी या इसके समकक्ष कोई योग्यता हासिल किये हैं न्यूनतम 45 प्रतिशत नंबर के साथ उन्हें इस कोर्स के लिए योग्य माना जाता है।
इसके साथ विद्यार्थियों का आयु कम से कम 17 साल की होनी चाहिए, अन्यथा कोर्स में दाखिला नहीं मिलेगी। इसमें मुख्यतः एंट्रेंस एग्जाम और मेरिट के आधार पर एडमिशन लिया जाता है, कुछ कॉलेज या यूनिवर्सिटीज इंटरव्यू भी आयोजित करते है एडमिशन के लिए।
तीन साल की बीएससी डायलिसिस डिग्री में ह्यूमन एनाटोमी, बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, कांसेप्ट ऑफ रेनल डिजीज, डायलिसिस एंड न्यूट्रिशन, हेल्थ केअर, फार्माकोलॉजी जैसे विषयों के बारे में ज्ञान प्रदान की जाती है ताकि मेडिकल क्षेत्र में अच्छेपेशेवर डायलिसिस टेक्नीशियन प्रस्तुत किया जा सके।
• एमएससी डायलिसिस कोर्स: एमएससी इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी 2 साल की पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे चार सेमेस्टर में बंटा गया है। इंसमे दाखिल होने के लिए उम्मीदवारों को कम से कम तीन साल की बीएससी इन डायलिसिस का कोर्स पूरा करना होगा।
कुछ यूनिवर्सिटीज में मेरिट के आधार पर एमएससी इन डायलिसिस कोर्स में दाखिला मिलते है तो कुछ यूनिवर्सिटीज में एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता। जिन कॉलेजों में मेरिट के आधार पर दाखिला मिलता है वहां बीएससी में प्राप्त नंबर के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया जाता, जिसके बेसिस पर एडमिशन मिलता है।
अगर कोई विद्यार्थी बीएससी इन डायलिसिस कोर्स के बाद हायर स्टडी करना चाहते है उनके लिए यह सबसे अच्छा विकल्प है। इस कोर्स को करके आप विशेषता हासिल कर सकते है।
इसके बाद पीएचडी इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी या एमफिल जैसे रिसर्च से संबंधित कोर्स करके आप साइंटिस्ट तथा कॉलेज की प्रोफेसर बन सकते है।
Dialysis Technician kaise Bane
डायलिसिस टेक्नीशियन बनने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को ध्यानपूर्वक फॉलो करें, यहां हमने स्टेप बाई स्टेप सारे जानकारी प्रदान की है ताकि डायलिसिस तकनीशियन बनने में आपको कोई परेशानी न हो:
• साइंस स्ट्रीम से 12वी पूरा करे: अगर आप Dialysis course करना चाहते है तो सबसे पहले आपको 12वी पूरा करना होगा साइंस लेकर, जिसमे फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी का विष्यय होना अनिवार्य है।
इन सभी सब्जेक्ट्स में विद्यार्थियों को कम से कम 45% नंबर प्राप्त करना होगा और अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजातियों के विद्यार्थियों के लिए नियमानुसार 5 नंबर की छूट मिलेगी।
• एंट्रेंस एग्जाम के लिए तैयारी: ज्यादातर सरकारी और बड़े बड़े कॉलेज/यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है। कुछ फेमस एंट्रेंस एग्जाम जैसे कि DUCET, ICET, DAVV CET, JEE Main, SMFWB, BITSAT, VITEEE, UPSEE इत्यादि।
आप अपने अनुसार किसी भी एग्जाम के लिए तैयारी कर सकते है। एग्जाम में बहुविकल्पीय सवाल पूछे जाते है। एग्जाम में फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी का सवाल पूछा जाएगा।
• एप्लीकेशन फील उप: आप जिस एग्जाम की तैयारी कर रहे है उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। वहां रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन मिलेगा, उस पर क्लिक करके अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, डेट ऑफ बर्थ, आधार नंबर आदि दर्ज करके रजिस्ट्रेशन करना होगा।
इसके बाद यूजरनाम और पासवर्ड के जरिए लॉगिन होकर कैंडिडेट की पूरी डिटेल्स जैसे; एड्रेस, शैक्षणिक योग्यता, आदि दर्ज करना होगा। इसके बाद आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करके आवेदन शुल्क जमा कर देना हैं। अब एप्लीकेशन फॉर्म का प्रिंट आउट निकालकर रखना है आगे की कार्य के लिए।
• काउंसलिंग: एंट्रेंस एग्जाम होने के बाद मेरिट लिस्ट जारी किया जाता है, अगर उंसमे अपना नाम निकालता है तो काउंसलिंग में हिस्सा लेना होगा। इसमें आप अपने पसंद के अनुसार कॉलेज चुन सकते है। अगर अपने अच्छे रैंक की है तो आपके चुने गए कॉलेज में सीट अलॉट हो जाएगा।
• एडमिशन: काउंसलिंग में सीट अलॉट होने के पश्चात उम्मीदवारों को सीट बुक करने के लिए कुछ फीस जमा करना होगा। इसके बाद रिपोर्टिंग डेट पर कॉलेज जाना होगा, वहां कॉलेज द्वारा दस्तावेजों की सत्यापन की जाएगी। सारी चीजें सही होने पर एडमिशन फीस जमा करते ही एडमिशन मिल जाएगा।
• डायलिसिस कोर्स करें: कोर्स में एडमिशन लेने के पश्चात उम्मीदवारों को डायलिसिस कोर्स पूरा करना होगा। जैसे ही कोर्स पूरा हो जाये पैरामेडिकल कौंसिल में जाकर अपना नाम रजिस्टर करना पड़ेगा। एकबार पैरामेडिकल कौंसिल में नाम रजिस्टर हो जाए तो आपको डायलिसिस तकनीशियन का रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त हो जाएगी और आप रजिस्टर डायलिसिस टेक्नीशियन बन जाएंगे।
Dialysis Course fees (डायलिसिस तकनीशियन कोर्स फीस)
जैसे कि आपको पता चल गया होगा कि डायलिसिस टेक्नीशियन बनने के लिए अलग अलग डिग्रीयां उपलब्ध है, और इन सभी भिन्न भिन्न डिग्री की फीस भी भिन्न होती है। आमतौर पर सरकारी कॉलेज में फीस कम होता पर प्राइवेट कॉलेज बहुत ही ज्यादा फीस देना पड़ता है।
यदि सर्टिफिकेट इन डायलिसिस कोर्स की औसतन फीस देखा जाए तो ₹5,000 से ₹20,000 प्रति वर्ष होती है, और डिप्लोमा इन डायलिसिस कोर्स के लिए प्रत्येक वर्ष ₹15,000 से ₹80,000 फीस देना होता, वही बीएससी इन डायलिसिस कोर्स के लिए ₹30,000 से ₹1,00,000 हर साल फीस देना पड़ता है। इसके साथ एमएससी इन डायलिसिस कोर्स की बात करे तो हर वर्ष ₹30,000 से ₹1,50,000 देना होता।
ध्यान रहे, यहां हमने डायलिसिस कोर्स के लिए औसतन कोर्स फीस बताई है। प्रत्येक कॉलेज अपने रेपुटेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर, प्लेसमेंट कैपेसिटी, आदि को देखते हुए कोर्स फीस निर्धारित करते है।
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Best Dialysis Colleges in India
देशभर में कई सारे कॉलेज और यूनिवर्सिटीज है जहां से आप डायलिसिस का कोर्स कर सकते है। यहां हमने कुछ कॉलेज का नाम बताये है जो आपको यह कोर्स करने का अवसर प्रदान करते है। इन कॉलेजों के अलावा आप अपने आसपास के किसी भी कॉलेज में एडमिशन ले सकते है लेकिन, एडमिशन लेने से पहले उस कॉलेज के बारे में अच्छे से जांचपड़ताल कर लीजिएगा ताकि आगे चलकर किसी समस्या का सामना करना न पड़े:
- उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज, सैफई, उत्तर प्रदेश
- इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
- इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, बीएचयू वाराणसी, उत्तर प्रदेश
- रबिन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी, भोपाल, मध्य प्रदेश
- स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी, सागर, मध्य प्रदेश
- स्वामी रमा हिमालयन यूनिवर्सिटी, देहरादून, उत्तराखंड
- इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस एंड मैनेजमेंट, द्वारका, दिल्ली
- इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड हाइजीन, महिपालपुर, दिल्ली
- इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, पटना, बिहार
- सेंट जॉन नेशनल एकेडमी ऑफ हेल्थ साइंसेज, बैंगलोर, कर्नाटक
- क्रिस्टियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर, तमिलनाडु
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, कोट्टायम, केरल
- इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, कोलकाता, वेस्ट बंगाल
Dialysis Course ke Baad kya Kare
अगर आप सोच रहे है कि Dialysis course के बाद क्या है या डायलिसिस कोर्स का स्कोप क्या है तो आपको बता दे, कोर्स पूरा होने के पश्चात विद्यार्थियों के लिए मेडिकल क्षेत्र में अपार संभावनाएं मिलना प्रारंभ हो जाते है। मेडिकल क्षेत्र में अनुभवी और स्किल्ड पेशेवर डायलिसिस टेक्नीशियन की मांग हमारे देश के साथ विदेशों में भी काफी अधिक है।
इसलिए आप चाहे तो कोर्स पूरा होने के बाद सरकारी तथा निजी अस्पताल, प्राइवेट नर्सिंग होम, क्लिनिक, डायग्नोस्टिक सेंटर, आदि में डायलिसिस टेक्नीशियन के रूप में कार्य कर सकते है। इसके अतिरिक्त ऐसे उम्मीदवारों के लिए निम्नलिखित पदों में कार्य करने का अवसर प्राप्त होती है;
• डायलिसिस थेरेपिस्ट
• नेफ्रोलॉजिस्ट
• डायलिसिस टेक्नीशियन
• प्रोफेसर
• रिसर्चर
• मेडिकल लेबोरेटरी असिस्टेंट
• क्लीनिकल को-ऑर्डिनेटर
• थेरपेउटिक असिस्टेंट
• मेडिकल अटेंडेंट
• डायलिसिस असिस्टेंट
Dialysis Course Salary
डायलिसिस कोर्स के बाद कितना सैलरी मिलेगा यह कई सारे चीजों पर निर्भर करती है। जैसे की उम्मीदवार की डिग्री, उनके पोस्ट, कार्य क्षेत्र, तथा एक्सपीरियंस, आदि को देखते हुए सैलरी पैकेज निर्धारित की जाती है।
अगर हम डायलिसिस कोर्स के बाद सैलरी पैकेज की बात करे आमतौर पर इंडिया में औसतन ₹2,00,000 से ₹6,00,000 वार्षिक सैलरी मिलती है। वहीं विदेशों में ऐसे अनुभवी पेशेवर डायलिसिस टेक्नीशियन को इससे कई गुना अधिक सैलरी पैकेज प्रदान किया जाता है।
Dialysis Course से संबंधित सवाल व जवाब
• Dialysis course in government college fees
यदि आप सरकारी कॉलेज से डायलिसिस टेक्निशियन की कोर्स करते हैं तो बहुत ही कम फीस देना होगा। आमतौर पर डिप्लोमा इन डायलिसिस कोर्स की फीस सरकारी कॉलेज में ₹30000 से ₹40000 तक होती है।
• 12वीं के बाद डायलिसिस कोर्स कैसे करें?
अगर आप 12वीं के बाद डायलिसिस टेक्निशियन का कोर्स करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको 12वीं पास करना होगा फिजिक्स केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी से। इसके बाद या तो डिप्लोमा अन्यथा बैचलर डिग्री के लिए आयोजित होने वाली है एंट्रेंस एग्जाम में हिस्सा लेना होगा।
अगर आप प्रवेश परीक्षा में अच्छे हैं करते हैं तो काउंसलिंग में हिस्सा लेना होगा, जो ऑनलाइन तथा ऑफलाइन मोड में आयोजित किया जाता है। अगर काउंसलिंग में आपको सीट एलॉट हो जाए तो एडमिशन फीस जमा करके आप इस कोर्स को कर सकते हैं।
• डायलिसिस कोर्स कितने साल का होता है?
डायलिसिस कोर्स के अंतर्गत सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, बैचलर तथा मास्टर डिग्री जैसी कोर्स शामिल है। इन सभी डिग्री की समयावधि भी एक दूसरे से भिन्न है। कोर्स के अनुसार इसकी समय अवधि 2 वर्ष से साढ़े तीन वर्ष तक होती है।
• डायलिसिस कोर्स के लिए योग्यता?
वैसे तो डायलिसिस का कोर्स करने के लिए कुछ खास योग्यता होने की जरूरत नहीं। यदि अपने 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी से पढ़ाई की हैं तो आपको इस कोर्स के लिए योग्य माना जाएगा।
निष्कर्ष: जो विद्यार्थी 12वी के बाद Dialysis Course करना चाहते है उनके लिए इस लेख में Dialysis Course Details in Hindi के बारे में विस्तारित जानकारी साझा की गई है।
यहां हमने कोशिश की है कि आपको डायलिसिस कोर्स से जुड़े सारी जानकारी एक ही जगह पर मिल जाये ताकि दूसरी बार आपको इंटरनेट में सर्च करने की आवश्यकता न पड़े। आशा करते है आपको आज की लेख पसंद आई होगी। अगर पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ फेसबुक और व्हाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया में ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि उन्हें Dialysis course के बारे में पता चले।
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