बीते कुछ सालों में केमिकल सेक्टर ने अपना एक अलग ही पहचान बनाई है जिसके चलते केमिकल इंजीनियर का डिमांड तेजी से बढ़ा है। ऐसे में यदि आप केमिकल इंजीनियरिंग पढ़ना चाहते है और केमिकल इंजीनियर के तौर पर अपना भविष्य बनाना चाहते है तो इस आर्टिकल आपके लिए महत्वपूर्ण है।
इस आर्टिकल में हम आपको केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में बताएंगे। साथ में आप जानेंगे कि Chemical engineer kaise Bane, केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए योग्यता, इसके प्रवेश प्रक्रिया, केमिकल इंजीनियरिंग के बाद जॉब्स, केमिकल इंजीनियर के सैलरी, इत्यादि।
तो आइए आज की आर्टिकल सुरु करते है और केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स क्या है, कौन यह कोर्स कर सकते है, सिलेबस क्या है, इत्यादि विषय के बारे में जानकारी साझा करते है।
केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स
केमिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की एक ऐसी शाखा है जिसमे केमिकल प्लांट की डिज़ाइन, ऑपरेशन, प्रोडक्शन, केमिकल रिएक्शन, कंट्रोल इंजीनियरिंग, बायोलॉजिकल इंजीनियरिंग तथा नुक्लेअर इंजीनियरिंग के बारे में पढ़ाया जाता है।
जो व्यक्ति केमिकल इंजीनियरिंग लेकर पढ़ाई करते है उन्हें केमिकल इंजीनियर कहते है। जिनका मुख्य उद्देश्य है फिजिक्स, केमिस्ट्री बायोलॉजी तथा मैथेमेटिक्स की सहायता से कच्चे माल को उपयोगी सामान में बदलने का किफायती प्रक्रियाओं का विकसित करना।
केमिकल इंजीनियरिंग की कई सारे कोर्स होते है जिनमे से मुख्य है:
- डिप्लोमा इन केमिकल इंजीनियरिंग
- बीटेक इन केमिकल इंजीनियरिंग
- बीई इन केमिकल इंजीनियरिंग
- बीएससी इन केमिकल इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग
- एमटेक इन केमिकल इंजीनियरिंग
- एमई इन केमिकल इंजीनियरिंग
- एमएससी इन केमिकल इंजीनियरिंग
- इंटीग्रेटेड एमटेक इन केमिकल इंजीनियरिंग
Chemical engineer kaise Bane
केमिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको पहले तैयारी सुरु कर देनी चाहिए, लेकिन उससे पहले आपको यह निर्णय लेना होता कि आप कौन से कोर्स करके केमिकल इंजीनियर बनना चाहते है। जैसे कि हमने पहले ही बताये इसके डिप्लोमा, बैचलर, मास्टर जैसे कोर्स होते है। इनमें से डिप्लोमा और बैचलर एंट्री लेवल का कोर्स होता है।
डिप्लोमा तीन साल का कोर्स है वही बैचलर चार साल का। यदि आपके पास समय कम है तो आप केमिकल इंजीनियरिंग की डिप्लोमा कोर्स कर सकते है। अन्यथा साइंस लेकर 10+2 करने वाले विद्यार्थियों के लिए बैचलर इन केमिकल इंजीनियरिंग सबसे अच्छा है।
आपको बता दे, यदि आप साइंस लेकर पढ़ाई नहीं कि है तो भी आप केमिकल इंजीनियर बन सकते है। इसके लिए आपको 10वी के बाद पॉलीटेक्निक कॉलेज से डिप्लोमा इन केमिकल इंजीनियरिंग का कोर्स करना होगा। इंसमे एडमिशन के लिए हर राज्य में एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है, हालांकि कई सारे कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन लेने का सुविधा भी उपलब्ध होती है।
तीन साल की डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के पश्चात आप जूनियर केमिकल इंजीनियर बन जाते है। इसके बाद आप चाहे तो लेटरल एंट्री के माध्यम से बीटेक या बिई इन केमिकल इंजीनियरिंग की दूसरे वर्ष में एडमिशन ले सकते है।
और जो विद्यार्थी 12वी के पश्चात बीटेक या बिई इन केमिकल इंजीनियरिंग का कोर्स करना चाहते है उनके लिए स्टेट तथा नेशनल लेवल पर कई एग्जाम आयोजित किया जाता है जैसे; JEE Main, JEE Advance, WBJEE, TANCET, GUJCET, HPCET, MHT CET, MP PPT, Delhi CET, इत्यादि।
इसके अलावा भी और कई सारे एग्जाम है। आप इन सभी एग्जाम के मध्यम से आईआईटी तथा दूसरे सरकारी और गैर सरकारी कॉलेज में एडमिशन ले सकते है। जब आप सफलतापूर्वक कोर्स कंपलीट कर लेते है तब आप रजिस्टर्ड केमिकल इंजीनियर बन जाते है।
उसके बाद सरकारी, पब्लिक तथा कॉर्पोरेट सेक्टर में केमिकल इंजीनियर के रूप में नौकरी करने का अवसर प्राप्त होती है। ऐसे पेशेवर व्यक्तियों को केमिकल इंडस्ट्रीज जैसे आयल रिफाइनरी, पेट्रोकेमिकल, पेंट, डाई, माइनिंग, फ़ूड प्रॉसेस, फार्मास्यूटिकल, फर्टिलाइजर इंडस्ट्रीज, आदि में नौकरी करने का सुनहरा अवसर प्राप्त होती है।
दूसरे इंजीनियरिंग कोर्स:
- Software engineer kaise Bane
- Computer engineer kaise Bane
- Agriculture engineer kaise Bane
- Automobile engineer kaise Bane
- Mechanical engineer kaise Bane
- Plastic engineer kaise Bane
- Civil engineer kaise Bane
केमिकल इंजीनियरिंग के लिए योग्यता (Qualification for Chemical engineering)
केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए योग्यता की बात करे तो, इसके बैचलर डिग्री के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा मैथेमेटिक्स लेकर कम से कम 45 प्रतिशत नंबर के साथ 10+2 पास करना चाहिए। इसके अलावा उम्मीदवारों का आयु कम से कम 17 साल का भी होना अनिवार्य है।
और डिप्लोमा इन केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए योग्यता की बात करे तो, इसके लिए उम्मीदवारों को कम से कम 10वी पास करना होता किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से, इसके अलावा अभ्यर्थियों का आयु कम से 15 साल का होना जरूरी है।
केमिकल इंजीनियरिंग की डिप्लोमा तथा बैचलर डिग्री के लिए देशभर में कई सारे एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है उंसमे आपको उत्तीर्ण होना पड़ता है या फिर कुछ कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन का सुविधा प्रदान करते है जिस्ले माध्यम से आप इंसमे एडमिशन ले सकते है।
Best Chemical Engineering Colleges in India
केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए आप किसी भी मान्यता प्राप्त अच्छी कॉलेज से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते है। लेकिन एडमिशन लेते समय हमेशा आईआईटी, एनआईटी, बीआईटी जैसे इंस्टीट्यूट्स को प्राथमिकता देनी चाहिए।
यहां हमने केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए कुछ बेस्ट कॉलेज के नाम बताये है। फिरभी किसी भी कॉलेज का चुनाव करने से पहले उस कॉलेज के रेपुटेशन, यूनिवर्सिटी रैंकिंग, स्टूडेंट्स रिव्यु, कॉलेज लाइब्रेरी, जैसे बिंदुओं पर खास ध्यान देना चाहिए।
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर
- मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, प्रयागराज
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना
- आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, पटना
- मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल
- उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज, उज्जैन
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हमीरपुर
- दीन बंधु छोटू राम यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, सोनीपत
- डॉ. बी.आर अंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जालंधर
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रूपनगर
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मंगलुरु
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास
- बीआईटी सिंदरी, धनबाद
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इंडियन स्कूल ऑफ माइंस, धनबाद
- जादवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, खरगपुर
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दुर्गापुर
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रौरकेला
- वीर सुरेंद्र साई यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, बुर्ला
केमिकल इंजीनियरिंग सिलेबस (Chemical engineering syllabus in Hindi)
जैसे कि आपको पता है केमिकल इंजीनियरिंग की भिन्न डिग्री होती है और सभी के लिए अलग अलग सिलेबस होती है। इसलिए यहां हमने कुछ महत्वपूर्ण सब्जेक्ट्स के बारे में बताये है जो सभी मे कॉमन है;
- फ्लूइड मैकेनिक्स
- प्लांट डिज़ाइन
- मास एंड हीट ट्रांसफर
- थर्मोडायनामिक्स
- प्रॉसेस सिस्टम
- प्रॉसेस एनालिसिस
- मैटेरियल्स सेपरेशन टेक्निक
- प्रॉसेस ऑपेरशन
- प्रॉसेस इकोनॉमिक्स
ईन सभी विषय के अलावा और भी कई सारे सब्जेक्ट्स पढ़ना होता है।
केमिकल इंजीनियरिंग की समयावधि
केमिकल इंजीनियरिंग की डिप्लोमा कोर्स 3 साल की होती है, जिसमे टोटल छह सेमेस्टर देने होते हर छह माह के अंतराल में। वही बीटेक या बिई इन केमिकल इंजीनियरिंग 4 साल की कोर्स है, जिसमे कुलमिलाकर आठ सेमेस्टर देने पड़ते।
आपको बता दे, यदि कोई डिप्लोमा इन केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के पश्चात बीटेक या बिई करना चाहे तो उन्हें कॉलेज में लेटरल एंट्री के माध्यम से कोर्स के दूसरे वर्ष में एडमिशन मिल जाते है।
केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स फीस
हर कॉलेज में अलग अलग फीस स्ट्रक्चर होती है। अगर कोई सरकारी कॉलेज से कोर्स करते है तो न के बराबर फीस लगते है हालांकि प्राइवेट कॉलेज में उससे कई गुना अधिक फीस देना पड़ता। केमिकल इंजीनियरिंग की औसतन कोर्स फीस देखा जाए तो ₹50,000 से ₹800,000 तक होती है।
यह पढ़े:
- Robotics Engineer kaise Bane
- Drug inspector kaise Bane
- Loco pilot kaise Bane
- Teacher kaise Bane
- Bank Manager kaise Bane
Scope after Chemical engineering Course (केमिकल इंजीनियरिंग जॉब्स)
यदि आप सोच रहे है कि केमिकल इंजीनियरिंग के बाद कहां नौकरियां मिलेगी तो आपको बता दे, ऐसे पेशेवर उम्मीदवारों के लिए केमिकल इंडस्ट्रीज में अपार संभावनाएं है। कोई चाहे तो तो जॉब कर सकते है नहीं तो हायर स्टडी के लिए भी जा सकते है।
हायर स्टडी के लिए पॉलीटेक्निक डिप्लोमा के बाद बीटेक या बिई इन केमिकल इंजीनियरिंग कर सकते है। उसके बाद एमटेक या एमई और पीएचडी बगैरह कर सकते ही। और अगर अपने बीएससी इन केमिकल इंजीनियरिंग की कोर्स किये है तो पोस्ट ग्रेजुएशन में एमएससी इन केमिकल इंजीनियरिंग इसके बाद पीएचडी एमफिल जैसे डिग्री कर सकते है।
और अगर आप नौकरी करना चाहते है तो निम्नलिखित सेक्टर में केमिकल इंजीनियर के तौर पर जॉब कर सकते है; आयल रिफाइनरी, पेट्रोकेमिकल, पेंट, डाई, माइनिंग, फ़ूड प्रॉसेस, फार्मास्यूटिकल, फर्टिलाइजर इंडस्ट्रीज,
- पेट्रोलियम रिफाइनिंग
- माइनिंग इंडस्ट्री
- फर्टिलाइजर इंडस्ट्री
- पेंट और डाई कंपनी
- फ़ूड एंड प्रॉसेसिंग
- रीसाइक्लिंग इंडस्ट्री
- एडहेसिव इंडस्ट्री
- फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री
- कॉस्मेटिक इंडस्ट्री
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेक्टर
केमिकल इंजीनियरिंग सैलरी (Chemical engineering Salary)
केमिकल इंजीनियर को इंडिया में अच्छे खासे सैलरी पैकेज प्रदान किया जाता है। यदि सैलरी पैकेज की बात करे तो एजुकेशन योग्यता, पोस्ट, सेक्टर तथा एक्सपीरियंस के हिसाब से सैलरी पैकेज मिलता है। इंडिया में केमिकल इंजीनियर को आमतौर पर ₹250,000 से ₹20,00,000 का सालाना सैलरी पैकेज मिलते है।
ध्यान रहे, दूसरे प्रफेशन की तरह इंसमे भी सुरुवात में सैलरी थोड़ा कम होती है लगभग ₹15k से ₹25k हर महीने, पर तीन से पांच साल की एक्सपीरियंस होने पर सैलरी ग्रोथ अच्छी मिलती है। आपको बता दे, यदि आप डिप्लोमा के बाद जॉब करेंगे तो आपको सैलरी कम मिलेगा, पर यदि अपने बीटेक या बिई के बाद किसी अच्छे कंपनी में जॉब करते है तो सुरुवात से ही आपको अच्छी सैलरी पैकेज मिलेगी।
निष्कर्ष: इस लेख में हमने केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में जितनी हो सके जानकारी देने की कोशिश की है। आशा करते है आपको इस लेख के माध्यम से कुछ जानने को मिला, अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ सोशल में ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि उन्हें भी पता चले Chemical engineer kaise Bane.
और अगर आपको लगता है कि इस पोस्ट में और भी कुछ जानकारी ऐड करना चाहिए तो कमेंट सेक्शन में बताये या फिर हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़कर बता सकते है। आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है, इससे हम अपने कंटेंट को सुधार सकेंगे।
कोर्स और करियर से जुड़े जानकारी के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते है जहां आपको रोजाना कुछ नया सीखने को मिलेगा।
दूसरे महत्वपूर्ण कोर्स: