डॉक्टर बनने के लिए MBBS Course के अलावा और भी कई सारे कोर्स है जिसकी डिमांड हमारे देश के हर कोने में है। इसके साथ विदेशों में भी ऐसे पेशेवर व्यक्तियों का मांग काफी तेजी से बढ़ रही है। जिनमे से कुछ मुख्य कोर्स BAMS, BHMS, BUMS.
पिछले लेख में हमने BAMS और BHMS कोर्स के बारे के चर्चा किये थे पर आज की लेख में हम BUMS Course Details में जानेंगे और यूनानी डॉक्टर कैसे बने उसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
इसलिए कृपया इस लेख को आखिरी तक पढ़े ताकि आपको पता चले BUMS क्या है, BUMS कैसे करे, BUMS कोर्स का फीस कितना लगेगा, सिलेबस क्या है, नौकरी कौन सी मिलेगी, सैलरी कितना होगा, इत्यादि BUMS Course Details in Hindi में।
BUMS Course Details in Hindi
BUMS का पूरा नाम है “बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी” हिंदी में जिसे “यूनानी चिकित्सा और शल्य चिकित्सा स्नातक” कहते है। यह साढ़े पांच साल की अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स है। जिसमे से साढ़े चार साल एकेडमिक पढ़ाई के लिए निर्धारित है और बाकी के एक साल इंटर्नशिप करना पड़ता है।
यह एक प्राचीन चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमे प्राकृतिक उपायों से चिकित्सा किया जाता है। यूनानी पद्धति के अनुसार शरीर में स्वयं को ठीक करने की क्षमताएं होती है। इस कोर्स में मनुष्य कैसे अपने भीतर की उपचार शक्ति को पहचानें और उसे कैसे बढ़ाएं उसके बारे में सिखाते है।
भारत मे BUMS कोर्स को केंद्रीय भारतीय चिकित्सा परिषद, CCIM द्वारा नियंत्रित किया जाता है, यह AYUSH के तहत एक वैधानिक निकाय है। हालही में CCIM के तहत इंडिया में BUMS पढ़ाई के लिए लगभग 1706 सीट है जिसमे NEET एग्जाम के माध्यम भर्ती करवाया जाता है।
इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी लेकर 10+2 पास करना चाहिए। इसके बाद स्टेट तथा नेशनल लेवल पर आयोजित होने वाली एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे अंको से उत्तीर्ण होने पर कोर्स में दाखिल होने का योग्यता हासिल होते है।
BUMS Course Eligibilities (BUMS कोर्स के योग्यता)
दूसरे मेडिकल कोर्स की तरह BUMS कोर्स के लिए भी कुछ न्यूनतम पात्रता मानदंड की आवश्यकतायें होती है जिसके अलावा कोई भी इस कोर्स के लिए पात्र नहीं है। बीयूएमएस कोर्स के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए उसके बारे में हमने नीचे बताये है;
• बीयूएमएस की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी/बायोटेक्नोलॉजी लेकर 12वी पास करनी होगी।
• जनरल उम्मीदवारों को न्यूनतम 45 प्रतिशत अंको से पास 10+2 पास करनी पड़ती है, वही आरक्षण वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 40 प्रतिशत नंबर की जरूरत पड़ती है इस कोर्स के लिए योग्य बनने हेतु।
• उम्मीदवारों का न्यूनतम आयु 17 साल का होना चाहिए। इसके लिए सर्वाधिक आयु की कोई लिमिट नहीं है।
• BUMS Course में एडमिशन हेतु स्टेट तथा नेशनल लेवल पर कई सारे एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है जिसमे अच्छे अंक लाकर सफलतापूर्वक पास करना पड़ता है।
BUMS Doctor Kaise Bane (यूनानी डॉक्टर कैसे बनते है)
अगर आप सोच रहे है की बीयूएमएस डॉक्टर यानी यूनानी डॉक्टर कैसे बने तो आपको बता दूं, यदि आप BUMS डॉक्टर बनना चाहते है तो निम्नलिखित स्टेप्स को ध्यानपूर्वक अनुसरण करना होगा;
• स्कूल में साइंस लेकर पढ़ाई करना होगा: अगर आप डॉक्टर बनना चाहते है तो इसके लिए सबसे पहला कदम होगा 10वी के बाद साइंस स्ट्रीम का चुनाव करना होगा जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट्स का होना अनिवार्य है। इसके बाद इन सब्जेक्ट्स को लेकर 10+2 या इसके समतुल्य कोर्स करना होगा।
• एंट्रेंस एग्जाम के लिए तैयारी करें: स्कूल में पढ़ाई के दौरान एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी सुरु कर देनी चाहिए क्योंकि, हर साल लाखों उम्मीदवार इस कोर्स के लिए होने वाले प्रवेश परीक्षा NEET में हिस्सा लेते है, पर कुछ ही विद्यार्थियों को यह कोर्स करने का सुनहरा मौका मिलता है।
इसलिए प्रतिस्पर्धा अधिक होने के नाते उम्मीदवारों को पहले से एग्जाम की तैयारी सुरु कर देनी चाहिए। तैयारी के लिए आप चाहे तो किसी कोचिंग सेंटर में जॉइन हो सकते है अन्यथा आज के समय बहुत से इंस्टीट्यूट है जो ऑनलाइन तैयारी करवाते है उनके साथ भी जुड़ सकते है।
• एग्जाम की सिलेबस ध्यानपूर्वक अनुसरण करें: बीयूएमएस डॉक्टर बनने के लिए मुख्यतः नीट एग्जाम की तैयारी करनी पड़ती है जो 720 नंबर की होती है। जिसमे फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी का सब्जेक्टिव क्वेश्चन पूछे जाते है।
इंसमे टोटल 200 सवाल होते, जिनमे से कुलमिलाकर 180 सवाल का जवाब देना पड़ता है। हर सवाल के लिए 4 नंबर निर्धारित है और एक गलत जवाब के लिए 1 नेगेटिव मार्किंग भी है। यानी एक सही जवाब देने पर आपको 4 नंबर मिलेगा, वही अगर आप एक गलत जवाब देते हो तो 1 नंबर कट लिया जाएगा।
• एंट्रेंस एग्जाम के लिए फॉर्म भरे: हर साल लाखों उम्मीदवार नीट एग्जाम के लिए फॉर्म भरते है। हर साल मार्च से मई महीने के अंदर फॉर्म निकाली जाती है जिसे ऑनलाइन भरना होता। फॉर्म भरने के लिए आपको नीट के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा और अपने नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, सहित आधार नंबर डालकर रजिस्ट्रेशन पूरा करना होगा।
रजिस्ट्रेशन के पश्चात यूजरनाम और पासवर्ड के जरिये लॉगिन होकर अप्लाई करना होगा। इसके लिए लिए उम्मीदवार का शैक्षणिक योग्यता, शैक्षणिक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी, अपने फोटो तथा सिग्नेचर अपलोड करना होगा और बाद में आवेदन शुक्ल जमा करके फॉर्म को सबमिट कर देना है और उसके प्रिंट आउट अपने पास रख लेना है।
• एडमिट कार्ड डाउनलोड करे: फॉर्म भरने के कुछ दिन पश्चात एडमिट जारी कर दिया जाता है, जिसे डाउनलोड करके उंसमे बताई गई समय और जगह पर जाकर एग्जाम देना है। एग्जाम के लिए टोटल 3 घंटे 20 मिनट दिया जाता है।
• काउंसलिंग में हिस्सा ले: एग्जाम के कुछ सप्ताह बाद रिजल्ट प्रदान किया जाता है। अगर उंसमे अच्छे रैंक आता है तो काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। इसके बाद अपने मन पसंद कॉलेज चॉइस करने का मौका मिलता है।
• कोर्स में एडमिशन ले: अगर अपने एग्जाम में अच्छे अंक प्राप्त किया है तो काउंसलिंग में आपके पसंद किए गए कॉलेज में सीट अलॉट हो जाते है। उसके बाद अथॉरिटी द्वारा आपके दस्तावेजों की सत्यापन किया जाएगा और सब कुछ ठीक होने पर एडमिशन फीस देकर एडमिशन लेना होगा।
• बीयूएमएस कोर्स कंपलीट करे: बीयूएमएस कोर्स में एडमिशन लेने के बाद अब बारी है साढ़े पांच साल की कोर्स को कंपलीट करना। इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और ध्यान लगाकर पूरे कोर्स कंपलीट करना होगा।
BUMS Course Fees (BUMS कोर्स की फीस)
बीयूएमएस कोर्स की फीस अलग अलग कॉलेज में अलग अलग होती है। अगर सरकारी कॉलेज की बात करे तो इस कोर्स के लिए बहुत ही कम फीस देना पड़ता है पर अगर कोई गैर सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते है तो उन्हें लाखों फीस देना होगा।
आमतौर पर BUMS कोर्स की फीस औसतन ₹25,000 से ₹9,50,000 तक होती है। यह रकम स्टेट और कॉलेज के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकती है। यहां हमने कोर्स की सिर्फ औसतन फीस बताये है।
यह पढ़े:
Top BUMS College in India
इंडिया में बहुत से यूनानी मेडिकल कॉलेज है जहां बीयूएमएस कोर्स की पढ़ाई करवाई जाती है। यहां हमने कुछ टॉप बीयूएमएस कॉलेज के नाम बताये है जिसके बारे में आप पूरी जानकारी प्राप्त करके एडमिशन ले सकते है।
• छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर, उत्तर प्रदेश
• आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, पटना, बिहार
• हाकिम सईद जियाउल हसन गवर्नमेंट ऑटोनोमस यूनानी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, भोपाल, मध्य प्रदेश
• डॉक्टर एनटीआर यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश
• उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, देहरादून, उत्तराखंड
• पिटी दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल हेल्थ साइंसेज एंड आयुष यूनिवर्सिटी ऑफ छत्तीसगढ़, रायपुर, छत्तीसगढ़
• शिवाजी यूनिवर्सिटी, कोल्हापुर, महाराष्ट्र
• डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, जोधपुर, राजस्थान
• केरल यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेस, त्रिशूर, केरल
• गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, होशियारपुर, पंजाब
• गवर्नमेंट तिब्बी कॉलेज, पटना, बिहार
• अजमल खान तिब्बिया कॉलेज, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
• कलकत्ता यूनानी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
इन सभी कॉलेज के अलावा और भी कई सारे मेडिकल कॉलेज है जहां से आप यह कोर्स कर सकते है। परंतु किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले उस कॉलेज के बारे में थोड़ा जांचपड़ताल कर लेना चाहिए ताकि आगे चलकर किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।
BUMS Course Syllabus in Hindi
बीयूएमएस कोर्स की समयावधि है साढ़े पांच साल जिसमे से साढ़े चार साल की एकेडमिक पढ़ाई करनी होती। इन चार सालों में विद्यार्थियों को एनाटोमी, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, यूनानी मेडिसिन, यूनानी फार्मेसी, गायनोकॉलोजी, फार्मकोथेरेपी, जैसे सब्जेक्ट्स पढ़ना होता।
BUMS Course ke Baad Kya Kare
साढ़े पांच साल की कोर्स पूरा होने के बाद उम्मीदवार रजिस्टर यूनानी डॉक्टर बन जाते है, यूनानी की भाषा मे जिसे हाकिम भी कहते है। जब आप रजिस्टर डॉक्टर बन जाते है तो आपके सामने कई सारे दरवाजे खुले जाते है; आप चाहे तो सरकारी तथा प्राइवेट हॉस्पिटल में यूनानी डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस कर सकते है अन्यथा खुद का क्लिनिक भी सुरु कर सकते है।
इसके अलावा बीयूएमएस की डिग्री धारकों के लिए फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में अपार संभावनाएं है, कोई चाहे तो मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव बन सकते है, या रिसर्च एंड डिवेलपमेंट में भी करियर बना सकते है।
BUMS ke Baad Salary (यूनानी डॉक्टर की सैलरी)
बीयूएमएस कोर्स पूरा होने के बाद विद्यार्थी डॉक्टर बन जाते है, उनके काम के क्षेत्र और एक्सपीरियंस के हिसाब से सैलरी निर्धारित होता है। आमतौर पर इंडिया में यूनानी डॉक्टर का सैलरी ₹350,000 से ₹120,000 तक होती है।
BUMS Course से जुड़े सवाल जवाब
BUMS करने के लिए कितने परसेंट चाहिए?
बीयूएमएस कोर्स करने के लिए विद्यार्थियों को 10+2 में फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलॉजी कोर्स लेकर न्यूनतम 45 प्रतिशत नंबर से पास करनी चाहिए, पर आरक्षण वर्ग के विद्यार्थियों के लिए कम से कम 40 प्रतिशत नंबर प्राप्त करना अनिवार्य है।
BUMS कितने साल का होता है?
बीयूएमएस 5.5 साल की होती है जिसमे से साढ़े चार साल की एकेडमिक पढ़ाई करनी होती है जिसमे थ्योरी तथा प्रैक्टिकल नॉलेज शामिल है। साढ़े चार साल पूरा होने के बाद विद्यार्थियों को एक साल की इंटर्नशिप करना जरूरी है। सफलतापूर्वक साढ़े पांच साल पूरा करने के पश्चात ही उम्मीदवार रजिस्टर्ड यूनानी डॉक्टर बन जाते है।
निष्कर्ष: इस लेख में हमने BUMS Course Details के बारे में बारीकियों से चर्चा की है। आशा करते है आपको अच्छे से समझ आ गया होगा कि बीयूएमएस क्या है, बीयूएमएस कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए, BUMS Doctor कैसे बने, बीयूएमएस डॉक्टर के लिए स्कोप क्या है, सैलरी कितनी मिलेगी इत्यादि।
अगर आपको इस लेख से जुड़े कोई भी सवाल है तो कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है, 12 घंटे के अंदर आपको जवाब दिया जाएगा। और अगर हमारे लिए कोई सुझाव है या फिर किसी निर्दिष्ट टॉपिक पर आपको आर्टिकल चाहिए तो हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते है, जहां आपको एजुकेशन से जुड़े कई तरह के जानकारियां मिलती रहगी।
दूसरे महत्वपूर्ण कोर्स:
Bumc without neet k clear nhi ho sakti
ज्यादातर स्टेट में नीट क्वालीफाई सिडेंट्स को दाखिला लिया जाता है। इसके अलावा कुछ स्टेट अलग अलग नाम से एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते है। उस एग्जाम को क्रैक करके भी आप BUMS कोर्स कर सकते है।