अगर आप अभी 10वीं की पढ़ाई कर रहे हो तो Bsc kya hai? – यह आपको अवश्य पता होनी चाहिए क्योंकि कुछ समय बाद आपका भी बारी आएगा सब्जेक्ट्स चुनने का, तब आपको या तो बीए, बीकॉम या बीएससी में से कोई भी एक स्ट्रीम चुनना पड़ेगा।
यही आपके जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण स्टेप होगा जो तय करेगा की आप आगे चलकर डॉक्टर बनेंगे, इंजीनियर बनेंगे, शिक्षक बनेंगे या किसी दूसरे क्षेत्र में अपना करियर बनाएंगे। इसलिए आपको बीए, बीकॉम और बीएससी के बारे में भलीभांति पता होनी चाहिए ताकि भविष्य में करियर से जुड़े कोई भी समस्या न हो।
पिछले लेख में हमने बीए कोर्स के बारे में अच्छे से चर्चा की है, यदि अपने अभी तक उसे नहीं पढ़ा तो यहां से पढ़ सकते है; BA Course Details. यदि अपने पढ़ ली है तो अब आइये जानते है Bsc कोर्स के बारे।
इस लेख में हम बीएससी कोर्स के सभी पहेलियों को बारीकियों से चर्चा की है ताकि आपको पता चले B.sc क्या है, बीएससी कैसे करे, बीएससी की फीस कितनी होगी, स्कोप क्या मिलेगा, नौकरी कौन सा होगी, सैलरी कितना मिलेगा, इत्यादि।
Bsc kya Hai
B.Sc का पूरा नाम है बैचलर ऑफ साइंस, यह तीन साल की ग्रेजुएशन कोर्स है। परंतु कुछ बीएससी कोर्स पूरा होने में 4-5 साल की समय लग जाता है। इसे किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं के पूरा करने के बाद किया जाता है। 12वी में साइंस लेकर पढ़ाई करने वालो के लिए यह एक महत्वपूर्ण कोर्स है।
बीएससी कोर्स को दो भागों में बंटा गया है; पहला है, होनोर्स बीएससी, इंसमे किसी एक विषय में दक्ष बनाई जाती है, और दूसरा है, जनरल बीएससी, इंसमे सारे मेजर सब्जेक्ट्स के बारे में बेसिक जानकारी प्रदान की जाती है।
दोनों ही कैटेगोरी के बीएससी कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास करना होता और उम्मीदवारों का आयु 17 साल की होना अनिवार्य है अन्यथा एडमिशन के लिए मान्यता नहीं मिलते।
इंडिया में सैंकड़ों कॉलेज/यूनिवर्सिटीज है जहां से बीएससी की पढ़ाई की जाती है। इसके लिए उम्मीदवारों को 12वीं में कम से कम 55-60% नंबर लाना पड़ता है लेकिन कुछ यूनिवर्सिटीज है जहां एडमिशन के लिए इससे भी अधिक नंबर की मांग की जाती है।
ज्यादातर कॉलेज या यूनिवर्सिटीज में 12 वी में प्राप्त नंबर के आधार पर एडमिशन लिया जाता है, परंतु कुछ कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में एंट्रेंस एग्जाम या पर्सनल इंटरव्यू के माध्यम से एडमिशन लेना पड़ता है।
आशा करते है B sc kya hai इसके बारे में आपको पता थोड़ा बहुत जानकारी प्राप्त हो गई होगी। अब आइये बीएससी कोर्स लिस्ट और कौन सा कौन सा बीएससी कोर्स के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए उसके बारे में बात करते है।
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Bsc subject list in hindi (बीएससी में कौन कौन से सब्जेक्ट्स होते है)
बीएससी कोर्स के अंतर्गत बहुत से सब्जेक्ट्स है जिसकी होनोर्स और जनरल दोनों ही डिग्री किया जाता है। यहां हमने कुछ प्रशिद्ध सब्जेक्ट्स के बारे में बताये है जो बीएससी के दायरे में आता है।
• बीएससी इन फिजिक्स: बैचलर ऑफ साइंस इन फिजिक्स तीन साल की अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमे छह सेमेस्टर देने पड़ते हर छह माह के बाद। इंसमे मैकेनिक्स, वेव्स एंड ऑप्टिक्स, क्वांटम फिजिक्स, थर्मल फिजिक्स, इत्यादि के बारे में पढ़ाया जाता है।
इंसमे मुख्यतः 12वीं प्राप्त नंबर के आधार पर एडमिशन मिल जाता है, कुछ कॉलेज या यूनिवर्सिटीज पर्सनल इंटरव्यू के जरिये भी एडमिशन लेते है। तीन साल की कोर्स पूरा होने के बाद ऐसे उम्मीदवारों की मांग सरकारी तथा निजी क्षेत्र में काफी अच्छी है।
फिजिक्स में बीएससी कोर्स की फीस अलग अलग कॉलेज में अलग अलग होती है, आमतौर पर सरकारी कॉलेज में न के बराबर फीस लगते है परंतु प्राइवेट कॉलेज में ₹30,000 – ₹1,50,000 तक फीस लग जाता है।
• बीएससी इन केमिस्ट्री: जिन छात्र या छात्रा को 12वीं में रसायन विज्ञान अच्छे लगते है वह बीएससी में बैचलर इन केमिस्ट्री की पढ़ाई कर सकते है। यह तीन साल की ग्रेजुएशन कोर्स है जिसमे छह सेमेस्टर देने पड़ते।
बीएससी की इस शाखा में आर्गेनिक केमिस्ट्री, इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री, फिजिकल केमिस्ट्री, इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री जैसे सब्जेक्ट्स बारीकियों से पढ़ाई जाती है। तीन साल की कोर्स पूरा होने के पश्चात केमिकल, फार्मास्यूटिकल, पेंट, आदि सेक्टर में सरकारी तथा प्राइवेट नौकरी मिलते है।
फिजिक्स की तरह केमिस्ट्री में भी कोर्स फीस लगभग बराबर होती है परंतु इंसमे ट्यूशन फीस बहुत ज्यादा लग जाता है। और अगर कोई आईआईटी कॉलेज से इस कोर्स को करते है तो 7 – 8 लाख रुपया लग जाता है।
• बीएससी इन मैथेमेटिक्स: गणित शास्त्र में इच्छा रखने वाले विद्यार्थी बीएससी में गणित लेकर पढ़ाई करना पसंद करते है। इसके लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास करना होता या इसके समकक्ष कोई योग्यता हासिल करना होता।
उसके पश्चात किसी मन पसंद कॉलेज या यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन फॉर्म फील करके आवेदन करना पड़ता है। ज्यादातर कॉलेज में सामान्यतः मेरिट के आधार पर दाखिला मिलता है। इस कोर्स में अलजेब्रा, वेक्टर, ज्योमेट्री, कैल्कुलस, लीनियर प्रोग्राम जैसे विषय मे शिक्षा प्रदान की जाती है।
• बीएससी इन बॉटनी: बैचलर ऑफ साइंस इन बॉटनी तीन साल की ग्रेजुएशन कोइरसे है। इंसमे मुख्यतः पौधे, शैवाल और कवक के ग्रोथ, स्ट्रक्चर, मेटाबोलिज्म, फिजियोलॉजी, प्रॉपर्टी, डिजीज के बारे शिक्षा प्रदान की जाती है।
अगर कोई विद्यार्थी इंसमे करियर बनाना चाहते है तो वह इंटरमीडिएट पूरा करने के बाद इंसमे दाखिल हो सकते है। इसके एडमिशन मेरिट के आधार पर मिलती है, जबकि कुछ कॉलेज में एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है एडमिशन के लिए।
• बीएससी इन जूलॉजी: बायोलॉजी की इस शाखा में प्राणियों के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। यह भी तीन साल की अंडरग्रेजुएट कोर्स है। जिसमे मेरिट और एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन मिलते है।
इस कोर्स की फीस देखा जाए तो आमतौर पर ₹10,000 से ₹1,00,000 तक होती है।
• बीएससी इन फिजियोलॉजी: बैचलर ऑफ साइंस इन फिजियोलॉजी तीन साल की कोर्स है, जिसमे छह सेमेस्टर देने पड़ते है प्रत्येक छह महीने के बाद। इसके पढ़ाई के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वी पास करना होता बायोलॉजी के साथ केमिस्ट्री लेकर, कुछ कॉलेज में फिजिक्स की भी मांग की जाती है।
फिजियोलॉजी कोर्स में एनिमल और प्लांट्स फिजियोलॉजी के बारे में थ्योरी तथा प्रैक्टिकल शिक्षा प्रदान की जाती है। इनकी कोर्स फीस ₹10,000 से ₹1,50,000 तक होती है। यह रकम कॉलेज और यूनिवर्सिटी के हिसाब से भिन्न होते।
तीन साल की ग्रेजुएशन कोर्स पूरा होने के बाद फिजियोलॉजी की डिग्री धारकों को फ़िज़ियोथेरेपिस्ट, लैब तकनीशियन, हेल्थकेयर एडमिनिस्ट्रेटर, स्पोर्ट्स ट्रेनर, पर्सनल ट्रेनर जैसे पदों में नौकरी कर सकते है।
• बीएससी इन बायोकेमिस्ट्री: यह विज्ञान की एक ऐसी शाखा है जिसमे केमिस्ट्री के साथ बायोलॉजी का संयोग स्थापन किया गया है। यह तीन साल की कोर्स है जिसे 12 वी साइंस के बाद किया जाता है।
कोर्स पूरा होने के बाद बायोकेमिस्ट्री की डिग्री धारकों को बायोकेमिस्ट, क्लीनिकल रिसर्चर, मेडिकल रिव्यु ऑफिसर, रिसर्च एनालिस्ट, क्वालिटी असुरांस जैसे पदों के लिए नौकरी मिलते है।
• बीएससी नर्सिंग: आज के समय मेडिकल क्षेत्र में नर्स की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए 12वीं में साइंस लेकर पढ़ाई करने वालो के अंदर बीएससी नर्स बनने का ट्रेंड चल रहा है। यह चार साल की बैचलर डिग्री है जिसमे आठ सेमेस्टर देने पड़ते।
इसकी पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है, कुछ कॉलेज में 12 वी में प्राप्त नंबर के आधार पर भी एडमिशन मिलते है। इसके लिए उम्मीदवारों का आयु कम से कम 17 साल की होनी चाहिए और फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर 12वीं पास करनी चाहिए।
अगर आपको बीएससी नर्सिंग के बारे में और भी अच्छे से जानकारी प्राप्त करनी है तो यहां क्लिक करके इस आर्टिकल को पढ़े यहां आपको B.sc Nursing के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी।
• बीएससी एलएलबी: यह एक इंटीग्रल कोर्स है जिसमे बैचलर ऑफ साइंस और बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ को शामिल किया गया है। इसकी समयावधि है पांच साल जो दस सेमेस्टर में विभक्त है।
इस कोर्स के लिए उम्मीदवारों किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी या उसके समकक्ष कोई कोर्स करना होगा और उंसमे न्यूनतम 45 प्रतिशत नंबर प्राप्त करना होगा जनरल वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए वही आरक्षण वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए पांच नंबर की छूट मिलती है।
बीएससी एलएलबी कोर्स की फीस कॉलेज के हिसाब से भिन्न होते है। अगर हम औसतन कोर्स फीस की बात करे तो ₹3,50,000 से ₹20,00,000 तक होती है।
• बीएससी जेनेटिक्स: बीएससी इन जेनेटिक्स तीन साल की अंडरग्रेजुएट कोर्स है, इसे छह सेमेस्टर में बंटा गया है। इस कोर्स को डिज़ाइन करने का मुख्य उद्देश्य है लिविंग बॉडीज में वेरिएशन और हेरेडिटी को अच्छे से समझा जाएं।
इसके लिए विद्यार्थियों को किसी मान्यता बोर्ड 12वीं या उसके समकक्ष कोई कोर्स पूरा करना होता फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर। इंसमे कम से कम 45 प्रतिशत नंबर प्राप्त करनी चाहिए, परंतु ज्यादातर कॉलेज या यूनिवर्सिटी में इससे ज्यादा नंबर की मांग की जाती है।
• बीएससी इन बायोटेक्नोलॉजी: बैचलर ऑफ साइंस इन बायोटेक्नोलॉजी तीन साल की ग्रेजुएशन कोर्स है। यह विज्ञान की एक ऐसी शाखा है जिसमे बायोलॉजी और टेक्नोलॉजी को एक साथ जोड़ा गया है मनुष्यों तथा प्राणियों के भलाई के लिए।
• बीएससी इन हॉर्टिकल्चर: बीएससी की इस शाखा में पेड़, पौधे, सब्जियां, अनाज, फल, ऑर्किड का प्रजनन, फार्मिंग मैनेजमेंट, पेस्ट कंट्रोल, प्रोडक्ट्स मार्केटिंग जैसे विषय के बाटे में शिक्षा प्रदान करती है।
यह तीन साल की कोर्स है जिसमे छह सेमेस्टर देना पड़ता है, प्रत्येक छह माह के अंतराल में। इस कोर्स की फीस ₹30,000 से ₹3,00,000 तक होती है। तीन साल की इस कोर्स को पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को एग्रोकेमिकल्स, एग्रीकल्चर रिसर्च लेबोरेटरी, ऑर्चिड्स जैसे क्षेत्र में नौकरी करने का अवसर मिकते है।
• बीएससी इन होम साइंस: यह तीन साल की अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमे मुख्यतः ह्यूमन डिवेलपमेंट, न्यूट्रिशन, डायटेटिक्स, होम इकोनॉमिक्स, टेक्सटाइल, फैशन डिजाइनिंग जैसे टॉपिक्स कवर किया जाता है।
तीन साल कोर्स पूरा होने के पश्चात होम साइंस की डिग्री धारकों को न्यूट्रिशन एक्सपर्ट, ट्रेनी, डायटीशियन, कम्युनिटी रिप्रेजेंटेटिव, फैशन डिजाइनर, जैसे पदों में काम कर सकते है।
• बीएससी इन एग्रीकल्चर: एग्रीकल्चर की बीएससी कोर्स चार साल की है जिसमे आठ सेमेस्टर देना पड़ता। इस कोर्स में कृषि विज्ञान, कीट विज्ञान, मृदा विज्ञान, कृषि अर्थशास्त्र, गृह विज्ञान, मत्स्य पालन, खाद्य प्रौद्योगिकी, पशु चिकित्सा विज्ञान जैसे विषयों में शिक्षा प्रदान की जाती है।
इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए उम्मीदवारों को 12 वी पास करना होता फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी या मैथेमेटिक्स के साथ। इसके अलावा उम्मीदवारों का आयु न्यूनतम 17 साल होना अनिवार्य है।
• बीएससी इन मेडिकल: यह तीन साल की अंडरग्रेजुएट कोर्स है। जो विद्यार्थी 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स करना चाहते है उनके के लिए यह एक अच्छा ऑप्शन है। इंसमे बॉटनी, जूलॉजी, केमिस्ट्री और अलाइड मेडिकल टेक्नोलॉजी के बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है।
इसके लिए विद्यार्थियों को साइंस लेकर 12वी या उसके समकक्ष कोई कोर्स करना होगा। कोर्स पूरा होने के बाद ऐसे उम्मीदवारों को लैब टेक्नीशियन, लैब असिस्टेंट, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव, जैसे पदों में नौकरी मिकते है।
• बीएससी इन माइक्रो बायोलॉजी: यदि अपने 12 वी में बायोलॉजी लेकर पढ़ाई की है और आगे भी इससे जुड़े करियर बनाना चाहते है तो आप माइक्रो बायोलॉजी की कोर्स कर सकते है।
यह तीन साल की अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमे वायरस और बैक्टेरिया के बारे में बारीकियों से जानकारी दी जाती है ताकि समझा जाये वायरस एयर बैक्टेरिया कैसे मनुष्यों और दूसरे प्राणियों के सेल में काम करती है।
इसकी पढ़ाई के लिए विद्यार्थियों को 12वी या उसके समकक्ष कोर्स करना होता फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से। इसके अलावा विद्यार्थियों का आयु कम से कम 17 साल का होना अनिवार्य है।
तभी इस कोर्स में पढ़ाई के लिए मंजूरी मिलेगा। माइक्रो बायोलॉजिस्ट के डिग्री धारकों की मांग हमारे देश के अलावा विदेशों में भी काफी अच्छी और वहां सैलरी पैकेज में ज्यादा मिलती है।
• बीएससी इन इलेक्ट्रॉनिक्स: बैचलर ऑफ साइंस इन इलेक्ट्रॉनिक्स तीन साल की कोर्स है जिसमे इलेक्ट्रोमैग्नेटिक, कम्युनिकेशन, मैथेमेटिक्स, ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग मैटेरियल्स जैसे विषय मे ज्ञान प्रदान किया जाता है।
इस कोर्स में एडमिशन के लिए मुख्यतः मेरिट और एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है। इसके लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वी या उसके समकक्ष कोर्स करना होता, उंसमे फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स होना अनिवार्य है।
बीएससी इन इलेक्ट्रॉनिक्स की कोर्स पूरा होने के बाद उम्मीदवारों के लिए नई नई द्वार खुल जाता है कोई चाहे तो नौकरी कर सकते है अन्यथा हायर स्टडी का भी ऑप्शन उपलब्ध होता जिसके लिए सबसे अच्छा कोर्स है एमएससी इन इलेक्ट्रॉनिक्स।
इन सभी कोर्स के अलावा और भी कई सारे बीएससी कोर्स जिसके नाम आप नीचे देख सकते है;
• बीएससी इन फ़ूड टेक्नोलॉजी
• बीएससी इन आपरेशन थिएटर मैनेजमेंट
• बीएससी इन ब्यूटी कॉस्मेटोलॉजी
• बीएससी इन ऑडियोलॉजी
• बीएससी इन एविएशन
• बीएससी इन मेडिकल लैब टेक्नीशियन
• बीएससी इन होटल मैनेजमेंट
• बीएससी इन कंप्यूटर साइंस
• बीएससी इन फिजिकल साइंस
• बीएससी इन जियोग्राफी
• बीएससी इन कंप्यूटर साइंस
• बीएससी इन एस्ट्रोलॉजी
• बीएससी इन इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री
• बीएससी इन एनीमेशन
• बीएससी इन परफ्यूशन टेक्नोलॉजी
• बीएससी इन नॉटिकल साइंस
• बीएससी इन न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स
• बीएससी इन इंटीरियर डिजाइनिंग
• बीएससी इन एन्विरोमेंटल साइंस
• बीएससी इन इकोनॉमिक्स
• बीएससी इन जियोलॉजी
• बीएससी इन फॉरेस्ट्री
• बीएससी इन ऑक्यूपेशन थेरेपी
• बीएससी इन फिजिकल असिस्टेंट
• बीएससी इन फाइनेंस
• बीएससी इन फैशन डिजाइनिंग
बीएससी के लिए योग्यता
B sc kya hai और बीएससी के अंदर कौन कौन से सब्जेक्ट्स आते है यह जानने के बाद अब आइये जानते है कि बीएससी के लिए एलिजिबिलिटी क्या क्या होनी चाहिए;
• बीएससी लेवल के अंदर बहुत से कोर्स है, हर कोर्स के अलग अलग एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होते है जो आगे चर्चा की गई है।
• बीएससी करने वाले उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वी या उसके समकक्ष कोई कोर्स करना होगा साइंस विभाग से।
• 12 वी साइंस में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथेमेटिक्स और बायोलॉजी होनी चाहिए और इनमे न्यूनतम 45 प्रतिशत नंबर प्राप्त करना होता, यह जनरल वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए है परंतु आरक्षण वर्ग के स्टूडेंट्स को पांच नंबर की छूट मिलती है।
• बीएससी करने वाले उम्मीदवारों का आयु कम से कम 17 साल होना चाहिए अन्यथा कोर्स में दाखिला नहीं मिलेगा।
• कुछ कोर्स में एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है एडमिशन के लिए उसे पास करना होता उसके बाद काउंसलिंग में हिस्सा लेकर एडमिशन लेना पड़ता।
बीएससी की फीस कितनी है
जैसे की हमने पहले ही बताया बीएससी के अंदर बहुत से कोर्स होते है उसके अलग अलग पात्रता की तरह फीस भी अलग अलग होती है। सरकारी कॉलेज में फीस बहुत ही कम होती है परंतु प्राइवेट कॉलेज में आमतौर बहुत ज्यादा फीस चार्ज करते है।
कोर्स फीस निर्भर करेगा आपके कोर्स के ऊपर, इसके अलावा कॉलेज की रेपुटेशन, कैंपस, प्लेसमेंट प्रक्रिया जैसे बिंदु पर कोर्स फीस निर्भर करती है। यदि बीएससी की औसतन कोर्स फीस की बात करे तो, आमतौर पर ₹15,000 से ₹20,00,000 तक होती है।
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बीएससी के बाद नौकरी
आगर आप सोच रहे है कि बीएससी के बाद क्या जॉब करें तो आपको बता दे, बीएससी के बाद बहुत से नौकरियां है जहां बीएससी की डिग्री धारकों नियुक्त किया जाता है। इस लेख में हमने कुछ जॉब्स सेक्टर के बारे में बताये है जहां बीएससी वालो की मांग काफी अच्छी है।
• एजुकेशन सेक्टर: इस क्षेत्र में बीएससी वालो की डिमांड काफी अच्छी है। अगर किसी का सपना शिक्षक बनना है तो वह B.ed की कोर्स करके शिक्षक बनने का सफर सुरु कर सकते है।
• सिविल सर्विसेज: इंडिया में सुप्रतिष्ठित नौकरियों में से एक है सिविल सेवा का नौकरी। अगर आप IAS, IPS, IFS बनना चाहते है तो बीएससी पूरा होने आप यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर सकते है।
• बैंकिंग सेक्टर: बैंकिंग सेक्टर में ऐसे उम्मीदवारों के लिए काफी अच्छी अवसर है। अगर कोई चाहे तो बैंक मैनेजर, कैशियर, बैंक क्लेर्क, बैंक पीओ जैसे पदों के लिए आवेदन कर सकते है।
• रेलवे: रेलवे सेक्टर में बहुत से पोस्ट है जिसमे बीएससी वालों को ही मौका प्रदान किया जाता है। अगर आप इंसमे करियर बनाने का रुचि रखते है तो बेशक इसके बारे में सोच सकते है।
• केमिकल इंडस्ट्रीज: केमिकल इंडस्ट्रीज में ऐसे उम्मीदवारों की मांग काफी ज्यादा है। अगर बीएससी के बाद जॉब करना चाहते है केमिकल सेक्टर में तो भारत पेट्रोलियम, आईओसी, एशियन पेंट, बर्जर पेंट, आदि प्राइवेट और पब्लिक कंपनियों में नौकरी कर सकते है।
• मैनेजमेंट सेक्टर: अगर कोई मैनेजमेंट विभागों में मैनेजर जैसे पदों में काम करना चाहते है तो वह बीएससी के बाद MBA कोर्स कर सकते है, इससे करियर ग्रोथ काफी अच्छी होगी।
• रिसर्च एंड डिवेलपमेंट: यदि अपने किसी भी बीएससी की कोर्स किये है तो आगे चलकर रिसर्च की फ़ील्ड में अपना पैर पसार सकते हैं। इसके लिए एमएससी की पढ़ाई कर सकते है उसके बाद पीएचडी करके रिसर्च सेक्टर में एंट्री ले सकते है।
• मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव: बीएससी करने वालो के लिए मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की पोस्ट में अच्छी खासी अवसर है। इस पोस्ट के लिए समय समय पर वेकैंसी निकालती रहती है, अगर आपका रुचि इंसमे है तो अप्लाई कर सकते है।
• फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज: कोई चाहे तो फार्मास्यूटिकल कंपनियों में भी नौकरी कर सकते है।
इन सभी नौकरियों के अलावा बीएससी करने वालों के लिए और भी कई सारे नौकरियां है जिसमे बीएससी वाले अपना करियर बना सकते है।
बीएससी के सैलरी
बीएससी के बाद सैलरी की बात करे तो भिन्न-भिन्न सेक्टर और भिन्न-भिन्न पद में सैलरी भिन्न होती है। इसके अलावा काम के तजुर्बे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है सैलरी पैकेज में।
यदि बीएससी के बाद सैलरी पैकेज की बात करे तो हर साल ₹2,50,000 से ₹30,00,000 तक सैलरी होती है। ध्यान रहे हर नौकरी की तरह सुरूवाती दौर में सैलरी थोड़ा कम मिलते है परंतु एक्सपीरियंस के साथ साथ सैलरी में अच्छी इन्क्रीमेंट होता है।
निष्कर्ष: इस लेख में हमने B Sc kya Hai, BSc Course list, बीएससी के बाद नौकरी, इत्यादि के बारे में बारीकियों से चर्चा की है। हमे पूरे विश्वास है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। अगर पसंद आया है तो अपने दोस्तों के साथ इस लेख को फेसबुक, व्हाट्सऐप और दुआरे सोशल मीडिया में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
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