BOT Course Details, योग्यता, एडमिशन, फीस, नौकरी, सैलरी, सिलेबस

BOT Course Details: Bachelor of Occupational Therapy जिसे BOT के नाम से भी जाने जाते है। मेडिकल क्षेत्र में यह एक ऐसा कोर्स है जिसकी मांग समय के साथ साथ बढ़ रही है। यह साढ़े चार साल की बैचलर डिग्री जिसे पूरा करने के पश्चात उम्मीदवारों को रजिस्टर ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट की सर्टिफिकेट हासिल होती है।

हर स्टूडेंट्स के लिए MBBS डॉक्टर, Nurse या Pharmacist बनना आसान नहीं होता। इसलिए बहुत से विद्यार्थी 12वी के बाद ऐसे मेडिकल कोर्स की तलाश करते है जिसमें पढ़ाई का दवाब उतना नहीं हो, खर्च भी कम करना पड़े परंतु पढ़ाई के बाद स्कोप अच्छी मिले।

यदि आप भी उन स्टूडेंट्स में शामिल है और कोई ऐसी कोर्स ढूंढ रहे है तो Bachelor of Occupational Therapy यानी BOT Course आपके लिए एक अच्छा मार्ग हो सकता है। इसकी मांग समय के साथ साथ तेजी से बढ़ रही है।

BOT Course Details के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमारे इस लेख को ध्यान से आखिरी तक पढ़े यहां हमने बताये है कि BOT Course क्या है, BOT कैसे करे, BOT कोर्स की फीस, एडमिशन प्रॉसेस, स्कोप, नौकरी, सैलरी, इत्यादि।

BOT Course Details in Hindi

BOT का पूरा नाम है Bachelor of Occupational Therapy यह साढ़े चार साल की एक अंडरग्रेजुएट पैरामेडिकल कोर्स है, जिसमे टोटल आठ सेमेस्टर है यानी साल में दो सेमेस्टर देने पड़ते है, और आखरी छह महीने की इंटर्नशिप करना होता।

इस कोर्स में एनाटोमी, फिजियोलॉजी, फार्माकोलॉजी, पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, क्लीनिकल साइकोलॉजी, साइकाइट्री, जैसे विषयों के बारे में थ्योरी और प्रैक्टिकल जानकारी प्रदान की जाती है।

बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स डिज़ाइन करने का मुख्य उद्देश्य है हैंडीकैप, मेन्टल हेल्थ प्रॉब्लम, इंज्यूरी, आदि से जूझ रहे व्यक्तियों को थेरेपी प्रदान करके उन्हें नार्मल जिंदगी जीने में सहायता प्रदान करने वाले पेशेवर ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट तैयार करना।

BOT Course की पढ़ाई करने हेतु इंडिया में मुख्यतः एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लेना होता परंतु कुछ कॉलेजों में मेरिट के आधार पर भी एडमिशन मिल जाता है। ऐसे में उम्मीदवारों का 10+2 में प्राप्त नंबर को ही आधार बनाया जाता है।

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BOT Course Details

BOT Course ke Qualifications (BOT कोर्स की योग्यता)

• BOT कोर्स में एडमिशन लेने वाले उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लेकर 10+2 या इसके समकक्ष कोई कोर्स पूरा करना होगा न्यूनतम 45 प्रतिशत नंबर के साथ। आरक्षण वर्ग के उम्मीदवारों के लिए नियमानुसार 5 नंबर की छूट भी दी जाती है।

• BOT करने वाले उम्मीदवारों का न्यूनतम आयु 17 की होनी चाहिए, अगर इससे कम होगा तो योग्य नहीं माना जाएगा। इसके लिए सर्वाधिक आयु की कोई सीमा नहीं है।

• ज्यादातर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लिया जाता है। कुछ कॉलेज में एंट्रेंस इसाक बाद पर्सनल इंटरव्यू भी आयोजित किया जाता है। हालांकि कुछ कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन का भी सुविधा उपलब्ध रहती है।

BOT Course Fees (BOT कोर्स की फीस)

BOT कोर्स की फीस कॉलेज के ऊपर निर्भर करती है; यदि सरकारी कॉलेज होती है तो कोर्स फीस कम देनी पड़ती है परंतु प्राइवेट कॉलेज में कोई निर्धारित कोर्स फीस स्ट्रक्चर नहीं होता, सब अपने रेपुटेशन के हिसाब से  कोर्स फीस लेते है।

BOT कोर्स के लिए यदि सरकारी कॉलेज की फीस देखा तो आमतौर प्रति वर्ष ₹5,000 से ₹10,000 के बीच होती है। और प्राइवेट कॉलेज में यह राशि हर साल ₹50,000 से ₹1,00,000 तक हो जाता है।

BOT जैसे मेडिकल कोर्स:

BOT Course Admission Process

बीओटो कोर्स में एडमिशन के लिए ज्यादातर कॉलेज में एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है। उस एग्जाम में उत्तीर्ण होने के पश्चात मेरिट लिस्ट जारी किया जाता है जिसके आधार पर आगे की एडमिशन लिया जाता है। कुछ कॉलेजों में एग्जाम के बाद पर्सनल इंटरव्यू भी देना पड़ता है।

इसके अलावा कुछ कॉलेजों में मेरिट के आधार पर दाखिला मिल जाता है। ऐसे में विद्यार्थियों का 12वी में प्राप्त नंबर के आधार पर ही मेरिट लिस्ट तैयार किया जाता है। अगर मेरिट में नाम निकालते है तो दस्तावेजों की सत्यापित करके एडमिशन फीस जमा देने के पश्चात एडमिशन मिल जाता।

BOT Course Application Process

बीओटी कोर्स में एडमिशन के लिए सबसे पहले उम्मीदवारों को अपने पसंद अनुसार कॉलेज के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता। आवेदन के लिए पहले कैंडिडेट को अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और डेट ऑफ बर्थ दर्ज करके रजिस्ट्रेशन पूरा करना होता।

रजिस्ट्रेशन के पश्चात अब आपको अप्लाई करना होगा, इसके लिए अपना एड्रेस, पिता-माता के नाम, शैक्षणिक योग्यता आदि दर्ज करना है और जरूरी दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करके सबमिट करना है। इसके पश्चात आवेदन शुल्क जमा करके एप्लीकेशन फॉर्म का प्रिंट आउट लेकर रख लेना है।

BOT Course Specialization

बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी के कोई स्टूडेंट्स यदि आगे चलकर किसी एक विषय में स्पेशलाइजेशन करना चाहते है तो निम्नलिखित किसी की एक विषय को मुख्य विषय के तौर पर चुन सकते है।

• पीडियाट्रिक स्पेशलाइजेशन

• इंडस्ट्रियल स्पेशलाइजेशन

• गेरियाट्रिक स्पेशलाइजेशन

• एडल्ट रिहैबिलिटेशन

• साइकियाट्रिक

• स्पेशल चाइल्ड

• न्यूरोलॉजिकल

• स्पोर्ट्स इंज्यूरी

BOT Course Syllabus in Hindi

बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी की समयावधि है साढ़े चार साल। इनमे से चार साल की पढ़ाई करनी होती है जिसमे कुल आठ सेमेस्टर सामिल है और आखिरी के छह महीने इंटर्नशिप करना पड़ता है। बीओटी की कोर्स में निम्नलिखित सब्जेक्ट्स के बारे में पढ़ाया जाता है;

• एनाटोमी

• फिजियोलॉजी

• बायोकेमिस्ट्री

• बेसिक्स ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी

• जनरल साइकोलॉजी

• माइक्रोबायोलॉजी

• पैथोलॉजी

• ऑक्यूपेशनल थेरेपी इन रिहैबिलिटेशन

• क्लीनिकल फील्डवर्क

• क्लीनिकल ऑर्थोपेडिक

• ऑक्यूपेशनल थेरेपी इन मेन्टल हेल्थ

• ऑक्यूपेशनल थेरेपी इन ऑर्थोपेडिक एंड सर्जरी कंडीशन

• न्यूरोसाइंस

• बायोइंजीनियरिंग

• साइकाइट्री एंड क्लीनिकल साइकोलॉजी

Best Bachelor of Occupational Therapy Colleges

इंडिया में कई सारे कॉलेज है जिससे आप बीओटी की डिग्री प्राप्त कर सकते है परंतु जब भी यह कोर्स करना किसी अच्छे रेपुटेशन वाले कॉलेज से ही करना चाहिए क्योंकि, जॉब प्लेसमेंट में कॉलेज काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।

इसलिए किसी भी कॉलेज में दाखिल होने से पहले उस कॉलेज के बारे में अच्छे से जानकारी ले लीजिए उसके बाद ही एडमिशन ले। यहां हमने कुछ कॉलेज के नाम बताये है, आप एडमिशन लेने से पहले थोड़ा जांचपड़ताल करके एडमिशन ले सकते है।

• इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी, उत्तर प्रदेश

• आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, पटना, बिहार

• सेठ जिस मेडिकल कॉलेज, मुम्बई, महाराष्ट्र

• गोआ मेडिकल कॉलेज, पणजी, गोआ

• गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली, दिल्ली

• पंडित दीनदयाल उपाध्याय नेशनल इंस्टीट्यूट फ़ॉर पर्सन्स विथ फिजिकल डिसएबिलिटी, नई दिल्ली, दिल्ली

• नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एम्पोवेर्मेंट एंपावरमेंट ऑफ पर्सन विथ मल्टीप्ल डिसएबिलिटी, चेन्नई, तमिल नाडु

• राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, जयपुर, राजस्थान

• स्वामी विवेकानंद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिहैबिलिटेशन ट्रेनिंग एंड रिसर्च, कटक, ओडिसा

• बिहार कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी एंड ऑक्यूपेशनल थेरेपी, पटना, बिहार

BOT ke Baad kya Kare (Scope of BOT Course)

आज के समय बीओटी कोर्स करने वाले उम्मीदवारों की मांग दुनियाभर में है। ऐसे उम्मीदवारों के लिए सरकारी तथा प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स का काफी अवसर मिल रहे है। इसके अतिरिक्त कोई चाहे तो हायर स्टडी कर सकते है इसके लिए सबसे अच्छा है मास्टर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी (MOT).

यहां हमने कुछ जॉब सेक्टर्स के बारे में बताये है जहां BOT कोर्स करने वालों के लिए जॉब का सुनहरे अवसर प्राप्त होती है;

• रिहैबिलिटेशन सेंटर

• स्पेशल स्कूल

• डी-एडिक्शन सेंटर

• गेरियाट्रिक सेंटर

• एजुकेशन इंस्टीट्यूट

• इंडस्ट्रियल मेडिकल फैसिलिटी

• सेल्फ प्रैक्टिस

• नर्सिंग होम

BOT ke Baad Salary (BOT Salary)

बीओटी कोर्स के बाद मिलने वाले सैलरी उम्मीदवारों का जॉब सेक्टर, पोस्ट और एक्सपीरियंस के आधार पर तय होता है। आमतौर पर BOT कोर्स के बाद जॉब करने वालो को औसतन ₹2,50,000 से ₹5,00,000 की सैलरी पैकेज मिलते है। समय के साथ एक्सपीरियंस बढ़ते ही यह रकम बढ़ना सुरु हो जाते है।

निष्कर्ष: आज की लेख में हमने BOT Course Detail in Hindi के बारे में विस्तार के चर्चा की है। आशा करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, अगर पसंद आई है तो अपने दोस्तो के साथ फेसबुक, व्हाट्सऐप, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया में ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि उन्हें भी Bachelor of Occupational Therapy कोर्स के बारे में पता चले।

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