B Ed kya Hai: योग्यता, फीस, सिलेबस, एडमिशन, नौकरियां, सैलरी

पढ़ाई के दौरान हर छत्र के अलग अलग सपना होता है कोई डॉक्टर बनना चाहते तो कोई इंजीनियर बनना चाहते या कोई शिक्षक बनना भी पसंद करते है।

आज की इस आर्टिकल उन छात्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाले है जो आगे जाकर अपना करियर शिक्षक के रूप में तैयार करना चाहते है।

अगर आप भी शिक्षक बनना चाहते है तो इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़े। यहां हमने B ed Course के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिशें की है।

जैसे कि, B ed kya hai, b ed kaise kare, बीएड की फीस की फीस कितनी है, कहां से करेंगे, बेस्ट कॉलेज, स्कोप क्या है, सैलरी कितना मिलेगा, इत्यादि B Ed course in Hindi में।

बीएड कोर्स के बारे में बारीकियों से जानने से पहले हमें यह जानना जरूरी है कि बीएड क्या है और इसके लिए क्या योग्यता चाहिए।

B Ed kya hai

जिन अभ्यथियों को शिक्षक बनने की इच्छा है उन्हें अवश्य बीएड कोर्स करना होता। कुछ साल पहले यह अनिवार्य नहीं था मगर नई नियमों के चलने सभी उम्मीदवारों को बीएड करना होगा जो आगे जाकर शिक्षक बनने चाहते।

बी एड का फुल फॉर्म है बैचलर ऑफ एजुकेशन। हिंदी में इसका मतलब है शिक्षा में स्नातक यानी पढ़ाई में ग्रेजुएशन करना। यह दो साल की एक स्नातक कोर्स है।

जिसमे अभ्यर्थियों की यह सिखाई जाती है कि बच्चों को कितने सरल उपाय से शिक्षा प्रदान की जाती है, कितने आसान तरीके बच्चों को समझाना चाहिए।

इसके साथ छात्रों का मन अधिक से अधिक पढ़ाई की ओर कैसे आकर्षित की जानी चाहिए, कैसे उन्हें बौद्धिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, भावनात्मक, शारीरिक, सौंदर्य, नैतिक और आध्यात्मिक रूप से और भी सक्षम बनाया जा सकता उसे के विषय मे बीएड कोर्स में शिक्षा दी जाती है।

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B.ed Course

बीएड करने वाले अभ्यर्थियों को सबसे पहले अपने मन पसंद किसी सब्जेक्ट लेकर (जिस सब्जेक्ट में शिक्षक बनने चाहते) ग्रेजुएशन करना होता। उसके बाद ही बीएड के लिए आवेदन कर सकते है।

दो साल की बीएड कोर्स पूरा होने के पश्चात उम्मीदवारों को शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक के रूप में सरकारी तथा निजी स्कूलों में नौकरी करने के लिए जरुरी एग्जाम देना होता। इसके बाद ही स्कूलों में शिक्षक बनते है।

कोई चाहे तो खुद की राज्य के विद्यालय में या केंद्रीय विद्यालय में या फिर विदेशों में भी शिक्षक के रूप में अपना भविष्य उजागर कर सकते है।

आपके जानकारी के लिए बता दूं, RTE Act 2009 के तहत फर्स्ट टाइम 2010 के अप्रैल महीने में बीएड का सुरुवात हुआ था। तब से इस कोर्स को अनिवार्य कर दिया गया है शिक्षक बनने के लिए।

B Ed के लिए पात्रता (Eligibilities Criteria for B ed hindi)

प्रत्येक कोर्स की तरह बीएड कोर्स के लिए भी सरकार द्वारा एक मानदंड निर्धारित की गई है जिससे हर स्टूडेंट्स को गुजारना होता। इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए छात्रों को सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी पास करना होता।

उसके बाद मन पसंद किसी भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन पूरा करना होता, यूजीसी के मान्यता प्राप्त किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से। ध्यान रहे बीएड में दाखिला लेने के लिए छात्रों को ग्रेजुएशन में न्यूनतम 50 प्रतिशत नंबर चाहिए जनरल वर्ग के छात्रों के लिए।

वही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसी भी छात्रों के लिए ग्रेजुएशन में कम से कम 45 प्रतिशत नंबर चाहिए होगी बीएड की पढ़ाई करने के लिए।

इसके अलावा, जो भी छात्र विज्ञान और गणित में विशेषज्ञता या किसी अन्य समकक्ष डिग्री के साथ इंजीनियरिंग या प्रौद्योगिकी में स्नातक में कम से कम 55% अंक हासिल करने वाले उम्मीदवार भी प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने के पात्र हैं।

यदि आयु की बात की जाए तो, कम से कम 21 साल की आयु होनी चाहिए और सर्वोच्च 40 साल जनरल वर्ग के छात्रों के लिए। वही एससी, एसटी तथा पीडब्ल्यूडी छात्रों के लिए 5 साल की छूट मिलती है।

B Ed के लिए एंट्रेंस एग्जाम

वैसे तो ज्यादातर कॉलेज या यूनिवर्सिटी में डायरेक्ट एडमिशन एबं मेरिट के आधार पर एडमिशन ली जाती है परंतु प्रत्येक राज्य में अलग अलग नाम से एंट्रेंस एग्जाम भी कंडक्ट किया जाता।

इनमें से डायरेक्ट एडमिशन लेना सबसे आसान है। अगर कोई डायरेक्ट एडमिशन लेना चाहते तो सीधा कॉलेज में जाकर एडमिशन फीस जमा करने के बाद दाखिला ले सकते है।

या फिर कॉलेज या यूनिवर्सिटी के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर एडमिशन फॉर्म भरना होगा उसके बाद कोर्स फीस जमा करने के पश्चात दाखिला मिलेगा।

इसके अलावा कुछ ऐसे कॉलेज है जहां मेरिट के आधार पर एडमिशन कराई जाती है। ऐसे में ग्रेजुएशन के नंबर या फिर जो पोस्टग्रेजुएट के बाद बीएड करने जा रहे उसके लिए पोस्ट-ग्रेजुएशन के नंबर को देखते हुए एडमिशन लिया जाता है।

परंतु कुछ सरकारी एबं बड़े बड़े इंस्टीट्यूट है जो अपने कॉलेज में बीएड कराने के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते है। जिसमे उत्तीर्ण होने के पश्चात ही बीएड में दाखिला मिलते है। ऐसे कॉलेजों में दूसरे निजी कॉलेज से तुलनात्मक बहुत कम कोर्स फीस देना होता।

यह पढ़े:

B ed kaise kare

अगर आप बीएड करना चाहते है तो इसके सुरुवात आपको पहले से करना होगा। इसके लिए जो भी स्टेप्स है वो आगे देख सकते है।

10वी पास करे अच्छे अंक के साथ: 10वी से पहले आपको इसके बारे इसलिए सोचना चाहिए क्योंकि, 10वी के बाद ही आपको अपने मन पसंद सब्जेक्ट चुनने का मौका मिलते है।

अगर आप आगे जाकर किसी साइंस सब्जेक्ट के शिक्षक बनना चाहते है तो आपको 10वी के बाद 11वी में साइंस सब्जेक्ट्स शाखा में दाखिला लेना होगा। और अगर आर्ट्स टीचर बनना चाहते है तो अपने मन पसंद किसी आर्ट्स (बीए कोर्स) के सब्जेक्ट चुनकर अच्छे से पढ़ाई करना होगा।

10+2 पास करे अच्छे नंबर से: 10वी के बाद आपने जो भी मन पसंद के सब्जेक्ट्स लिए थे उंसमे अच्छे नंबर के साथ 12वी पास करना होगा।

क्योंकि अगर आप अच्छे नंबर से 12वी पास करेंगे तो ही आप अपने मन पसंद सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन कर पाएंगे और आपको अच्छे कॉलेज में दाखिला मिलेगा।

ग्रेजुएशन पूरा करें: अब आपको जिस सब्जेक्ट में टीचर बनना है उंसमे ग्रेजुएशन करना होगा। मुख्यतः ग्रेजुएशन तीन से चार साल का होता है। अलग अलग सब्जेक्ट के लिए अलग अलग समयावधि लगते है।

आपको पहले ही बता दी गई है कि, जनरल वर्ग के छात्रों के लिए ग्रेजुएशन में कम से कम 50 प्रतिशत नंबर चाहिए होगी और SC, ST वर्ग के छात्रों के लिए न्यूनतम 45 प्रतिशत नंबर की जरूरत है तभी आप आगे जाकर बीएड कर पाएंगे।

बीएड में दाखिला लेने के लिए फॉर्म फील उप करे: अब आप जिस कॉलेज से बीएड करना चाहते है उंसमे दाखिला लेने के लिए आपको आवेदन पत्र भरना होगा।

एप्लीकेशन करने के लिए आपके ग्रेजुएशन के मार्कशीट, 10वी के एडमिट कार्ड, आधार कार्ड आपके एड्रेस, पिता के नाम बगैरह सही से भरना होगा। आवेदक करते समय आपको एप्लीकेशन फीस भी जमा करना है।

बीएड में एडमिशन प्रॉसेस: आपको पहले ही बताया कि इंसमे तीन तरह से एडमिशन होते है: डायरेक्ट एडमिशन, मेरिट के आधार पर एडमिशन एबं एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन।

डायरेक्ट एडमिशन के लिए आपको सीधा कॉलेज से संपर्क करना होता, वही जिन कॉलेज में मेरिट के आधार पर एडमिशन होता वहां सबसे पहले आपको एप्लीकेशन भरना होता इसके बाद आपके प्राप्त नंबर के आधार पर आपको दाखिला मिलते।

और जिस कॉलेज में एंट्रेंस एग्जाम लेते है वहा एग्जाम देने हेतु आपको फॉर्म भरना होगा उसके बाद एग्जाम आयोजित की जाएगी। उस एग्जाम में प्राप्त नंबर के आधार पर ही दाखिला मिलेगा।

बीएड कोर्स करें: अपने मन चाहे कॉलेज में एडमिशन लेने के पश्चात आपको दो साल बीएड की पढ़ाई करने होता। जसमे बौद्धिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, भावनात्मक, शारीरिक, सौंदर्य, नैतिक और आध्यात्मिक रूप से शिक्षा कैसे दी जाते है उसके बारे में जानकारी प्रदान की जाती है।

B Ed कोर्स के समयावधि

बीएड 2 (दो साल) साल की कोर्स है जिसमे 4 सेमेस्टर आयोजित की जाती है। प्रत्येक सेमेस्टर में अलग अलग विषयों के बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है।

B Ed Syllabus in Hindi

जैसे कि आपको पहले बताया बीएड में चार सेमेस्टर होते है। इन चार सेमेस्टर में कौन कौन से सब्जेक्ट्स पढ़ना होता उसके बारे में आगे देख सकते है।

SI No.सेमेस्टर – 1सेमेस्टर – 2
1.ICT in EducationICT Applications
2.Childhood & Growing upFine Arts and Theatre
3.Gender, School & SocietyLearning & Teaching
4.Education in Contemporary IndiaAssessment for Learning
5.Language Across the CurriculumContent & Pedagogy 1 Part I
6.Understanding Self, Personality & YogaContent & Pedagogy 2 Part I
7.Development and Management in School EducationPre Internship
8.Communication Skills and Expository Writing
सेमेस्टर – 3सेमेस्टर – 4
Content & Pedagogy 1 Part IIKnowledge & Curriculum
Content & Pedagogy 2 Part IINational Concern & Education
A simulated lesson with ICT mediationGuidance and Counselling
Observation of demonstration lesson / video lessonCreating an Inclusive School
Simulated lessons with the integration of skills including instructional materialsPractical Examination
School Internship

Best B Ed College

वैसे तो सैकड़ों बीएड कॉलेज है जहां से आप बड़े ही आसानी से बीएड कर सकते है। यहां हमने कुछ बीएड कॉलेज के बारे में बताये है।

  • यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली, नई दिल्ली
  • यूनिवर्सिटी ऑफ लोकनऊ, लोकनऊ, उत्तर प्रदेश
  • मगध यूनिवर्सिटी, बोध गया, बिहार
  • बेंगलुरु यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
  • तमिलनाडु टीचर्स एजुकेशन यूनिवर्सिटी, चेन्नई, तमिलनाडु
  • कोलकाता यूनिवर्सिटी, कोलकाता
  • कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, हरियाणा
  • गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन, चंडीगढ़, पंजाब
  • डॉक्टर बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
  • यूनिवर्सिटी ऑफ कालीकट, मलप्पुरम, केरल
  • रांची यूनिवर्सिटी, रांची, झारखंड
  • मध्यप्रदेश भोज यूनिवर्सिटी, भोपाल, मध्यप्रदेश
  • बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी, मुजफ्फरनगर, बिहार

B Ed करने का फायदा

अगर आप सोच रहे है कि बीएड करने से क्या फायदा होगा तो आपके जानकारी के लिए बता दे,

  • अगर कोई आगे जाकर शिक्षक बनना चाहते है तो उनके लिए बीएड के कोर्स करना अनिवार्य है।
  • इससे कोर्स करने से आप राज्य के सरकारी स्कूलों के साथ केंद्रीय सरकारी स्कूलों में शिक्षक बन सकते है।
  • इस कोर्स करने से शिक्षकों के अंदर पढ़ाने के एक अलग शैली का जाती है जिससे वह बच्चों को और भी प्रभावशाली तरीकों से पढ़ा सकते है।
  • कोर्स करने के बाद आप जब टीचिंग के प्रोफेशन में जाएंगे उंसमे दूसरे नौकरियों के तुलना अधिक छुट्टियां मिलते है।
  • कोर्स के बाद अच्छे सैलरी वाले सरकारी तथा निजी नौकरी मिलते है।

B Ed के बाद क्या करे

बीएड करने के बाद आपके पास कई तरह के ऑप्शन होते है। अगर आप चाहते तो आगे की पढ़ाई जारी रख सकते है। ऐसे में जो भी स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन के बाद बीएड करते है वह पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते है।

इसके अलावा कोई चाहे तो बीएड करने के बाद शिक्षक बनने के लिए जो एग्जाम देना होता उसके तैयारी कर सकते है। मुख्यतः इसके लिए दो प्रकार के एग्जाम लिया जाता है, राज्य स्तर पर TET एवं केंद्रीय स्तर CTET एग्जाम देकर TGT and PGT शिक्षक बन सकते है। यहां आप कुछ पद के नाम देख सकते है।

  • स्कूल शिक्षक
  • प्रिंसिपल
  • वाइस प्रिंसिपल
  • प्राइवेट शिक्षक
  • एजुकेशनल कंसलटेंट
  • काउंसेलर
  • इंस्ट्रक्टर
  • एजुकेशन रैसेरचेर
  • कंटेंट राइटर

B Ed के बाद सैलरी

बीएड करने के बाद सैलरी कितना मिलेगा यह निश्चित रूप से कहना मुश्किल होगा क्योंकि, सैलरी कुछ विशेष बिंदु के ऊपर निर्भर करते है। जैसे की, काम के क्षेत्र, काम के पद, काम के एक्सपेरिएंस, आदि।

अगर कोई बीएड के बाद शिक्षक बनते है तो 30,000 रुपये से 45,000 रुपये सुरुवती दौर में मिलते है। ध्यान रहे, राज्य स्तरीय नौकरी के तुलना में केंद्रीय नौकरी में अधिक सैलरी दी जाती है।

बीएड कोर्स से जुड़े सवाल जवाब

• बी एड फुल फॉर्म क्या है?

बी एड का फूल फॉर्म है बैचलर ऑफ एजुकेशन यानी शिक्षा में स्नातक। जिसे कोई भी ग्रेजुएशन के पश्चात कर सकते है। इस कोर्स को करने का मुख्य उद्देश्य होता है शिक्षक बनना।

यह दो साल की कोर्स है जिसमे चार सेमेस्टर देना होता जसमे अलग अलग सब्जेक्ट्स की पढ़ाई करने होता। यह कोर्स आप अपने नजदीकी किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से कर सकते है।

कोर्स पूरा होने के बाद अभ्यर्थियों को सरकारी तथा निजी स्कूलों में शिक्षक के रूप में नौकरी मिलते है। कोई चाहे तो विदेशों में भी नौकरी कर सकते है। ऐसे छात्रों के लिए विदेशों में काफी मांग रहती है।

• क्या मैं 12 वीं के बाद बीएड कर सकते है?

नहीं, अगर आप 12वी के बाद बीएड करना चाहते है तो आपको कोर्स में दाखिला नहीं मिलेगा क्योंकि, इस कोर्स में पढ़ाई करने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यताएं है ग्रेजुएशन पास।

इसलिए अगर आप बीएड करना चाहते तो सबसे पहले अपने मन पसंद विषय से ग्रेजुएशन पास कर लीजिए। उसके बाद आप चाहे तो बीएड कोर्स में एडमिशन ले सकते है।

• बीएड के लिए कितना आयु चाहिए?

बीएड कोर्स की पढ़ाई करने के लिए न्यूनतम 21 साल की होनी चाहिए और अधिक से अधिक 40 साल जनरल वर्ग के छात्रों के लिए। वही अनुसूचित जनजाति एबं पीडब्ल्यूडी के छात्रों के लिए पांच साल की छूट दी जाती है।

निष्कर्ष: आज अपने B ed Course के बारे जानकारी प्राप्त की है। जैसे कि बी एड फुल फॉर्म, b ed kya hai, b ed kaise kare, कोर्स फीस कितना लगेगा, सिलेबस क्या है, क्या नौकरी मिलेगी, सैलरी कितना है, इत्यादि B Ed Course in Hindi में।

आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट सेक्शन में बताये। अगर हमारे लिए कोई सवाल या सुझाव है तो अवश्य बताये यह हमारे लिए मददगार साबित होगी।

करियर संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़े वहां पर सारे जानकारी मिलेगी।

यह पढ़े:

6 thoughts on “B Ed kya Hai: योग्यता, फीस, सिलेबस, एडमिशन, नौकरियां, सैलरी”

  1. सर आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण थी।

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