कोई डॉक्टर बनना चाहते है तो कोई इंजीनियर। लेकिन ऐसे कई सारे स्टूडेंट्स है जो बिजनेस या बैंकिंग और फाइनेंस की क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने का सपना देखते है। अगर आप भी उनमें शामिल है तो B Com आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है।
B.Com यानी बैचलर ऑफ कॉमर्स तीन साल की एक अंडर ग्रेजुएशन डिग्री है जिसे छह सेमेस्टर विभाजित किया गया है। इस कोर्स के माध्यम से कोई भी विद्यार्थी अपने आपको बैंकिंग, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स, मैनेजमेंट या एंटरप्रेन्योरशिप में उजागर कर सकते है।
यदि आप बीकॉम कोर्स के बारे में अच्छे से जानने को इच्छुक है तो इस लेख की ओर आपका ध्यान आरक्षित करना चाहूंगा। आज इस लेख में B Com kya Hai, बीकॉम करने के फायदे, बीकॉम कोर्स के लिए योग्यता, इसके समयावधि, फीस, एडमिशन, सिलेबस, स्कोप, नौकरी, सैलरी, आदि के बारे में जानेंगे।
B Com kya Hai
“बैचलर ऑफ कॉमर्स” संक्षेप में जिसे बीकॉम कहते है। यह एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स है। जिसकी समयावधि है तीन साल, हालांकि इसे पूरा करने के लिए पांच वर्ष का समय मिलता है। बीकॉम को टोटल छह सेमेस्टर में विभाजित किया गया, जो प्रति छह माह में आयोजित किया जाता है।
इंसमे मुख्यतः मेरिट के आधार पर एडमिशन मिलता है। जो विद्यार्थी इंसमे एडमिशन लेना चाहते उन्हें न्यूनतम 12वीं पास करना होता। इसकी औसतन फीस ₹4,000 से ₹200,000 के बीच होती है।
अगर कोई बैंकर, इकोनॉमिस्ट, फाइनेंशियल एडवाइजर, एंटरप्रेन्योर, स्टेटिस्टिशियन बनना चाहते है तो बीकॉम उनके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है। इस कोर्स में एकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स, टैक्सेशन, बिजनेस लॉ, इन्शुरन्स एंड फाइनेंशियल मैनेजमेंट के बारे शिक्षा प्रदान किया जाता है।
बीकॉम हाइलाइट्स (बैचलर ऑफ कॉमर्स)
कोर्स का नाम | बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम) |
कोर्स टाइप | अंडर ग्रेजुएशन |
कोर्स समयावधि | तीन साल |
एग्जाम टाइप | सेमेस्टर वाइज |
एडमिशन | मेरिट और डायरेक्ट |
पात्रता | 10+2 किसी भी स्ट्रीम से |
कोर्स फीस | ₹4,000 – ₹200,000 |
जॉब प्रोफाइल | बैंकर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी, अकाउंटेंट, फाइनेंशियल एडवाइजर, मैनेजर, आदि |
टॉप रिक्रूटर्स | एलआईसी, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, ब्रोकरेज फर्म, एसबीआई, पीएनबी, इत्यादि |
बीकॉम करने के फायदे
अगर अपने 12वीं कंपलीट कर ली है और बीकॉम करने जा रहे है तो सबसे पहले बीकॉम करने के फायदे में आपको जानना चाहिए। बीकॉम करने के फायदे क्या क्या है वह हम पॉइंट्स वाइज बताये है;
- बीकॉम एक अंडर ग्रेजुएट कोर्स होने के नाते आप डिफ़ॉल्ट रूप से एक स्नातक डिग्री धारक बन जाते है।
- बैंकिंग और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स में दूसरे उम्मीदवारों से अधिक प्राथमिकता बीकॉम करने वालो को मिलता है।
- ग्रेजुएट डिग्री धारक होने के नाते जितने भी सरकारी नौकरी होती है ग्रेजुएशन लेवल की जैसे बैंकिंग, रेलवे, यूपीएससी, आदि सभी क्षेत्र में करियर बनाने का मौका प्राप्त होती है।
- बीकॉम किये हुए व्यक्तियों को बिजनेस का समझ आम लोगों से तुलनात्मक ज्यादा होती है।
- ऐसे लोगों को फाइनेंशियल ज्ञान ज्यादा होते है, जिसका सीधा लाभ वह अपने निजी जिंदगी में उठा सकते है।
बीकॉम कोर्स टाइप
बीकॉम कोर्स के दो हिस्सा है बीकॉम ऑनर्स और बीकॉम जनरल। दोनों ही कैटेगरी में समान विषय पढ़ता जाता पर बीकॉम ऑनर्स में किसी एक विषय से स्पेशलिजेशन करना होता।
क्योंकि बीकॉम ऑनर्स में सभी विषयों के साथ साथ किसी एक विषय मे स्पेशलिजेशन करना होता इसलिए यह तुलनात्मक थोड़ा कठिन है। परंतु बीकॉम जनरल में ऐसा नहीं, इंसमे सभी विषयों को पढ़ना होता, कोई स्पेशलिजेशन की जरूरत नहीं। इसलिए बीकॉम जनरल को थोड़ा सहज माना जाता है।
B.com ke liye qualification
आशा करते है आपको समझ आया होगा कि B com kya Hai और बीकॉम करने के फायदे क्या है। अब आइए बीकॉम करने के योग्यता के बारे में बात करते है।
- बीकॉम करने के लिए आपको न्यूनतम 10+2 पास करना होगा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से।
- 12वीं में कम से कम 45 प्रतिशत नंबर होनी चाहिए।
- इंसमे आयु की कोई लिमिट नहीं है।
- यदि अपने 12वीं किसी ओपन यूनिवर्सिटी से की है तो भी इस कोर्स के लिए योग्य है।
- अगर किसी कारण से आप रेगुलर मूड से बीकॉम करने में सक्षम नहीं है तो आप डिस्टेंस माध्यम से भी इस कोर्स को कर सकते है।
बीकॉम के एडमिशन प्रक्रिया
अमूमन बीकॉम में डायरेक्ट एडमिशन और मेरिट के आधार पर एडमिशन लिया जाता पर कुछ यूनिवर्सिटी अपने अपने द्वारा एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते है एडमिशन के लिए।
• डायरेक्ट एडमिशन: ज्यादातर कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है। ऐसे में आप सीधा कॉलेज जाकर एडमिशन ले सकते है। कुछ कॉलेज में ऑनलाइन एडमिशन का भी सुविधा उपलब्ध होती है।
• मेरिट बेस एडमिशन: ज्यादातर सरकारी कॉलेज में मेरिट के आधार पर एडमिशन मिलता है। ऐसे में आपको पहले आवेदन करना होता। इसके बाद 12वीं में प्राप्त नंबर के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया जाता है।
अगर 12वीं में अपने अच्छे अंक लाये है तो आपको काउंसलिंग में बुलाया जाता है। सीट अलॉट होने पर एडमिशन फीस जमा करके एडमिशन लेना होता।
• एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन: हालांकि ज्यादातर कॉलेज में मेरिट बेस एडमिशन मिलता है पर कुछ कॉलेज है जो एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से दाखिला लेते है। कुछ एग्जाम जैसे BHU UET, DUET, CUET आदि है।
बीकॉम की फीस कितनी है
जैसे कि आप जानते हैं, कॉलेज के हिसाब से फीस स्ट्रक्चर में भिन्नताएं होती। ठीक वैसे ही बीकॉम भी इससे परे नहीं। अममुन सरकारी कॉलेजों में दूसरे कोर्स की तरह बीकॉम की भी कम फीस लिया जाता पर प्राइवेट में ऐसा नहीं है।
बीकॉम की औसतन कोर्स फीस की बात करे तो सरकारी कॉलेजों में ₹4,000 से ₹20,000 के अंदर पूरे कोर्स कंपलीट हो जाते है। वही प्राइवेट कॉलेज में औसतन ₹1,00,000 से ₹2,00,000 रुपये लग जाते है पूरे कोर्स कंपलीट करने में।
बीकॉम कितने साल का होता है
बैचलर ऑफ कॉमर्स यानी बीकॉम तीन साल की एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स है, जिसे छह सेमेस्टर में बंटा गया है। प्रत्येक के बीच छह महीने का समय मिलता है। ध्यान रहे, एक सेमेस्टर के बाद दूसरे सेमेस्टर आप तभी दे पाएंगे जब आप पहले सेमेस्टर उत्तीर्ण होंगे।
तीन साल की बीकॉम कोर्स में विद्यार्थियों को अलग अलग सब्जेक्ट्स के बारे में अध्ययन करना होता जिसके सिलेबस और सब्जेक्ट्स के बारे में आपको आगे जानने को मिलेगा।
B com ke subject
बीकॉम तीन साल की स्नातक कोर्स है और इन तीन सालों में अलग अलग सब्जेक्ट पढ़ना होता जिसके बारे में आप यहां देख सकते है;
• फाइनेंशियल एकाउंटिंग: इस सब्जेक्ट में ऑर्गनाइजेशन की फाइनेंशियल स्टेटमेंट, कैश फ्लो, बैलेंस शीट, इनकम स्टेटमेंट आदि कैसे मैनेज के बारे में पढ़ाया जाता है।
• बिजनेस लॉ: बिजनेस से जुड़े कानून की शिक्षा दिया जाता। जिसमे बिजनेस फार्मेशन, कांटेक्ट, प्रोपेर्टी, प्रोडक्ट्स आदि से जुड़े कानूनी ज्ञान प्राप्त करना होता।
• ऑर्गनाइजेशन मैनेजमेंट: किसी भी बिजनेस और ऑर्गनाइजेशन को मैनेज करने के लिए उसके कानून, लायबिलिटी, सिस्टम, पार्टनरशिप आदि बड़ी महत्वपूर्ण है जो इस विषय मे पढ़ना होता।
• इकोनॉमिक्स: बीकॉम में इकोनॉमिक्स एक महत्वपूर्ण सब्जेक्ट है जो किसी भी देश के आर्थिक स्थिति और डिमांड एंड सप्लाई के बारे में जानकारी देते है।
• बिजनेस स्टेटिस्टिक्स: किसी भी बिजनेस को एनालाइज करने के लिए उसके स्टेटिस्टिक्स को विश्लेषण करना अनिवार्य है जो इस विषय मे पढ़ाया जाता।
• मार्केटिंग की नीतियां: इन दिनों बिजनेस को सफलता दिलाने के लिए मार्केटिंग सही से आना चाहिए ताकि मार्केटिंग स्ट्रेटजी से ज्यादा से ज्यादा लोग इसकी ओर आकर्षित हो।
• टैक्सेशन: बीकॉम की पढ़ाई और टैक्स शामिल न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। इस विषय मे विभिन्न प्रकार के इनकम टैक्स, जीएसटी, उसके कानून, और पेनल्टी आदि के बारे में पढ़ना होता।
• ऑडिटिंग: इंसमे ऑडिट क्या है, ऑडिट के प्रकार, ऑडिट क्यों करना चाहिए, कैसे ऑडिट करते है, इत्यादि के बारे में पढ़ाया जाता है।
बीकॉम में इन सभी सब्जेक्ट्स के अतिरिक्त और भी कई सारे सब्जेक्ट्स पढ़ाया जाता है। जोसे की, बिजनेस मैथेमेटिक्स, कॉर्पोरेट लॉ, इनडाइरेक्ट टैक्स, इंटरनेशनल बिजनेस, एंटरप्रेन्योरशिप, गवर्नमेंट एथिक्स एंड सोशल रिस्पांसिबिलिटी आदि सुब्जेफ्ट्स के बारे में पढ़ना होता।
बीकॉम का सिलेबस सेमेस्टर वाइज
बीकॉम कोर्स की पूरी सिलेबस के बारे में आप यहां देख सकते है;
बीकॉम प्रथम वर्ष सिलेबस
सेमेस्टर-1 | सेमेस्टर-2 |
बिजनेस ऑर्गनाइजेशन एंड मैनेजमेंट | बिजनेस लॉ |
फाइनेंशियल एकाउंटिंग | फाइनेंशियल सिस्टम |
क्वांटिटेटिव मथोड्स | बिजनेस मैथेमेटिक्स एंड स्टेटिस्टिस |
बिजनेस कंप्यूटिंग | कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन |
इंग्लिश कम्युनिकेशन | एनवायर्नमेंटल स्टडीज |
बीकॉम द्वितीय वर्ष सिलेबस
सेमेस्टर-3 | सेमेस्टर-4 |
एडवांस इकोनॉमिक्स | कॉर्पोरेट एकाउंटिंग |
कंपनी लॉ | स्टॉक एंड कमोडिटी मार्किट |
इनकम टैक्स लॉ | इनडाइरेक्ट लॉ |
कॉस्ट एकाउंटिंग | कंज्यूमर लॉ |
एंटरप्रेन्योरशिप | ऑपरेशन रिसर्च |
बीकॉम तृतीय वर्ष सिलेबस
सेमेस्टर-5 | सेमेस्टर-6 |
इंटरनेशनल बिजनेस | ऑडिटिंग |
कॉस्ट एकाउंटिंग | बिजनेस कल्चर |
स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट | बिजनेस कम्युनिकेशन |
एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग | मैनेजमेंट एंड इनफार्मेशन बिजनेस |
यहां हमने बीकॉम के कुछ बेसिक्स सब्जेक्ट्स के बारे में बताये है जो हर इंस्टीट्यूट में अध्ययन कराया जाता पर इस सब्जेक्ट्स के अतिरिक्त और भी कई सारे सब्जेक्ट्स है जो कॉलेज के हिसाब से भिन्न भिन्न होती है।
Best B.Com Colleges in India
इंडिया में यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त सैकड़ों कॉलेज है जो बीकॉम की कोर्स आफर करते है। यहां हमने कुछ गिनेचुने बीकॉम कॉलेज का नाम बताये है;
- जननायक चंद्रशेखर यूनिवर्सिटी, बॉलिया, उत्तर प्रदेश
- छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर, उत्तर प्रदेश
- अलाहाबाद यूनिवर्सिटी, अलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
- देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर, मध्य प्रदेश
- इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, अमरकंटक, मध्य प्रदेश
- बीसीएस गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, धमतरी, छत्तीसगढ़
- भानुप्रताप देव गवर्नमेंट पोस्टग्रेजुएट कॉलेज, कांकेर, छत्तीसगढ़
- इंदिरा प्रियदर्शिनी गवर्नमेंट गर्ल्स पीजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स, हल्द्वानी, उत्तराखंड
- चौधरी देवी लाल यूनिवर्सिटी, सिरसा, हरियाणा
- द्रोणाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज, गुड़गांव, हरियाणा
- नवाब जस्सा सिंह अहलूवालिया गवर्नमेंट कॉलेज, कपूरथला, पंजाब
- बहरागोड़ा कॉलेज, बहरागोड़ा, झारखंड
- बोकारो स्टील सिटी कॉलेज, बोकारो, झारखंड
- बालुरघाट कॉलेज, बालुरघाट, पश्चिम बंगाल
- बैरकपुर राष्ट्रागुर सुरेन्द्रनाथ कॉलेज, बैरकपुर, पश्चिम बंगाल
- अटल बिहारी कॉलेज, भद्रक, ओडिसा
B.com ke baad kya kare
तीन साल की बीकॉम करने के बाद विद्यार्थियों के सामने दो रास्ते होते है; हायर स्टडी और नौकरी। कोई चाहे तो पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते है। इसके अतिरिक्त हायर स्टडी के लिए बहुत से कोर्स उपलब्ध है जो ऐसे विद्यार्थियों का ज्ञान, स्किल्स और सैलरी पैकेज, आदि बढ़ाने में मदत करती है।
बीकॉम के बाद हायर स्टडी के लिए कोर्स
बीकॉम के बाद आप इन कोर्स को कर सकते है;
- एमकॉम
- सीए
- एमबीए (MBA क्या है)
- सीएमए
- सीएस
- सीएफए
- ऑफआरएम
बीकॉम के बाद नौकरी
बीकॉम किये हुए स्किल्ड उम्मीदवारों का मांग बैंकिंग, बिजनेस मैनेजमेंट, टैक्सेशन, एंटरप्रेन्योरशिप, स्टार्टअप, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स, आदि में काफी अधिक हैं। इस कोर्स के बाद निम्नलिखित पद पर नौकरी करने के लिए आपको अवसर प्राप्त होती है;
- बैंकर
- चाटर्ड अकाउंटेंट
- टैक्स कंसलटेंट
- डेटा एनालिस्ट
- फाइनेंशियल एडवाइजर
- बिजनेस एग्जीक्यूटिव
- कंपनी सेक्रेटरी
- मार्किट रिसर्चर
- अकाउंटेंट
- एकाउंट एग्जीक्यूटिव
बीकॉम के बाद सैलरी
बीकॉम के बाद सैलरी कितना मिलेगा यह आपके एक्सपीरियंस, जॉब की पोस्ट और जॉब सेक्टर के ऊपर डिपेंड करते है। किसी भी दूसरे नौकरी की तरह इंसमे भी फ्रेशर्स को सुरुआत में सैलरी पैकेज कम मिलता पर जैसे जैसे एक्सपीरियंस बढ़ते है सैलरी में बढ़ोतरी होती है।
अममुन एक बीकॉम डिग्री धारक को सुरुआत में ₹15,000 से ₹20,000 हर महीने सैलरी मिलती है। वही एक्सपीरिएंस पेशेवरों को हर महीने ₹50,000 से ₹1,50,000 की सैलरी प्राप्त होती है।
ध्यान रहे, इंटरनेट में उपलब्ध डेटा के अनुसार हमने सैलरी के बारे में एक अनुमान लगाया है। इसका यह मतलब नहीं आपको इतना ही सैलरी मिलेगा। लेकिन हां, अगर आप मे नॉलेज और स्किल्स है तो आप इससे भी अधिक सैलरी पैकेज आशा कर सकते है।
निष्कर्ष: दोस्तों यह लेख उन विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है जो बीकॉम के बारे में जानना चाहते थे। आशा करते है B com kya hai, बीकॉम के लिए योग्यता, एडमिशन, फीस, सिलेबस, नौकरी और सैलरी, आदि के बारे में आपको अच्छे से समझ आया होगा।
अगर बीकॉम से जुड़े कोई भी सवाल आपके मन मे अभी भी है तो कमेंट करके बताये, हम उसके जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। हर कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि उन्हें बीकॉम क्या ही और इससे जुड़े जानकारी मिले।
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